भाजपा राशन को लेकर झूठ फैला रही: कांग्रेस
- राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम का मोदी ने किया था विरोध
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा पर राशन के मुद्दे पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर केंद्र में विपक्षी गठबंधन इंडिया की सरकार बनती है तो कर्नाटक की अन्न भाग्य योजना की तर्ज पर पूरे देश में गरीबों को प्रति माह 10 किलोग्राम मुफ्त राशन दिया जाएगा। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा भी किया कि गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून का विरोध किया था।
लखनऊ में कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा दस किलो राशन देने के वादे को भाजपा ने कांग्रेस पर झूठे वादे करने का आरोप लगाया है। रमेश ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया, प्रधानमंत्री और भाजपा राशन को लेकर भयंकर झूठ फैला रहे हैं। उन्होंने कहा, राशन की असली क्रोनोलॉजी समझिए। 80 करोड़ भारतीयों के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (2011 की जनगणना के आधार पर) सितंबर 2013 में पारित किया गया था। इसका सिर्फ़ एक मुख्यमंत्री ने लिखित में विरोध किया था, वह थे गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री। कांग्रेस महासचिव ने कहा, प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 को लागू करने के लिए कुछ नहीं किया। कोविड महामारी के दौरान उन्होंने अचानक राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 का नाम बदलकर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना कर दिया और मुफ्त राशन योजना के रूप में इसकी मार्केटिंग की। उनके मुताबिक, तय समय पर हर 10 साल में होने वाली जनगणना को 2021 में न करवाकर कम से कम 14 करोड़ भारतीयों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मिलने वाले लाभ से वंचित कर दिया गया है। जनगणना अभी तक नहीं हुई है। रमेश ने कहा, जब मई 2023 में विधानसभा चुनाव में कर्नाटक के लोगों ने भाजपा को सत्ता से बेदखल कर दिया, तब निवर्तमान प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की अन्न भाग्य – 10 किलो मुफ्त चावल देने की गारंटी को विफल करने कोशिश करके कर्नाटक वासियों से अपना बदला लिया।
लेकिन कांग्रेस की राज्य सरकार डटी रही और अन्न भाग्य योजना को लागू कर रही है।
केंद्रीय बजट पर पीएम कर रहे भ्रमित : पी. चिदंबरम
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि सत्ता में रहने के दौरान पार्टी मुसलमानों के लिए बजट का 15 प्रतिशत आवंटित करना चाहती थी। पीएम मोदी के इस आरोप पर कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस आरोप को गलत बताया। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव के बीच हिंदू मुस्लिम विभाजन के मकसद से यह टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के बयान लगातार अजीब होते जा रहे हैं और यह दर्शाते हैं कि उनके भाषण लिखने वाले अपना संतुलन खो बैठे हैं। कल, उन्होंने दावा किया कि अगर उन्होंने हिंदू-मुस्लिम विभाजन किया, तो वह सार्वजनिक जीवन में रहने के योग्य नहीं होंगे। आज, उन्होंने हिंदुओं और मुसलमानों को विभाजित करने का अपना खेल खेला। कांग्रेस नेता ने आगे कहा, प्रधानमंत्री का यह आरोप पूरी तरह से गलत है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने केंद्रीय बजट का 15 प्रतिशत विशेष रूप से मुसलमानों पर खर्च करने की योजना बनाई थी। उनका एक अन्य आरोप है कि कांग्रेस एक मुस्लिम बजट और एक हिंदू बजट पेश करेगी। यह इतना अपमानजनक है कि इसे केवल एक मतिभ्रम के रूप में वर्णित किया जा सकता है। चिदंबरम ने कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 112 में केवल वार्षिक वित्तीय विवरण का जिक्र है, जो केंद्रीय बजट है। फिर दो बजट कैसे हो सकता है? उन्होंने आगे कहा कि चुनाव प्रचार के शेष दिनों में आशा है कि प्रधानमंत्री झूठे आरोपों और अपमानजनक दावों का रास्ता छोड़ देंगे। भारतीय प्रधानमंत्री के बयानों को भारत की जनता ही नहीं, दुनिया भी देख रही है।
एसएलयू गायब, सुप्रीम कोर्ट पहुंचे दिग्विजय
मध्यप्रदेश में लोकसभा का चुनाव 2024 के चार चरणों के मतदान प्रक्रिया पूरी हो गई है। अब स्ट्रांग रूम में गड़बड़ी की आशंका को लेकर कांग्रेस नेता एवं राजगढ़ प्रत्याशी पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह सुप्रीम कोर्ट की शरण में पहुंचे हैं। उन्होंने सिंबल लोडिंग यूनिट (एसएलयू) को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का आरोप है कि राजगढ़ प्रशासन ने एसएलयू वापस चुनाव आयोग को सौंपे है। गुना में एएसएलयू स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखी हुई है लेकिन राजगढ़ में नहीं। एक मई को चुनाव आयोग ने सर्कुलर जारी कर सभी राज्यों को निर्देश दिए थे। जिसमें कहा गया था कि एसएलयू को चुनाव याचिकाओं के मद्देनजर 45 दिनों तक स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा जाए।
लोगों की आक्रोश भरी खामोशी तय करेगी गठबंधन की जीत : गहलोत
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और अमेठी लोकसभा के वरिष्ठ कांग्रेस पर्यवेक्षक अशोक गहलोत ने कहा कि देश में जिस तरह का माहौल और लोगों में आक्रोश भरी खामोशी दिख रही है, उससे ये निश्चित हो गया है कि गठबंधन जीतेगा और देश में सरकार बनाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के नापाक मंसूबों से देश का लोकतंत्र और संविधान ख़तरे में है, जिसको देशवासियों ने भांप लिया है और वे बदलाव के मूड में हैं। गहलोत ने अमेठी से अपने 42 साल पुराने नाते को याद करते हुए कहा कि मैं राजीव गांधी के पहले चुनाव में एक महीने यहां रहा हूं। यहां लोगों में गांधी परिवार के प्रति प्यार और अपनत्व को नज़दीक से देखा है। वही जज्बा आज लोगों में दिखाई दे रहा कि ये चुनाव जनता ख़ुद लड़ रही है।