कांग्रेस व मुझसे डरते हैं सीएम हिमंत: बोरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गुवाहाटी। असम प्रदेश कांग्रेस प्रमुख भूपेन बोरा ने दावा किया कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा उनसे डरते हैं जैसा कि उनके मेरे और मेरे परिवार के प्रति कटु व्यवहार से स्पष्ट है। बोरा ने दावा किया कि उसके भाई और भाभी, दोनों सरकारी कर्मचारी, को राज्य के विपरीत कोनों में स्थानांतरित कर दिया गया था। पीसीसी प्रमुख ने कहा कि जनवरी में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान उन पर हमला होने के बाद उन्होंने सुरक्षा बढ़ाने का अनुरोध किया था, लेकिन अभी तक उन्हें सुरक्षा नहीं मिली है।
पीसीसी प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि जिन लोगों ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान मुझ पर शारीरिक हमला किया, उन्हें खुला घूमने दिया जा रहा है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया,ऐसे राज्य में जहां असहमति की कविता लिखने या तीखा ट्वीट लिखने से आपको गिरफ्तार किया जा सकता है, बस कल्पना करें कि एक हमलावर दुनिया की परवाह किए बिना खुलेआम घूम रहे है! उन्होंने कहा कि ‘कटुता भय का प्रतीक है! मुझे यकीन है कि अगर असम में कोई एक व्यक्ति है जिससे हिमंत बिस्वा सरमा सचमुच डरते है, तो वह मैं हूं। क्यों? क्योंकि मेरे और मेरे परिवार के प्रति उसका कटु व्यवहार उसके आंतरिक भय को उजागर करता है। अनुयायी पसंद नहीं हैं, उसे गुलाम पसंद हैं। कांग्रेस नेता ने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री यहां-वहां कुछ विधायकों को खरीद सकते हैं, लेकिन वह मुझे नहीं खरीद सकते। मेरे और मेरे परिवार के प्रति उनके कटु व्यवहार को देखिए। उन्होंने मेरे भाई और भाभी, दोनों सरकारी कर्मचारियों, को असम के दो विपरीत कोनों में स्थानांतरित कर दिया। इसलिए, यह कहना सुरक्षित है।
एक परिवार के डायनिंग रूम में लिए जाते है सभी फैसले : हिमंत
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि यह परिवार केंद्रित पार्टी है, जिसका एजेंडा ‘एक परिवार के डायनिंग रूम (भोजन करने के कक्ष)’ में तय होता है। उन्होंने कहा कि दूसरी ओर भाजपा कार्यकर्ताओं से बनी एक लोकतांत्रिक पार्टी है। शर्मा ने बारपेटा जिले के चकचका में पार्टी के एक कार्यालय के उद्घाटन समारोह में कहा, भाजपा कार्यकर्ताओं से बनी लोकतांत्रिक पार्टी है। लेकिन अगर आप कांग्रेस या अन्य पार्टियों को देखें तो ये पार्टियां कार्यकर्ताओं से नहीं बनीं बल्कि अपने नेताओं और परिवारों पर केंद्रित हैं। फैसले परिवार के एक डायनिंग रूम में लिए जाते हैं और कार्यकर्ताओं को बस उनका अनुसरण करना होता है। परिवार की आवश्यकता के अनुरूप पार्टी का एजेंडा और विचारधारा बदल दी जाती है।