मप्र-राजस्थान पर कांग्रेस ने गड़ाई नजर
विस चुनाव में भाजपा को पटखनी देने की योजना
- राहुल ने 150 सीटें जीतने किया दावा
- सीएम शिवराज बोले ख्याली पुलाव
- कमलनाथ ने राहुल की हां में हां मिलाया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में 150 सीटें जीतने का दावाकर राहुल गांधी ने भाजपा की नींद उड़ा दी। गौरलब हो कि 29 मई को कांग्रेस अध्यक्ष व राहुल, प्रियंका गांधी ने मध्यप्रदेश, राजस्थान ,दिल्ली व अन्य राज्यों के चुनाव के मद्देनजर दिली में राज्य नेताओं के साथ बैठक की। कर्नाटक चुनाव में जीत के बाद उत्साह से लबरेज राहुल गंाधी ने बैठक के बाद कहा कि कर्नाटक में हम 136 सीटे जीते हैं मध्य प्रदेश में 150 सीटें जीतेगें। उनकी इस प्रतिक्रिया के बाद मप्र प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह ने ख्याली पुलाव बता कर खारिज कर दिया।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने रणनीति पर चर्चा शुरू कर दी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव को लेकर हुई बैठक पर पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि हमारी लंबी चर्चा चली, हमारा आंतरिक आंकलन है कि हमें कर्नाटक में 136 सीटें मिली, हमें मध्य प्रदेश में 150 सीटें मिलने वाली है। जो कर्नाटक में किया उसे दोहराएंगे, दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष व अन्य नेताओं के साथ बैठक के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य पार्टी प्रमुख कमलनाथ ने कहा बेहद महत्वपूर्ण बैठक हुई, चुनाव में कैसी रणनीति बनाई जाए, मध्य प्रदेश का भविष्य कैसे सुरक्षित रखा जाए इस पर चर्चा हुई। जो राहुल गांधी (एमपी में कांग्रेस को 150 सीटें मिलने के बयान) ने कहा है हम सभी उनकी बात से सहमत है।
हम मध्य प्रदेश भी जीतने जा रहे हैं- वेणुगोपाल
दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष व अन्य नेताओं के साथ बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि हम मध्य प्रदेश भी जीतने जा रहे हैं। आज हमारे पास अधिक से अधिक सीटों के साथ मध्य प्रदेश को जिताने का संयुक्त नारा है।
केजरीवाल के समर्थन पर आलाकमान को अधिकार
वहीं कांग्रेस नेतृत्व ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से दिल्ली सरकार को लेकर केंद्र के अध्यादेश और गठबंधन को लेकर राय पूछी। सभी नेताओं ने गठबंधन का विरोध किया। अध्यादेश पर केजरीवाल को समर्थन के सवाल का अजय माकन ने पुरजोर विरोध किया। नेताओं ने केजरीवाल से मुलाकात का फैसला आलाकमान पर छोड़ा। केजरीवाल चाहते हैं कि कांग्रेस भी केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ वोट करे, इस मुद्दे पर केजरीवाल और कांग्रेस आलाकमान की मुलाकात पर तस्वीर साफ नहीं है, केजरीवाल से मुलाकात को लेकर फैसला आलाकमान पर छोड़ दिया गया है। उधर राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच झगड़ा सुलझाने के लिए अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे खुद कूद पड़े हैं। खरगे दोनों नेताओं से दिल्ली में अपने घर पर अलग अलग मुलाकात की। मुलाकात के लिए अशोक गहलोत आज दो दिन के दौर पर दिल्ली आ पहुंचे । पार्टी नेताओं ने कहा कि आलाकमान राजस्थान में कर्नाटक की कहानी को दोहराने के लिए दो नेताओं को अपने मतभेदों को दूर करने के लिए योजनाओं पर गंभीरता से विचार किया। पार्टी सूत्रों ने कहा कि आलाकमान पायलट को शांत करने की गंभीरता से योजना बना रहा है, जिन्होंने राजस्थान लोक सेवा आयोग को भंग करने, पेपर लीक से प्रभावित होने वाले युवाओं को मुआवजा और जांच जैसी तीन मांगों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के कार्यकाल में कथित भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं। अल्टीमेटम 30 मई को समाप्त हो रहा है, और इसलिए शीर्ष राज्य नेतृत्व द्वारा इस मुद्दे को हल करने का प्रयास किया जा रहा है।
मन को बहलाने को बाबा ख्याल अच्छा : शिवराज
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी के कांग्रेस को 150 से ज्यादा सीटें मिलने वाले बयान पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि मन को बहलाने को बाबा ख्याल अच्छा है। भाजपा मध्य प्रदेश में 200 से ज्यादा सीटें जीतेगी। अब उनको ख्याली पुलाव पकाने हैं तो पकाते रहें।