अलीगढ़ में मकानों में आई दरार, लोगों में दहशत
अलीगढ़। अलीगढ़ के कनवरीगंज इलाके में फर्श मोहल्ले में इन दिनों करीब 24 परिवार डरे हैं। इसका कारण यह है कि उनके मकान फटने शुरू हो गए हैं और जमीन में धंस रहे हैं। दीवारें और छतों में दरारें आ चुकी हैं।
मोहल्ले के लोगों का कहना है कि सीवरेज पाइपलाइन के लिए नगर निगम ने मोहल्ले में खोदाई कराई थी। इसके बाद से घरों में दरारें आ रही हैं। उन्हें डर है। कहीं उनके मकान एकदम से बैठ न जाएं। घर लगातार जमीन में धंस रहे हैं।
कनवरीगंज इलाके में कुछ महीने पहले सीवरेज का काम हुआ था। इस दौरान नगर निगम ने यहां पर खोदाई की थी और सीवरेज के लिए पाइप लाइन बिछाई थी। इसके बाद से ही घरों और छतों के फटले की समस्या आनी शुरू हुई है।
फर्श मोहल्ले के लोगों का कहना है कि नगर निगम ने खोदाई के दौरान लापरवाही दिखाई और गड्ढों को ठीक से नहीं भरा। इसके कारण सीवरेज और बारिश के दौरान पानी रिस-रिस कर उनके मकानों की नींव में जा घुसा है। नींव में पानी भरने के कारण उनके मकान जमीन में धंसने लगे हैं।
इलाके के लोगों ने बताया कि रात में कई बार उनके मकानों में आवाजें आती हैं और उनकी नींद टूट जाती है। जब वह उठकर देखते हैं तो उनके मकान में दीवारें खिसक रही होती हैं। इसके कारण पूरा घर सहम जाता है और कई बार लोग रात में घर के बाहर निकल आते हैं।
यह समस्या एक दो घरों की नहीं है, बल्कि फर्श मोहल्ले में 24 घरों की हैं। मकान लगातार दरक रहे हैं और उनकी दीवारों और छतों में दरार आ चुकी है। दो और तीन मंजिला मकान भी पूरी तरह से फट चुके हैं। लोगों को डर है कि कहीं पर उन पर मकान ढह सकता हैं। ऐसे में वह जान बचाने के लिए कहां रहें।
मोहल्ले के मोहम्मद मशगूल ने बताया कि घरों की दीवारों और छतों का फटना एक सप्ताह पहले से शुरू हुआ। पहले एक दो मकानों में यह समस्या आई तो लोगों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। लेकिन, अब एक के बाद एक मकान लगातार धंस रहे हैं और दीवारें दरकती जा रही हैं।
धीरे-धीरे करके यह समस्या लगभग 24 मकानों में आ चुकी है। इसके बाद पूरे इलाके में डर का माहौल बन गया है और लोग परेशान हो रहे हैं। लोगों के पास मरम्मत कराने की भी परेशानी आ रही है, क्योंकि पूरा मकान ही जमीन में बैठने लगा है और मरम्मत कराने में लाखों का खर्च आएगा।
इलाके के लोगों का कहना है कि खुदाई में जमीन खोखली हो गई है, जिसके कारण मकान धंस रहे हैं। अगर प्रशासन ने उनकी समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया तो लोग सडक़ों पर उतरेंगे। जमकर प्रदर्शन करेंगे।