महिलाओं पर ओछी टिप्पणी करना सीएम की आदत: तेजस्वी यादव

  • नीतीश कुमार के राजद की महिला विधायक पर भडक़ने पर आरजेडी नेता ने किया पलटवार
  • तेजस्वी बोले- दुनिया के सबसे बड़े ज्ञाता तो नीतीश ही हैं, उनके अलावा किसी को कुछ नहीं पता

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में इस समय सियासत गरमाई हुई है। एक बार फिर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने हैं। दरअसल, बिहार विधानसभा में मानसून सत्र चल रहा है। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार चर्चा के वक्त एक महिला विधायक पर भडक़ गए, जिसको लेकर अब सियासत तेज हो गई है।
सदन में एक चर्चा के दौरान आरजेडी विधायक रेखा पासवान पर विधानसभा में भडक़ते हुए नीतीश ने कहा था कि महिला हो, कुछ जानती हो? कहां से आते हैं, इन लोगों ने कुछ किया है? अब इसी को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव की ओर से पलटवार किया गया है। पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि महिला हो कुछ जानती हो? महिलाओं पर ओछी, गैर वांछित, असभ्य, अशिष्ट एवं निम्नस्तरीय टिप्पणियां करना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आदत में शुमार हो चुका है। प्रदेश के लिए यह अत्यधिक गंभीर व चिंतनीय विषय है।

कुछ दिन पूर्व बीजेपी महिला विधायक पर भी की थी टिप्पणी

पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पूर्व आदिवासी वर्ग की भाजपा की महिला विधायक पर भी सुंदरता संबंधित भद्दी टिप्पणी की थी। आज अनुसूचित जाति की दो बार से महिला विधायक रेखा पासवान जी पर टिप्पणी की। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सृष्टि के सबसे बड़े ज्ञाता, ध्याता, व्याख्याता और रचयिता तो आदरणीय नीतीश जी बन चुके है, इनको छोड़ कर किसी को कुछ पता नहीं, किसी को कुछ आता-जाता नहीं।

हमने काम किया है, तो हम सुनाएंगे ही : नीतीश

नीतीश ने राजद विधायक रेखा देवी पर भडक़ते हुए कहा कि अरे महिला हो, कुछ जानती हो। चुपचाप रहो। इसके बाद उन्होंने राजद पर भी उन्होंने निशाना साधा था। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इन लोगों ने कभी भी महिलाओं को आगे नहीं बढ़ाया है। 2005 के बाद जब हम सत्ता में आए तभी से बढऩा शुरू किए हैं। इसलिए कह रहे हैं चुपचाप सुनो। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हम तो सुनाएंगे, अगर आप नहीं सुनेंगे तो यह आपकी गलती है। हमने काम किया है तो हम सुनाएंगे भी। दरअसल, नीतीश कुमार विधानसभा में बोलने के लिए खड़े हुए थे इस दौरान विपक्ष आरक्षण को लेकर हंगामा कर रहा था। नीतीश बार-बार विपक्ष के विधायकों से अपनी बात सुनने की अपील कर रहे थे। लेकिन विपक्ष का हंगामा जारी था। इसी को लेकर नीतीश कुमार भडक़ गए। अपने बयान में उन्होंने यह भी कहा कि सर्वसम्मति से जातीय गणना हुई थी और पिछड़ों की संख्या ज्यादा आई तो हमने 50 फीसदी आरक्षण सीमा को बढ़ाकर 75 फिसदी कर दिया।10 फिसदी केंद्र सरकार ने अपर कास्ट को लागू किया था। उसको भी हमने लागू किया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हम लोगों ने हर परिवार की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी ली है।

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