महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर फंसे कथावाचक अनिरुद्धाचार्य, देशभर में विरोध
बाबा ने अपने बयान पर सफाई पेश की और माफी तक मांगी. उन्होंने कहा, यह बात कुछ लड़कियों के लिए है, कुछ लोगों के लिए है.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: कथावाचक अनिरुद्धाचार्य, जिन्हें “पूकी बाबा” के नाम से भी जाना जाता है।अपने हालिया बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं।
उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा- कि “25 साल की लड़की 4 जगह मुंह मार चुकी होती है”, जिसे लेकर पूरे देश में महिलाओं में आक्रोश है। यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और महिलाओं ने इसे अश्लील, अपमानजनक और महिला विरोधी बताते हुए कड़ा विरोध जताया है। वीडियो क्लिप के एक अंश को लेकर विवाद तेज हो गया है,जिसके बाद कई सामाजिक संगठनों और महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने अनिरुद्धाचार्य की आलोचना की है।
क्या यह पहला मामला है?
यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक बयान देने वाले अनिरुद्धाचार्य पहले बाबा हैं? धार्मिक कार्यक्रमों में अक्सर बाबओं, मौलानाओं और कथावाचकों को बड़ी संख्या में महिलाएं सुनती हैं, उनसे सवाल करती हैं, और उन्हें आदर देती हैं। सुबह के समय टीवी पर कथा हो, या मोबाइल पर भजन अक्सर महिलाएं ही इसे सुनती हैं और परिवार में दूसरों को भी सुनने के लिए कहती हैं। मुस्लिम समुदाय में भी अम्मियाँ मौलाना तकरीरें या आयतें सुनती हैं और साझा करती हैं। लेकिन इन्हीं महिलाओं को लेकर कई बार आपत्तिजनक टिप्पणियाँ की जाती हैं, जिससे सवाल उठता है कि क्या धर्म और आध्यात्म की आड़ में महिलाओं का अपमान सामान्य होता जा रहा है?
बाबा अनिरुद्धाचार्य ने दिए कई बयान
बाबा अनिरुद्धाचार्य की यूं तो कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होती हैं. बाबा के मजाकिया अंदाज को लेकर भी कई वीडियो बनती हैं जो सोशल मीडिया की दुनिया में छा जाती हैं. लेकिन, इस बीच बाबा की वीडियो का एक वायरल अंश उनके लिए मुसीबत बन गया है. बाबा का दिया गया बयान 25 साल की लड़की 4 जगह मुंह मार चुकी होती है. इस कमेंट का ऐसा असर हुआ कि कई महिला संगठन ने इसके खिलाफ आवाज उठाई, महिलाओं ने विरोध किया, पुतले फूंके गए और मुकदमा तक दर्ज किया गया.
उन्होंने सोनम रघुवंशी केस का जिक्र करते हुए कहा, लड़के के साथ हनीमून मनाने गई, लेकिन वो किसी और के साथ रह चुकी थी. वो ड्रम वाला केस अभी ज्यादा पुराना नहीं हुआ है. उन्होंने, बयान पर विवाद छिड़ने के बाद कहा, देखो बात कही जाती है कि कुछ लड़कियां कैसी होती है, कुछ लड़कियां ऐसी होती हैं जो लिव-इन में रहती हैं. वो किसी के भी घर की बहू बनकर जाएंगी तो आप ही बताइए क्या वो रिश्ते को निभा पाएंगी.
बाबा ने अपने बयान पर सफाई पेश की और माफी तक मांगी. उन्होंने कहा, यह बात कुछ लड़कियों के लिए है, कुछ लोगों के लिए है. क्या बात कही गई कि कुछ लड़कियां, कुछ लोग ऐसे हैं जैसे कि अभी एक राजा रघुवंशी को उसकी पत्नी ने मार दिया. वो 25 साल की ही थी. उसने किसी पराए पुरुष के कारण अपने पति को मार दिया तो वहीं बात कही जा रही है. क्या महिलाओं के खिलाफ कथावाचक का यह पहला बयान था? जवाब है नहीं. इससे पहले भी बाबा ने महिलाओं को लेकर कई भद्दे कमेंट किए हैं.
कोलकाता के आरजीकर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त 2024 को एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म हुआ था. पूरे देश में इस रेप केस को लेकर हलचल मच गई थी और आवाज उठाई गई थी. इसी बीच कथावाचक का एक बयान सामने आया था. उन्होंने कहा, नजरों का भी दोष होता है, कपड़ों का भी तो दोष होता है. क्या हम पूरा दोष नजरों को दे दें.उन्होंने एक काल्पनिक कहानी सुनाते हुए कहा, एक लड़का था जो बहुत अच्छा था, बहुत सुधरा हुआ था, उसने एक दिन एक लड़की को देखा, जोकि कुछ कम कपड़े पहने हुई थी. धीरे-धीरे वो लड़का उत्तेजित होने लगा. फिर उस लड़के ने किसी भी लड़की को जो उसके आस-पास रही होगी उस लड़की को पकड़ा और उसको वो छेड़ने लग गया. अब मेरा सवाल यह है कि अगर वो लड़का बिगड़ा, तो कौन जिम्मेदार था.
“पति के पांव पर खड़ी रहो”
बाबा कई बार वीडियो में महिलाओं को ग्रेड देते हुए भी दिखाई देते हैं. वो कहते हैं कि जो महिला अपने पति से लड़ती है वो थर्ड ग्रेड की महिला है. साथ ही महिलाओं के काम करने पर भी बाबा कहते हैं कि अगर घर में पति और बाकी सब लोग काम करने वाले हैं तो महिलाओं को काम नहीं करना चाहिए. अगर पुरुष वर्ग है काम करने के लिए तो महिलाएं क्यों काम करेंगी. वायरल वीडियो में महिला ने कहा था- अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती हूं. गुरुजी ने कहा, पति के पांव पर खड़ी रहो. पति निकम्मा हो तो पत्नियां काम करे और अगर पति कमाने वाला है तो पत्नियां पति और बच्चों का ख्याल रखे.
एक क्लिप वायरल हुई थी जिसमें बाबा एक महिला से पूछते हैं आपकी शादी हो गई, वो कहती हैं- हां, कितने पति हैं? एक ही है, एक ही है फिर सही है. साथ ही एक बार बाबा ने कहा था, पुरुषों को कभी भी अकेले में महिलाओं के साथ नहीं रहना चाहिए. अकेले में अपनी मां के साथ भी नहीं रहना चाहिए. अकेले में अपनी बेटी के साथ भी नहीं रहना चाहिए. अकेले में अपनी बहन के साथ भी नहीं रहना चाहिए. जवान बेटा अकेले में अपनी मां के साथ न रहे.
“फिल्में देखने जाती हैं, 35 टुकड़े हो जाते हैं”
अनिरुद्धाचार्य महाराज ने साल 2022 में कहा था, पहले बेटियां पढ़ने-लिखने की बात कहकर घर से निकलती हैं और फिल्में देखने चली जाती हैं. फिर एक दिन बिना बताए घर से ही चली जाती हैं. उसके बाद फिर उनके 35 टुकड़े हो जाते हैं. अब अगर बेटियों को 35 टुकड़े होने से बचाना है तो उन्हें संस्कार वाला बनाओ. हालांकि, महिलाओं को लेकर ऐसे बयान देने वाले महाराज अकेले नहीं है, आज से पहले भी कई बाबाओं के ऐसे महिलाओं के विरोध में बयान सामने आए हैं.



