कांग्रेस चुनेगी लोकसभा में विपक्ष का नेता, शरद पवार के बयान से चर्चाएं तेज
2024 के लोकसभा चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं। अब NDA सरकार का गठन और उनके मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी हो चुका है।
4PM न्यूज़ नेटवर्क: 2024 के लोकसभा चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं। अब NDA सरकार का गठन और उनके मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी हो चुका है। वहीं इस बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता को लेकर चर्चा हो रही है। NCP प्रमुख शरद पवार ने बयान से भाजपा की उम्मीदों पर पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है। शरद पवार ने कहा है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता के सवाल पर गेंद कांग्रेस के पाले में डाल दी है। उन्होंने साफ कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता की नियुक्ति पर कांग्रेस फैसला करेगी। क्योंकि निचले सदन में इंडिया गठबंधन के दलों में कांग्रेस के पास अधिकतम सीटें हैं।
शरद पवार ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पिछली सरकार में इस नियम का पालन नहीं किया था। इस मामले को लेकर चर्चा होगी लेकिन मुझे नहीं लगता है कि इसका कोई सार्थक नतीजा निकलेगा। देश में 543 सदस्यीय लोकसभा सीटों के लिए चुनावों में बीजेपी ने 240 सीटें जीतीं और NDA में अपने सहयोगियों के साथ सरकार बना ली है। वहीं विपक्षी पार्टियों में कांग्रेस को सर्वाधिक 99 सीटें मिलीं है।
शरद पवार के बयान से चर्चाएं तेज
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पहले हम इस बात पर सहमत हुए थे कि यह पद सबसे अधिक सीटों वाली पार्टी को मिलेगा। आज कांग्रेस के पास लोकसभा में (विपक्षी दलों के बीच) सबसे अधिक सीटें हैं। इसलिए वह तय करेंगे कि पद किसे संभालना चाहिए? कांग्रेस के निर्णय के बाद उसे इंडिया ब्लॉक की सहमति की जरुरत होगी।
शरद पवार ने दावा किया कि जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास खो दिया है। मोदी की गारंटी फेक निकली है। प्रदेश के लोग इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि पिछले 5 वर्षों में किए गए वादों को पूरा नहीं किया गया। एमवीए, जिसमें कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी (एसपी) शामिल हैं. एमवीए ने राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 30 सीटें हासिल की हैं। इसके अलावा सत्तारूढ़ महायुति जिसमें BJP, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और डिप्टी सीएम अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP शामिल है। राज्य में महायुति को 17 सीटों मिली हैं।