योगी बाबा के राज में नहीं थम रहा भ्रष्टाचार, कुछ तो शर्म करो सरकार!
उत्तर प्रदेश के रायबरेली में 52 हजार से ज्यादा फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने का मामला सामने आया है... इस संबंध में साल जुलाई 2024 में पहली शिकायत की गई थी...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः उत्तर प्रदेश नें बीजेपी की योगी बाबा की जबसे सरकार आई है…. तब से भ्रष्टाचार और बढ़ गया है…. प्रदेश और देश में धर्म की राजनीति करने वाले योगी बाबा को मंदिर- मस्जिद के अलावा कुछ भी औऱ दिखाई नहीं दे रहा है…. राम राज्य की बात करने वाले बाबा के सुशासन में चरम पर या यूं कहे की धड़ल्ले से भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है…. कभी किसानों से काम करने के बहाने कभी अस्पताल में फर्जी जन्म प्रमाम पत्र बनाने तो कभी न्याय दिलाने के लिए मोटी रकम रिश्वत के रूप में ली जाती है…. जिसके बाद आम जनता का काम हो पाता है…. योगी बाबा तमाम मंचों से बड़े- बड़े दावे तो करते हैं लेकिन उन दावों का कोई भी…. असर प्रदेश में दिखाई नहीं दे रहा है…. अधिकारी बिना रूपये लिए किसी भी काम को करने के लिए तैयार नहीं होता है…. ऐसे में पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पाता है…. और जो दोषी होते हैं…. वे रुपये देकर खुद को बरी करा लते हैं….
दोस्तों योगी बाबा की सरकार में रुपये दो काम कराओं का खेल तेजी से चल रहा है…. लेकिन योगी बाबा इन मामलों पर चुप्पी साधे हुए है…. वहीं राज्य के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के पास राज्य का स्वास्थ्य विभाग है…. लेकिन अस्पतालों में बिना फीस दिए…. दवाएं नहीं मिल रही है…. सरकार हेल्थ सेक्टर को लेकर रोज नए- नए दावे करती है…. और अपनी नाकामी का जिम्मेदार पिछली सरकारों को ठहराते है…. वहीं योगी बाबा के सुशासन का पोल खोलता हुआ एक बड़ा मामला सामने आय़ा है…. बता दें कि पूरा मामला रायबरेली जिले से जुड़ा हुआ है…. जहां मोटी रकम लेकर फर्जी बर्थ प्रमाण पत्र बनाने का खेल तेजी से चल रहा था…. और बिना बच्चा पैदा हुए ही अस्पताल ने 52 हजार बच्चों को पैदा करा दिया है.,…
बता दें कि उत्तर प्रदेश के रायबरेली में पिछले साल जुलाई में पकड़े गए फर्जी प्रमाणपत्रों के आंकड़े दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा है…… जांच में सामने आया है कि पिछले कुछ ही महीनों में 52 हजार से ज्यादा बच्चों के फर्जी प्रमाण बनवाए गए हैं….. फर्जीवाड़े की घटना को अंजाम देने के लिए गलत तरीके से जन्म प्रमाणपत्र बनाए जा रहे थे….. मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय ने बताया कि फर्जी जन्म प्रमाणपत्रों को रद्द करने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है….. आपको बता दें कि रायबरेली के सलोन में पिछले साल जुलाई में पकड़ा गया फर्जी जन्म प्रमाणपत्रों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है…… पुलिस और जिला प्रशासन की जांच में सामने आया है कि जिले के कुछ ही गांव के पते पर 52 हजार से ज्यादा जन्म प्रमाण पत्र बनवाए गए हैं…… इसी के साथ प्रशासन अभी कई अन्य गांव के पते पर जन्म प्रमाणपत्रों का सत्यापन कर रहा है…… प्रशासन को आशंका है कि फर्जी जन्म प्रमाणपत्रों का आंकड़ा एक लाख पहुंच सकता है…..
वहीं फर्जी प्रमाणपत्रों के मामले में जिला पंचायत राज अधिकारी ने निदेशालय को पत्र भेजकर अभी तक पाए गए सभी फर्जी जन्म प्रमाणपत्रों को निरस्त करने की सिफारिश की है….. मामले की जानकारी देते हुए मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय ने बताया कि फर्जी जन्म प्रमाणपत्रों को रद्द करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है….. इसके अलावा अन्य गांव की भी जांच की जा रही है…. और उन्होंने बताया कि 17 जुलाई 2024 को सलोन में एडीओ पंचायत ने ग्राम विकास अधिकारी विजय सिंह यादव, सीएससी संचालक मोहम्मद जीशान समेत चार लोगों के खिलाफ वीडियो के आई….. और पासवर्ड से फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाए जाने की शिकायत की थी…… वीडीओ विजय सिंह यादव जुलाई 2022 से अक्टूबर 2023 तक इलाके में पोस्टिंग थी…… इस दौरान ग्राम पंचायत सांडा सैदन उनकी आईडी से 4,960 जन्म प्रमाणपत्र ऑनलाइन जारी किए गए थे….. जिनमें 4,897 फर्जी मिले…..
इसी तरह औनानीस में 1,671 बने थे….. जिनमें 1,665 फर्जी पाए गए….. माधौपुर निनैया में 3,790 बनाए गए थे…… जिसमें 3,746 फर्जी पाए गए….. पाल्हीपुर में 13721 में 13707 फर्जी मिले…… पृथ्वीपुर में 9,399 जन्म प्रमाणपत्र बनाए गए थे….. जिसमें से 9393 फर्जी पाए गए….. इसके अलावा भी जिले में हजारों फर्जी पत्र मिले हैं…..



