विवादित बयान के बाद दिग्गी राजा से कांग्रेस ने किया किनारा
नई दिल्ली भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह ने पुलवामा हमले और सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया जिसके बाद उनकी पार्टी कांग्रेस भी असहज स्थिति में दिखाई दे रही है। सरकार पर निशाना साधते-साधते उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर भी सुबूत मांग लिया। अब दिग्विजय सिंह के इस बयान पर बवाल मचा हुआ है। पूर्व सेना के अधिकारियों ने भी दिग्विजय सिंह के बयान पर नाराजगी जताई है। विवाद बढ़ता देख कांग्रेस भी अब दिग्विजय सिंह के बयान से किनारा करती हुई नजर आ रही है। कांग्रेस की ओर से साफ तौर पर कहा जा रहा है कि यह दिग्विजय सिंह के निजी विचार है। दिग्विजय सिंह ने साफ तौर पर कहा कि दावा किया जाता है कि हमने सर्जिकल स्ट्राइक किया लेकिन इसके सबूत कहा है।
दिग्विजय सिंह के इस बयान पर पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने एक ट्वीट किया। अपने इस ट्वीट में जयराम रमेश ने साफ तौर पर कहा कि दिग्विजय सिंह की टिप्पणी उनके निजी विचार है और पार्टी द्वारा इसका समर्थन नहीं किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार द्वारा 2014 से पहले सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। सैन्य कार्रवाई जो राष्ट्रीय हित में है, कांग्रेस ने सभी का समर्थन किया है और आगे भी करती रहेगी। लेकिन भाजपा दिग्विजय सिंह पर जबरदस्त तरीके से हमलावर है। भाजपा ने तो साफ तौर पर कह दिया है कि कांग्रेस का डीएनए पाकिस्तान का डीएनए है। दिग्विजय सिंह सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांग रहे हैं। ऐसा करके वह सेना का मनोबल गिरा रहे हैं।
जम्मू कश्मीर में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कर्मियों को श्रीनगर से दिल्ली हवाई मार्ग से लाने के उसके (सीआरपीएफ के) अनुरोध पर सहमत नहीं हुई थी और पुलवामा में 2019 के एक आतंकी हमले में 40 सैनिकों को अपना बलिदान देना पड़ा। अपनी टिप्पणियों से अकसर विवाद पैदा करने वाले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वे सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं। वे कई लोगों को मारने की बात करते हैं लेकिन कोई सबूत नहीं दिया। वे झूठ के पुलिंदों के सहारे शासन कर रहे हैं।’’