दूसरे चरण से पहले कांग्रेस नेताओं का भाजपा पर हमला!

4PM न्यूज़ नेटवर्क: राजस्थान में फिलहाल भले ही भाजपा की सरकार हो लेकिन कांग्रेस के बढ़ते दबदबे को देखते हुए भाजपा के खेमे में खलबली मची हुई है। राजस्थान में इस बार विधानसभा चुनाव में भले ही भाजपा ने जीत दर्ज की हो लेकिन सरकार बनने के बाद से ही कई ऐसी घटनाएं सामने आई जिससे राजस्थान सरकार हिल गई और जनता का विश्वास भाजपा से धीरे-धीरे उठने लगा. अब भाजपा के इस घिरते ग्राफ का महज पीएम मोदी की छवि का सहारा था लेकिन ये सहारा भी काम नहीं आ रहा है ऐसा हम इस लिए कह रहे हैं क्योंकि वोट बनाने के चक्कर में पीएम मोदी द्वारा हाल ही में दिया गया बयान अब न सिर्फ भाजपाइयों के लिए बल्कि पीएम मोदी के भी गले की फांस बनता जा रहा है। और पीएम मोदी की जो छवि थी वो अब धूमिल हो चुकी है अब चुनावी मैदान में उम्मीदवारों को खुद की उम्मीदवारी स्वयं से ही साबित करनी पड़ रही है। पीएम मोदी, अमित शाह, व भाजपा के अन्य बड़े नेताओं के जनसभाएं करने के बावजूद भी लोगों का विश्वास के लिए नहीं बन पा रहा है जो की भाजपा के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।

अच्छा ऐसा नहीं है कि इस चुनाव में सिर्फ पीएम मोदी ने ही ऐसे गलत बयान दिए हों बल्कि भाजपा के कई ऐसे बड़े नेता हैं जिन्हे हिन्दू-मुसलमान, मंदिर-मस्जिद और जाति मजहब के नाम पर देश की जनता को मूर्ख बनाना शायद इस कदर भाता है जिसकी कोई सीमा नहीं है। आज के माहौल को देखते हुए अगर हम ये कहें कि इन दिनों देश के युवाओं को रोजगार की जरूरत है, वहीं महंगाई की मार झेल रहे लोगों को इससे निजात पाने की चाहत है, किसानों को उनकी मेहनत का दाम चाहिए लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार इन सब असल मुद्दों से जनता को भटका रही है। जिस तरह से लोगों को गुमराह किया जा रहा है इसकी कोई हद नहीं है। मगर जनता इस बार भाजपा के बहकावे में नहीं आने वाली भाजपा नेताओं के भड़काऊ भाषण से जनता अब जागरूक हो चुकी हैं और लोगों ने अब अपने हक़ के लिए सही फैसला लेना भी शुरू कर दिया है। अब राजस्थान की अगर हम बात करें तो सत्ता भाजपा के हाथों में जाने के बाद से ही जनता में न सिर्फ आक्रोश है बल्कि इस बार के चुनाव में भाजपा के उम्मीदवारों को तगड़ा झटका देने के मूड में हैं।

वहीं कांग्रेस पार्टी भी इस बार काफी एक्टिव मोड में नजर आ रही है, लगातार लोगों के बीच पहुँच रहे हैं और उन्हें अपनी घोषणाओं के बारे में भी बता रहे हैं। साथ ही भाजपा नेताओं के गलत कामों को उजागर करके उन्हें आईना दिखाने का काम भी कर रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस के बड़े नेता राजस्थान पहुंच रहे हैं और लोगों को साधने की कोशिश कर रहे हैं। आपको बता दें कि राजस्थान के मेवाड़ वागड़ क्षेत्र 4 लोकसभा सीटों पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा. मतदाताओं को रिझाने के लिए सियासी दलों के दिग्गज नेताओं ने यही डेरा डाला है. इसी क्रम में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश उदयपुर पहुंचे. उदयपुर में बात करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने 4 बिंदुओं पर अपनी बात रखते हुए बीजेपी पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कई नेताओं के कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने को लेकर बड़ा दावा किया. जयराम रमेश ने कहा कि राजस्थान में हाल ही में विधानसभा चुनाव हुए हैं. इसमें राजस्थान की जनता ने एक दशमलव 6-6 करोड़ वोट बीजेपी को और एक दशमलव 5-7 करोड़ वोट कांग्रेस को दिए यानी करीब 9 लाख वोटों का ही अंतरा रहा है. उन्होंने कहा कि हालांकि हमारी सरकार नहीं बनी लेकिन परिणाम हमारे लिए सकारात्मक आए हैं.

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्लान को लेकर जयराम रमेश ने कहा कि विधानसभा चुनाव के मुकाबले लोकसभा चुनाव में मुद्दे अलग हो जाते हैं. पिछले चुनाव के सकारात्मक पहलुओं को देखते हुए हम पहले चरण में पूरे दम से चुनाव उतरे, जिसकी वजह से हमारे लिए परिणाम सकारात्मक आएंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि इसे देखकर पीएम मोदी की भाषा पहले चरण के मतदान के बाद बदल गए हैं. उनकी रणनीति बदल गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि इस चुनाव में हमने विशेष रणनीति तैयार की है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और भारत न्याय यात्रा के दौरान जनता की आवाज सुनकर, उनकी समस्याओं और चिंताओं को महसूस कर कांग्रेस का न्याय पत्र मेनिफेस्टो तैयार किया गया है. जयराम रमेश ने कहा कि इससे बीजेपी घबराई हुई है, इसलिए वह ध्रुवीकरण का रास्ता अपना रही है. बीजेपी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को मुस्लिम लीग का घोषणा पत्र बताया. उन्होंने कहा कि मैं बता दूं कि 1940 में बंगाल में श्यामा प्रसाद मुखर्जी मंत्री थे. लालकृष्ण आडवाणी और जसवंत सिंह पाकिस्तान गए और मोहम्मद अली जिन्ना की खूब प्रसंशा को.

वहीं दूसरी तरफ कोटा में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इस बार न्याय पत्र जारी किया है. कांग्रेस के मेनिफेस्टो को लेकर मोहन प्रकाश ने कहा कि पार्टी के ‘न्याय पत्र’ का आधार राहुल गांधी के ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान करोड़ों लोगों ने जो अपनी भावनाओं, उनकी चिंता, सपनों और अपेक्षा को शामिल किया गया है. इसलिए इसका नाम न्याय पत्र रखा गया. केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने कहा कि देश में बीजेपी की जो 10 साल की हुकूमत है, यह उसका अन्याय काल है. उन्होंने इस दौरान कोटा बूंदी से बीजेपी प्रत्याशी और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला पर भी निशाना साधा. मोहन प्रकाश ने आरोप लगाते हुए कहा कि ओम बिरला ने लोकसभा अध्यक्ष रहते हुए देश के एक तिहाई वोटर्स की आवाज को दबाने का काम किया है. गौतम अडानी और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोलने वाले सांसदों को ओम बिरला बाहर भेज दिया करते थे

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि यही वजह है कि कोटा से ओम बिरला जीता कर संसद नहीं पहुंचाना चाहिए. कांग्रेस प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने कहा कि सूरत में लोकतंत्र को शर्मसार किया गया है. इसी तरह से चुनाव देश में होंगे. इलेक्शन कमीशन ने भी सूरत से बीजेपी के कैंडिडेट को विजय घोषित कर दिया, जबकि नोटा का प्रावधान भी इसमें शामिल था. ऐसा नहीं है कि सिर्फ कांग्रेस पार्टी भाजपा को घेर रही है बल्कि अन्य दल भी भाजपा को जमकर घेर रहे हैं। अभी मौजूदा हालात की अगर हम बात करें तो राजस्थान में भाजपा चौतरफा घिर चुकी है जिससे भाजपा काफी परेशान है। आपको बता दें कि इन दिनों रविंद्र सिंह भाटी भी खूब चर्चा में बने हुए हैं। वो भी लगातार भाजपा को घेरते हुए नजर आ रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में रविंद्र सिंह भाटी की खूब चर्चा हो रही है. भाटी फिलहाल अभी राजस्थान के बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक हैं. वहीं अब बाड़मेर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है. इस नौजवान को सुनने और देखने के लिए उसके रोड शो और सभाओं में हजारों की तादाद में लोग उमड़ रहे हैं. इस बीच बाड़मेर संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि ‘हिन्दू और मुसलमान में कोई फर्क नहीं है. यहां सात पीढ़ियों से भाईचारा बना रहा है और आगे भी बना रहे ये हमारी जिम्मेदारी है.’

बता दें कि वो भी लगातार भाजपा पर हमला बोल रहे हैं। उन्होंने अभी हाल ही में भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि इन्होंने मुझ पर कई गंभीर आरोप लगाए. कुछ दिन पहले कहा कि मैं देशद्रोही हूं. उन्होंने कहा कि अगर आप यह साबित कर दें कि मैं देशद्रोही हूं तो मैं सियासत छोड़ दूंगा. अगर आप साबित नहीं कर पाओ तो आप सियासत छोड़ दों. उन्होंने कहा आपके पास एजेंसियां हैं, मेरी जांच करवाओ. ऐसे में आपको बता दें कि जिस तरह से राजस्थान का सियासी माहौल बना हुआ है इससे एक बात तो तय है कि राजस्थान में भाजपा की सरकार होते हुए भी भाजपा की परेशानी बढ़ती जा रही है। राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों में से भाजपा कितने पर अपना अधिकार जमा पाती है ये तो खैर आने वाला समय ही तय करेगा मगर अभी सभी राजनीतिक दल जमकर प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं साथ ही सभी दलों के नेता लोगों के बीच पहुँच कर तरह-तरह के लुभावने वादे कर रहे हैं। अब इन सब को देखते हुए जनता किसपर विश्वास जता पाती है ये तो खैर आने वाला समय ही तय करेगा।

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