अब एलडीएफ और डीएमके ने मोदी सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
आर्थिक भेदभाव करने पर केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन
केरल और तमिलनाडु सरकार ने केंद्र पर राज्यों की अनदेखी के लगाए आरोप
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार विपक्षी दलों की राज्य सरकारों के साथ भेदभाव व नाइंसाफी करने के आरोप विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे हैं। इसको लेकर विपक्षी दलों की राज्य सरकारें मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी कर रही हैं। केंद्र सरकार पर लगातार आर्थिक अत्याचार और नाइंसाफी के आरोप लगाए जा रहे हैं।
पमि बंगाल और कर्नाटक के बाद अब आज केरल की वाम मोर्चा और तमिलनाडु की डीएमके सरकार भी केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं। एक दिन पहले जहां कर्नाटक सरकार ने दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं आज केरल की वाम मोर्चा और तमिलनाडु की डीएमके अपने-अपने राज्यों को धन आवंटन में कथित लापरवाही और पक्षपात को लेकर भाजपा नीत केंद्र सरकार के खिलाफ अलग-अलग प्रदर्शन कर रही हैं। प्रदर्शन में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान सिंह भी पहुंचे हैं।
हम कुछ मदद लेना चाहते हैं : कदन्नापल्ली रामचंद्रन
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पार्टी नेताओं के साथ जंतर-मंतर पर वित्तीय अन्याय को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान केरल के मंत्री कदन्नापल्ली रामचंद्रन ने कहा कि केंद्र सरकार की गतिविधियों के कारण वे संविधान बनाए रखने के पक्ष में नहीं हैं। जहां तक संविधान का सवाल है, हम कुछ मदद लेना चाहते थे, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के नेतृत्व में एलडीएफ के विरोध प्रदर्शन को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन का समर्थन मिला है। वाम मोर्चा के मंत्री, विधायक और सांसदों ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया है।
सरकार के भेदभावपूर्ण रवैये ने हमें विरोध करने पर किया मजबूर: विजयन
विजयन ने बुधवार को कहा था कि केंद्र दक्षिणी राज्य को अपने इतिहास के सबसे खराब वित्तीय संकट की ओर धकेल रही है। केरल के साथ केंद्र के भेदभाव और उसके परिणामस्वरूप वित्तीय संकट ने राज्य को विरोध का रास्ता अपनाने के लिए मजबूर किया है। वहीं डीएमके सांसद एवं पार्टी के संसदीय दल के नेता बालू ने कहा कि कांग्रेस सहित गठबंधन दलों के सांसदों से राष्ट्रीय राजधानी में शामिल होने का आग्रह किया गया है। डीएमके का कहना है कि अंतरिम बजट में चक्रवात, बारिश और बाढ़ के बाद लगभग 37,000 करोड़ रुपये की राहत की मांग करने वाले तमिलनाडु के प्रतिनिधित्व पर कोई घोषणा नहीं की गई थी। इसके अलावा, मदुरै में एम्स की स्थापना समेत तमिलनाडु की विकास परियोजनाओं के लिए कोष आवंटन को लेकर भी अंतरिम बजट में कोई घोषणा नहीं की गई थी।
पीएम मोदी ओबीसी नहीं उनका जन्म सामान्य जाति में हुआ: राहुल
बोले- गुजरात की तेली जाति में हुआ प्रधानमंत्री का जन्म
भाजपा कभी नहीं करा सकती जाति जनगणना
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
ओडिशा। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आजकल भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। मणिपुर से शुरू होकर मुंबई तक जाने वाली ये यात्रा वर्तमान समय में ओडिशा में हैं। इस दौरान ओडिशा राज्य के एक हिस्से में लोगों को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर निशाना साधा।
राहुल ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी का जन्म ओबीसी वर्ग में नहीं हुआ था। पीएम मोदी इतने सालों से सिर्फ झूठ बोल रहे हैं कि वे ओबीसी हैं। लेकिन असल में वो ओबीसी नहीं हैं। वो गुजरात की तेली जाति में पैदा हुए थे। इस समुदाय को बीजेपी ने साल 2000 में ओबीसी का टैग दिया था। यानी उनका जन्म सामान्य जाति में हुआ था। लेकिन इतने सालों से आपको लोगों को सिर्फ बेवकूफ बनाया जा रहा है और आप लोगों से झूठ बोला जा रहा है।
कांग्रेस कराएगी जाति जनगणना
मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि ओबीसी न होने के कारण पीएम मोदी कभी जातीय जनगणना नहीं होने देंगे क्योंकि उनका जन्म ओबीसी में नहीं हुआ, उनका जन्म सामान्य जाति में हुआ है। राहुल ने कहा कि आपने कभी नहीं देखा होगा कि मोदी जी ने कभी किसी ओबीसी को गले लगाया हो। पीएम मोदी किसी ओबीसी से गले नहीं मिलते, वो किसी किसान का हाथ नहीं पकड़ते। वो किसी मजदूर का हाथ नहीं पकड़ते। इसलिए ये पूरी जिंदगी में जाति जनगणना नहीं करेंगे। जाति जनगणना सिर्फ कांग्रेस ही करा सकती है और कांग्रेस सत्ता में आने पर जाति जनगणना जरूर कराएगी।
करोड़ों का सूट पहनते हैं पीएम
पीएम को निशाने पर लेते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि मैंने जातिगत जनगणना और सामाजिक न्याय की बात की तो पीएम मोदी ने कहा कि देश में सिर्फ दो जातियां हैं। एक अमीर और एक गरीब। तो अगर दो ही जातियां तो प्रधानमंत्री खुद किस जाति के हैं? अगर दो जातियां हैं तो आप क्या हैं? क्योंकि गरीब तो आप हैं नहीं। आप करोड़ों का सूट पहनते हैं। दिन में कई बार कपड़े बदलते हैं। अगर सिर्फ दो ही जातियां हैं तो फिर आप कहां से ओबीसी से हो गए? आप सिर्फ और सिर्फ झूठ बोलते हैं कि आप ओबीसी वर्ग के हैं।
बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा
महाराष्ट्र की पूर्ववर्ती सरकार में रह चुके हैं मंत्री
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। लोकसभा चुनावों से पहले महाराष्ट्र में कांग्रेस को मिलिंद देवड़ा के बाद अब एक और बड़ा झटका लगा है। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बाबा सिद्दीकी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर बताया कि उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
बाबा सिद्दीकी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा मैं किशोरावस्था में कांग्रेस से जुड़ा था और बीते 48 साल की यह यात्रा बेहद अहम रही। आज मैं तुरंत प्रभाव से कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं बहुत कुछ कहना चाहता हूं, लेकिन जैसा कहा जाता है कि कुछ बातें अनकही रहें तो अच्छा है।
अजित पवार की एनसीपी में हो सकते हैं शामिल
लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका है। इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने भी कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। बाबा सिद्दीकी मुंबई की बांद्रा ईस्ट सीट से पूर्व विधायक हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जा रहा हैं कि वे अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल हो सकते हैं।
ईडी भाजपा सरकार का नया हथियार: केजरीवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ईडी अब इनका एक नया हथियार है।
अभी तक इस देश में कानून होता था कि किसी व्यक्ति पर दोष साबित होने के बाद ही उसे जेल भेजा जाता था, लेकिन अभी उन्होंने (बीजेपी) तय कर लिया है कि किसे जेल भेजना है तो उसे पकड़ लेते हैं और वो तब तक जेल में रहता है जब तक वह निर्दोष साबित नहीं होता। अभी उन्होंने हेमंत सोरेन को जेल में डाल दिया है जबिक अभी तक कुछ भी साबित नहीं हुआ है। कल वो मुझे भी जेल में डाल सकते हैं, केरल सीएम विजयन, स्टालिन साहब या सिद्धारमैया को भी जेल में डालकर सरकार गिरा देंगे। केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार सारे विपक्ष को प्रताडि़त करने के लिए सारे हथकंडे अपना रही है। केंद्र सरकार विपक्ष की सरकारों को जायज फंड नहीं दे रही है जो उनका हक है।
उपराज्यपाल और राज्यपाल के जरिए उनके कार्य में रोज टांग अड़ाती है और विपक्ष को पकड़ा जा रहा है और जेल भेजा रहा है। अगर केरल के लोगों को उनके हक का फंड नहीं मिलेगा तो काम और सरकार कैसे चलेगी? हम सब अपनी जनता के हक के लिए फंड लेने आए हुए हैं। हमें फंड नहीं मिलेगा तो हम विकास कैसे करेंगे।
दिल्ली मेट्रो स्टेशन के प्लेटफॉर्म की गिरी दीवार
गोकुलपुरी हादसे में एक की मौत और दो लोगों के घायल होने की आशंका
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में आज गोकुलपुरी इलाके में एक बड़ा हादसा हो गया। गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन के प्लेटफॉर्म की साइड वॉल का एक हिस्सा गिर गया। जिससे पूरे इलाके में हडक़ंप मच गया। हादसे में एक व्यक्ति की मौत की आशंका भी जताई जा रही है, जबकि मलबे में दबकर दो लोगों के घायल होने की बात सामने आ रही है। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। सडक़ को बंद कर दिया गया है। दुर्घटना के बाद से इस लाइन में मेट्रो ट्रेन को फिलहाल सिंगल लाइन से संचालित किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि सुबह करीब 11 बजे गोकलपुरी मेट्रो स्टेशन की चारदीवारी (पूर्वी तरफ) का एक हिस्सा नीचे सडक़ पर गिर गया। एक व्यक्ति मलबे में फंस गया और गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि अन्य को मामूली चोटें आईं।
पुलिस कर्मियों ने कुछ लोगों की मदद से मलबे में फंसे व्यक्ति को बाहर निकाला। जो घटना के वक्त अपनी स्कूटी पर सवार था। घायलों को जीटीबी अस्पताल ले जाया गया है।
मलवे को हटाया जा रहा
घायल लोगों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। आगे की जानकारी जुटाई जा रही है। जेसीबी और क्रेन की मदद से मलबा हटाया जा रहा है। स्थानीय पुलिस और मेट्रो कर्मचारी मौके पर मौजूद हैं। इस मामले में कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।