मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस लाई ‘ब्लैक पेपर’
- खरगे बोले- लोकतंत्र को खत्म कर रही है बीजेपी
- भाजपा सरकार के 10 साल में युवाओं, महिलाओं, किसानों और श्रमिकों पर हुए अन्याय का उठाया मुद््दा
- प्रधानमंत्री मोदी ने ब्लैक पेपर को बताया ‘काला टीका’
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश की संसद में आजकल बजट सत्र चल रहा है। ये मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम सत्र है, क्योंकि इसके अगले 100 से भी कम दिनों में देश में फिर से लोकसभा चुनाव होने हैं। वैसे तो संसद का बजट सत्र 9 फरवरी को ही समाप्त होना था, लेकिन अब बजट सत्र को एक दिन के लिए बढ़ा दिया गया है। इसके पीछे कारण मोदी सरकार द्वारा यूपीए सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन पर श्वेत पत्र लाने की योजना को बताया जा रहा है। लेकिन मोदी सरकार यूपीए के खिलाफ श्वेत पत्र लाए, उससे पहले कांग्रेस ने आज मोदी सरकार के खिलाफ ‘ब्लैक पेपर’ जारी कर दिया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार के खिलाफ ‘ब्लैक पेपर’ जारी करते हुए कहा कि ये ब्लैक पेपर मोदी सरकार के 10 साल में युवाओं, महिलाओं, किसानों और श्रमिकों पर हुए अन्याय से जुड़ा है।
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि हम आज केंद्र सरकार के खिलाफ ब्लैक पेपर निकाल रहे हैं, क्योंकि वे हमेशा सदन में अपनी कामयाबी की बात रखते हैं और अपनी विफलता छुपाते हैं और जब हम उनकी विफलता बताते हैं तब हमें महत्व नहीं दिया जाता है। इस ब्लैक पेपर में हमारा मुख्य मुद्दा बेरोजगारी है जो देश का सबसे बड़ा मुद्दा है और बीजेपी इस बारे में कभी बात नहीं करती।
10 सालों में 411 विधायकों को बीजेपी ने अपने पाले में किया : खरगे
कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के 10 साल के खिलाफ केंद्र सरकार की ओर से लाए जाने वाले ‘श्वेत पत्र’ का जवाब में ब्लैक पेपर जारी करते हुए खरगे ने कहा कि केरल, कर्नाटक, तेलंगाना जैसे गैर-बीजेपी राज्यों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। इसलिए हमें यह कदम उठाना पड़ा है। देश में लोकतंत्र को खतरा है। बीते 10 साल में 411 विधायकों को भाजपा ने अपने पाले में कर लिया है। उन्होंने कांग्रेस की कई सरकारें गिरा दीं। वे लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं। इससे पहले संसद के वर्तमान बजट सत्र को एक दिन बढ़ाकर 10 फरवरी तक कर दिया गया।
मेहुल चोकसी के पेपर भी सदन में लाए सरकार : अधीर
इस बीच कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार ‘व्हाइट पेपर’ लेकर आए, हमें कोई हर्ज नहीं है। लेकिन मेहुल चोकसी के पेपर भी सदन में लाने चाहिए। क्यों तुम्हारी सरकार में बैंकों को लूटा जाता है? जो लोग बैंक को लूटकर विदेश में भाग जाते हैं, उनके साथ आपका क्या संबंध है?
सरकार के कामों को नजर न लगे इसलिए कांग्रेस लाई ‘ब्लैक पेपर’: मोदी
कांग्रेस के ब्लैक पेपर पर पीएम मोदी ने कहा कि काले टीके से प्रगति को नजर नहीं लगती है और आज काला टीका लगाने का प्रयास हुआ। पीएम मोदी ने कहा, काले कपड़ों में सदन को फैशन शो देखने का भी मौका मिला। उन्होंने कहा कि हमारे यहां कुछ अच्छी चीज कर लेते हैं तो परिवार में एक स्वजन ऐसा भी आ जाता है जो कहता है कि अरे नजर लग जाएगी काला टीका लगा देता हूं। पिछले 10 वर्षों में जो काम हुए हैं उसको किसकी नजर ना लग जाए इसलिए आज खडग़े जी काला टीका लगाकर आए हैं।
मोदी ने की मनमोहन सिंह की तारीफ
राज्यसभा में आज कई सांसदों का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। इन सांसदों में देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का भी नाम शामिल है। ऐसे में सांसदों के विदाई समारोह कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह की काफी तारीफ की। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे याद है कि जब वोटिंग के दौरान, ये स्पष्ट था कि सत्ताधारी बेंच जीतेगी, लेकिन फिर भी मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर सदन में आए और अपना वोट दिया। यह एक सदस्य की अपने कर्तव्य के प्रति जिम्मेदारी का उदाहरण है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सवाल ये नहीं है कि वो किस को ताकत देने आए थे। मैं मानता हूं वो लोकतंत्र को ताकत देने आए थे।
केन्द्र सरकार के खिलाफ किसानों का हल्लाबोल
- अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे किसान
- नोएडा से दिल्ली किया कूच, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
- किसानों का आरोप- एनटीपीसी के मुआवजे में एक नीति नहीं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों से पहले देश के अन्नदाता किसान एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। मोदी सरकार से अपनी मांगों को लेकर किसानों ने हल्लाबोल दिया है। उत्तर प्रदेश के नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसानों ने संसद घेराव के लिए आज दिल्ली के लिए कूच शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस की कोशिश है कि वह उन्हें रोक सके।
किसानों ने स्पष्ट कहा है कि वह संसद का घेराव करेंगे। किसान, मुआवजा-नौकरी सहित कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान चप्पे-चप्पे पर कड़ा पहरा। चिल्ला बॉर्डर पर जाम के हालात हैं। किसान संगठन अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आज दिल्ली कूच कर रहे हैं। सभी किसान आज दोपहर 1 बजे महामाया फ्लाईओवर पर इकट्ठा कर चिल्ला बॉर्डर की तरफ पैदल मार्च करते हुए और अपने ट्रैक्टर ट्राली के साथ आगे बढ़ रहे हैं। इसके चलते नोएडा से लेकर चिल्ला बॉर्डर तक जगह जगह ट्रैफिक जाम है।
किसानों ने मोदी सरकार पर लगाए आरोप
किसानों का आरोप है कि एनटीपीसी ने अलग-अलग किसानों को समान मुआवजे की जगह अलग-अलग मुआवजा दिया गया। वहीं, 81 गांव के किसान नोएडा अथॉरिटी के खिलाफ धरना दे रहे हैं। किसानों की मांग है कि 10प्रतिशत प्लॉट नोएडा प्राधिकरण ने अपने नाम कर लिया है उसे वापस दे। किसानों के आरोप हैं कि एनटीपीसी के मुआवजे में एक नीति नहीं है, एनटीपीसी का अलग-अलग रेट पर मुआवजा किया जा रहा है। मोदी सरकार ने नौकरी देने का वादा पूरा नहीं किया, नोएडा अथॉरिटी ने 10 प्रतिशत प्लॉट वापस लिए और अंसल बिल्डर ने किसानों को मुआवजा नहीं दिया। वहीं अब किसान मांग कर रहे हैं कि लिखित समझौते को लागू किया जाए।