कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर खींची तलवार
पश्चिम बंगाल में कांग्रेस सांसद ने फिर भरी हुंकार
- जयराम बोले- विपक्ष से मिलने से किया इंकार
- निर्वाचन आयोग ने आरोपों को नकारा
- विपक्षी दल मतदाताओं द्वारा वीवीपैट के अधिक से अधिक उपयोग पर चर्चा करना चाहते हैं
- लोकतंत्र पर आघात कर रहा आयोग : जयराम रमेश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने आयोग की कार्यप्रणाली पर सख्त नाराजगी जताई है। दरअसल, कांग्रेस ने दावा किया है कि विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दलों के प्रतिनिधि मंडल से मिलने से निर्वाचन आयोग ने इंकार कर दिया है। कांग्रेस ने इसे अन्याय बताते हुए कहा है कि यह लोकतंत्र की बुनियाद पर आघात करने वाला है। आज राष्टï्रीय मतदाता दिवस है। लोकसभा चुनाव निकट हैं इसलिए हर राजनीतिक दल मतदाताओं को अपने-अपने तरीके से लुभाने की कोशिश में भी लग गया है। हालांकि चुनाव आयोग ने इस पर जवाब भी दे दिया है। उसने कहा है कि लोकसभा चुनाव निकट देखकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल तमाम तरह के वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं और यह दावा करके कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है, मतदाताओं को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा है कि विपक्षी दल निर्वाचन आयोग के समक्ष वीवीपैट के विषय पर अपनी बात रखना चाहते हैं। जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, भारत निर्वाचन आयोग द्वारा हर वर्ष 25 जनवरी को राष्टï्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है। लेकिन दुख की बात है कि यह स्वतंत्र संस्था इंडिया गठबंधन की पार्टियों के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इंकार कर रही है। उन्होंने कहा है कि विपक्षी दल केवल मतदाताओं द्वारा वोट डालने पर वीवीपैट के अधिक से अधिक उपयोग पर अपनी बात रखना चाहते हैं। जयराम रमेश ने कहा है कि पिछले साल 30 दिसंबर को निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि ‘इंडियाÓ के एक प्रतिनिधिमंडल को वीवीपैट पर्चियों पर अपने विचार रखने के लिए मिलने का समय दिया जाए। पत्र के जवाब में निर्वाचन आयोग ने वीवीपैट पर रमेश की चिंताओं को खारिज करते हुए कहा था कि इसके माध्यम से ”ऐसा कोई नया दावा या उचित एवं वैध संदेह नहीं उठाया गया है जिसके लिए और स्पष्टीकरण की आवश्यकता है।ÓÓ आयोग ने जवाबी पत्र में यह भी कहा था कि मतदाता पर्चियों संबंधी नियम कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा ही 2013 में पेश किए गए थे। इसके बाद रमेश ने आयोग को फिर से 8 जनवरी को पत्र लिखकर मिलने के लिए समय मांगा था। गौरतलब हो कि इससे पहले भी विपक्ष आयोग के काम से नाखुशी जता चुका है।
नेताओं की साख पर असर नहीं पड़े, इसका रखा ध्यान : आयोग
देखा जाये तो ईवीएम के जरिये ही सत्ता पाते रहे विपक्षी दलों को यह बात भलीभांति पता है कि भारतीय निर्वाचन आयोग की पूरी दुनिया में बड़ी साख है और दुनिया में कहीं भी चुनाव हो तो संयुक्त राष्ट्र की ओर से भारतीय निर्वाचन आयोग के अधिकारियों को अंतरराष्टï्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर जरूर भेजा जाता है। लेकिन फिर भी अपनी कमियों को ढंकने के लिए निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाये जाते हैं। यहां यह बात भी गौर करने लायक है कि ईवीएम पर सवाल उठाने वालों के लिए चुनाव आयोग की ओर से समय-समय पर ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप साबित करने की खुली चुनौती भी दी जाती है लेकिन कोई भी आज तक यह बात साबित नहीं कर पाया कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है। लेकिन फिर भी अपनी हार सामने देख कर कुछ दल शुरू से ही ईवीएम पर निशाना साधने लग जाते हैं ताकि चुनाव परिणाम के बाद उनके नेताओं की साख पर असर नहीं पड़े।
देश में सिर्फ नफरत बांट रही बीजेपी व आरएसएस : राहुल
- भारत जोड़ो न्याय यात्रा असम से कूच बिहार पहुंची
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ों न्याय यात्रा असम से निकल कर पश्चिम बंगाल पहुंच गई है। वहां पर पर उन्होंने एकबार फिर बीजपी व आरएसएस पर हमला बोला है। कांग्रेस सांसद ने कहा ये दोनों देश में नफरत फैला रहे हैं। गौरतलब हो कि असम में राहुल गांधी की यात्रा का गुरुवार को आखिरी दिन है। यहां से राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पश्चिम बंगाल में प्रवेश की। पश्चिम बंगाल में यात्रा कूच बिहार से प्रवेश की। कूच बिहार में ही आज राहुल गांधी एक जनसभा को संबोधित भी किया। इस जनसभा में राहुल गांधी पश्चिम बंगाल में उनकी यात्रा की क्या रणनीति होगी और वो इस दौरान क्या मुद्दे उठाएंगे, इसके बारे में विस्तार से बताया।
राहुल ने चाय पी, दुकानदारों का जाना हाल
राहुल गांधी ने गुरुवार की सुबह असम के गोलकगंज से यात्रा की शुरुआत की और थोड़ी दूर चलने के बाद अचानक धुबरी जिले के हलकुरा गांव में रुक गए, यहां राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता अचानक सड़क किनारे एक चाय की टपरी पर पहुंचे और चाय पीने लगे। इस पूरे वाकये के बारे में चाय की दुकान के मालिक ने विस्तार से बताया। दुकानदार ने कहा कि राहुल गांधी अचानक से उनकी दुकान पर पहुंचे और ये उनके लिए पूरी तरह से एक सरप्राइज था. उन्होंने बताया कि उन्हें राहुल गांधी के उनकी दुकान पर आने की पहले से कोई जानकारी नहीं थी. दुकानदार ने बताया कि राहुल गांधी ने यहां पर चाय पी, नमकीन खाया और यहां का मशहूर दही भी चखा। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी कम चीनी की चाय पीते हैं तो हमने उन्हें चाय पिलाई और यहां का मशहूर दही भी दिया।
नीतीश के यात्रा में शामिल होने पर असमंजस
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने पर असमंजस है । सूत्रों ने बताया कि जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार 30 जनवरी को राहुल गांधी के साथ यात्रा में शामिल पर अभी कुछ स्पष्टï नहीं किया। सूत्रों ने कहा कि नीतीश कुमार और कांग्रेस में सबकुछ ठीक है और किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है। यहां यात्रा पूरी करने के बाद राहुल गांधी बिहार पहुंचेंगे। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा मणिपुर से शुरू हुई है और यह मुंबई तक जाएगी पिछले ही दिनों नीतीश कुमार के राजनितिक सलाहकार और जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा था कि इंडिया गठबंधन के बैनर से यह यात्रा होती तो ज्यादा बेहतर होता। निमंत्रण मिला है लेकिन नीतीश कुमार तय करेंगे क्या करना है। बिहार में जेडीयू, लालू प्रसाद यादव की राष्टï्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस और लेफ्ट गठबंधन की सरकार है।