किशनगंज में मदरसा बंद करवाने के लिए छात्र की हत्या, नहर के पास मिला शव

ग्रामीण भी मदरसा में ही कुछ होने का अंदेशा जाहिर कर रहे थे. घटना के बाद मदरसा के प्रति लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा था.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: बिहार में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जंहा पर एक छात्रा की संदिग्ध परिस्थित में मौत हो गई है। जिले के मोतिहारा तालुका क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिसने समाज में बच्चों के भविष्य को लेकर सोचने पर मजबूर कर दिया है। मदरसे में पढ़ने वाले एक 12 वर्षीय छात्र का शव नहर के पास बरामद हुआ है। मृतक की पहचान जहीरुद्दीन के रूप में की गई है,जो मोतिहारा तालुका के एक मदरसे में रहकर पढ़ाई कर रहा था।

ग्रामीण भी मदरसा में ही कुछ होने का अंदेशा जाहिर कर रहे थे. घटना के बाद मदरसा के प्रति लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा था. पुलिस मामले की जांच कर रही थी. छात्र की हत्या धारदार हथियार से गला रेतकर की गई थी. शव के पास ही एक गमछा गिरा हुआ था, जिसमे खून के निशान थे. घटना के बाद एसडीपीओ गौतम कुमार मदरसा पहुंच कर मौलवी व छात्रों से बात की.

पुलिस को दो छात्रों पर हुआ शक
सभी ने बताया कि मृतक छात्र जहीरुद्दीन खाना खाकर रात में सो गया था. मगर सुबह उठने पर वह अपने बेड पर नहीं था. सुबह नहर के पास झाड़ी में शव मिलने के बाद छात्र की पहचान हुई. वहीं घटना के दूसरे दिन किशनगंज एसपी सागर कुमार ने भी घटनास्थल का मुआयना किया और पुलिसकर्मियों को सभी बिंदुओं पर जांच करने के निर्देश दिए.

किशनगंज पुलिस ने घटनास्थल का मोबाइल का डंप डेटा निकाला, मगर कोई सुराग हाथ नहीं लगा. पुलिस रोजाना मदरसा जाकर मृतक छात्र के दिनचर्या की जानकारी लेते रहे और उसके दोस्तों की सूची बनाते रहे. जिसके बाद मदरसा के 2 छात्रों को चिन्हिंत किया गया, जिससे मृतक छात्र की खूब दोस्ती थी. वही आसपास के लोगों और   छात्रों ने बताया कि अक्सर दोनों छात्र मदरसा के पीछे कब्रिस्तान नहर के पास देखे जाते थे.

जब जाँच के दौरान पुलिस को यह यकीन हो गया कि बच्चें का हत्यारा कोई बाहरी नहीं बल्कि मदरसा का ही कोई हैं. तब पुलिस ने जांच का दायरा मदरसा ही रखा. पुलिस ने एक-एक कर छात्र के दोस्त से पूछताछ शुरू की तो हत्या का राज खुला. पुलिस ने जब चिन्हित दोनों छात्रों से अलग-अलग बात की तो हत्या का पूरा राज सामने आया. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किये गये चाकू और हत्या के समय दोनों हत्यारे द्वारा पहने गए कपड़ो को भी बरामद कर लिया है. दोनों छात्रों के कबूलनामे के बाद हत्यारे छात्रों के परिजन भी हैरान हैं. दोनों छात्रों की उम्र महज 12 और 13 साल हैं. दोनों छात्रों को किशोर न्याय परिषद के सुपुर्द कर दिया गया हैं.

छात्रों का पढ़ाई में नहीं लगता था मन
पुलिस के पूछताछ में पता चला कि दोनों छात्रों को पढ़ाई में मन नहीं लगता था. दोनों बार-बार अपने घर जाने की जिद करते थे. घर जाने के बाद भी परिजन फिर दोनों को पढ़ने के लिए मदरसा भेज देते थे. जिसके बाद दोनों बच्चों ने मिलकर खौफनाक प्लान बनाया. दोनों ने मदरसा के ही एक छात्र के हत्या की प्लानिंग बनाई ताकि मदरसा ही बंद हो जाये या डर से परिजन अपने बच्चों को लेकर यहां से चले जायें. जिसके बाद दोनों छात्रों ने जहीरुद्दीन को इसके लिए चुना. दोनों हमेशा साये की तरह उसके साथ रहने लगे.

पहले से चल रही थी हत्या की प्लैनिंग
किशनगंज एसपी सागर कुमार ने बताया कि पहले भी दोनों ने छात्र को मारने का प्लान बनाया था, मगर मदरसा के अन्य छात्र के पहुंच जाने से दोनों घटना को अंजाम नहीं दे पाए. वहीं 2 अगस्त की रात्रि 12 बजे के आसपास जब मृतक छात्र बाथरूम गया तो पीछे से दोनों भी वहाँ पहुँच गए और गमछा से मुँह ढ़ककर गला रेतकर उसकी हत्या कर दी. फिर दोनों ने उसे उठाकर कब्रिस्तान के पास झाड़ी में फेंक दिया. वापस आकर हाथ पैर धोकर खून के छीटे लगे कपड़ो चेंज कर लिया. घटना के बाद से अब मदरसा के बच्चें डरे सहमें हैं, कई बच्चें अपने अपने घर चले गए हैं.

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