कोरोना प्रोटोकॉल का हर हाल में अनुपालन जरूरी : मुख्यमंत्री

  • समस्याओं के निस्तारण की जवाबदेही तय हो
  • योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अफसरों व अधिकारियों संग बैठक की। बैठक में निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का हर हाल में अनुपालन जरूरी है। समस्याओं के निस्तारण की जवाबदेही तय हो। लेटलतीफी अथवा एक-दूसरे पर जिम्मेदारी टालने की प्रवृत्ति स्वीकार नहीं की जाएगी। कैबिनेट के समक्ष विभागीय प्रस्तुतियां सम्बंधित माननीय मंत्री द्वारा ही किया जाएगा, विभागीय अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव केवल सहायतार्थ उपस्थित होंगे। सीएम योगी ने कहा प्रदेश के सभी विभागाध्यक्ष गण अपने अधीनस्थ कार्यालयों का औचक निरीक्षण करें। कार्यालयों में स्वच्छता, निस्तारित होने के लिए लंबित फाइल की स्थिति, जन शिकायतों के निस्तारण की स्थिति, कार्मिकों की उपस्थिति, समयबद्धता आदि की वस्तुस्थिति का परीक्षण किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कोरोना के कारण विगत दो शैक्षिक सत्र प्रभावित रहे हैं। भौतिक पठन-पाठन नहीं हो सका। अत: आगामी सत्र की शुरुआत से पूर्व स्कूल चलो अभियान को वृहद स्वरूप दिया जाना आवश्यक है। विभागीय मंत्री के परामर्श से अभियान के संबंध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर ली जाए। एक भी बच्चा स्कूल से वंचित न रहे। व्यवस्था की पारदर्शिता और अभिभावक की सुविधा के दृष्टिगत बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में बच्चों के गणवेश आदि के लिए धनराशि सीधे अभिभावक के बैंक खाते में भेजे जाने की व्यवस्था की गई है। इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि बच्चे निर्धारित गणवेश में ही विद्यालय आएं। मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में निवेश कर रहीं औद्योगिक इकाइयों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा इंसेंटिव प्रदान किया जा रहा है। ऐसे सभी प्रकरणों की गहन समीक्षा कर यथाशीघ्र यथोचित समाधान किया जाए।

क्रय केंद्रों पर किसानों को समस्या न हो
मुख्यमंत्री योगी ने कहा गेहूं खरीद की प्रक्रिया 01 अप्रैल से प्रारंभ हो रही है। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी क्रय केंद्र पर किसानों को समस्या न हो, भंडारण गोदाम हो या क्रय केंद्र, हर जगह गेहूं की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं। प्रत्येक दशा में किसानों को एमएसपी का लाभ मिलना ही चाहिए। सभी क्रय केन्द्रों पर पूरी पारदर्शिता के साथ गेहूं खरीद कराई जाए। किसान को अपनी उपज बेचने में कोई असुविधा न हो। किसानों की उपज का समयबद्ध ढंग से भुगतान कर दिया जाए। प्रतिवर्ष आग लगने के कारण गेहूं की फसल जलने की दु:खद घटनाएं होती हैं। इस संबंध में सुरक्षा के आवश्यक उपाय किये जाने चाहिए।

सभी हैंडपंप क्रियाशील रहें
मुख्यमंत्री ने कहा, गर्मी का समय शुरू हो गया है। अत: सभी 75 जिलों में जलापूर्ति की सुविधा का परीक्षण कर लिया जाए। सभी हैंडपंप क्रियाशील रहें। इस हेतु संबंधित विभाग व संस्थाओं द्वारा तत्काल कार्य किया जाए। शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए संचालित हर घर नल योजना अंतर्गत पाइपलाइन डाली जा रही है। जहां पाइपलाइन डाली जा चुकी है, वहां बरसात से पहले पाइपलाइन के लिए खोदे गए गड्ढों को भर दिया जाए, ताकि लोगों को असुविधा न हो।

संकट में ठाकरे सरकार, 25 कांग्रेस विधायकों के तेवर बागी

लखनऊ। महाराष्टï्र में शिवसेना नीत महाविकास अघाड़ी सरकार में शामिल कांग्रेस के मंत्री अपनी ही पार्टी के विधायकों की नहीं सुन रहे हैं। उनके इस व्यवहार से क्षुब्ध होकर 25 विधायक बागी तेवर दिखा रहे हैं। मंत्रियों के व्यवहार से खफा इन विधायकों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात का वक्त मांगा है। कांग्रेस विधायकों का कहना है कि गठबंधन सरकार की तो छोड़िए यदि हमारे मंत्री ही हमारी नहीं सुनेंगे तो आगामी चुनावों में पार्टी कैसे अच्छा प्रदर्शन कर पाएगी। इकॉनामिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार इन विधायकों ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर तुरंत दखल देने की मांग की है, ताकि चीजें बिगड़ने से पहले संभल जाए। विधायकों ने कहा कि कांग्रेस के मंत्री हमारी चिंताओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं और वे हमसे तालमेल नहीं बना रहे हैं। कुछ विधायकों ने कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार के मंत्री, खासकर कांग्रेस के मंत्री उनकी बात नहीं सुन रहे हैं। एक विधायक ने कहा कि अगर मंत्री विधायकों के चुनाव क्षेत्रों के कामों का आग्रह टालेंगे तो पार्टी भावी चुनावों में अच्छा प्रदर्शन कैसे करेगी?

पार्टी में समन्वय की कमी जाहिर करते हुए कांग्रेस विधायकों ने कहा कि उन्हें गत सप्ताह ही पता चला कि कांग्रेस के तीन विधायकों के साथ समन्वय के लिए एक मंत्री तैनात किया गया है। एक अन्य कांग्रेस विधायक ने कहा कि यह बात हमें तब पता चली जब एचके पाटिल ने हाल ही में एक बैठक में यह जानकारी दी। यह अघाड़ी सरकार बनने के कुछ माह बाद किया गया था, लेकिन हमें इसके बारे में 2.5 साल बाद पता चला। अब भी हमें नहीं पता है कि हमारे साथ कौनसा मंत्री समन्वय करेगा। कुछ अन्य विधायकों ने कहा कि हम राकांपा से पिछड़ रहे हैं, क्योंकि क्योंकि उपमुख्यमंत्री अजीत पवार अपनी पार्टी के विधायकों से नियमित रूप से मिलते हैं, धन आवंटित करते हैं और उनकी शिकायतें सुनते हैं। कांग्रेस के एक अन्य विधायक ने कहा कि राकांपा हम पर हमला कर रही है। राकांपा मंत्रालयों को अधिक धन आवंटित किया जाता। अगर चीजें ऐसे ही चलती रहीं तो महाराष्टï्र में भी कांग्रेस अन्य राज्यों की तरह हाशिए पर चली जाएगी।

दिल्ली के सीएम केजरीवाल के घर पर हमला

लखनऊ। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर हमले की खबर है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने सीएम केजरीवाल के घर पर हमला कर सीसीटीवी कैमरे और सिक्योरिटी बैरियर तोड़ दिए। इसके अलावा गेट पर लगे बूम बैरियर भी तोड़ दिए गए हैं। वहीं राज्यसभा सदस्य व आप नेता संजय सिंह ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने जहां आरोप लगाया कि बीजेपी के गुंडों ने अरविंद केजरीवाल के घर पर तोड़फोड़ की। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा बीजेपी की पुलिस उन्हें रोकने की जगह दरवाजे तक लेकर आई। वहीं आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने भी कहा यह भाजपा की गुंडागर्दी है। भाजपाईयों की गुण्डागर्दी देखो। कश्मीरी पंडित तो बहाना है केजरीवाल को जान से मरवाना है। मुख्यमंत्री के घर के बाहर लगे सिक्योरिटी बैरियर और सीसीटीवी कैमरा तोड़े गए। इस पूरे मामले में दिल्ली नॉर्थ डीसीपी ने बताया कि बीजेपी युवा मोर्चा का विरोध प्रदर्शन चल रहा था, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने बवाल मचाया, सीसीटीवी पर भी हमला किया, सीएम आवास के बाहर पेंट (रंग) भी फेंका गया। हमने 50 लोगों को हिरासत में लिया है। भीड़ को तितर बितर करने किया गया है। अभी पूरी तरह से शांति है। मसले पर बेवजह की राजनीति की जा रही है।

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