धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला का टिकट कटा
जौनपुर से अब श्याम सिंह यादव बसपा प्रत्याशी
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4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। जौनपुर में पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी का टिकट कट गया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने उनकी जगह श्याम सिंह यादव को उम्मीदवार बनाया है। बसपा से टिकट मिलने के बाद श्याम सिंह ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि बहनजी ने मुझ पर इतना भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि वो बहुत साधारण ढंग से ही अपना नामांकन भरने जाएंगे।
सांसद श्याम सिंह यादव ने जौनपुर सीट से बसपा प्रत्याशी बनाए जाने के बाद कहा कि ऐसे नाजुक समय पर, ऐसे आखिरी पल में अगर किसी के साथ ऐसा होगा तो अच्छा ही महसूस करेगा। बहनजी ने ऐसे समय में मुझपर विश्वास जताया है वो सराहनीय है। और मैं उनका बहुत आभारी हूं, आगे जौनपुर की जनता के साथ कमर कसकर खड़ा रहूंगा। श्याम सिंह ने बताया कि, आज एक बजे से पहले मेरा सिंबल आ जाएगा। हम बहुत साधारण ढंग से नामांकन भरने जाएंगे। मुझे टाइम कम मिला कि मैं सौ-डेढ़ सौ गाडिय़ां जुटा पाता। लेकिन, अगर मिल भी जाता तो भी मैं बहुत सरल ढंग से अपना नामांकन करने जाता। पहले मैं खुद चुनाव लडऩे का इच्छुक नहीं था। उस वक्त मैंने खुद कहा था कि मैं अगला चुनाव नहीं लड़ूंगा। बशर्ते कि कोई आदमी मुझ पर इतना भरोसा जताए और जोर देकर कहे कि चुनाव लडऩा है।
मैंने कहीं किसी से सिफारिश नहीं की : श्याम सिंह यादव
श्रीकला रेड्डी का टिकट कटने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, मैंने कहीं किसी को सिफ़ारिश नहीं की कि मुझे टिकट दिया जाए। मैं तो आज बाहर जाने वाला था, लेकिन, रात को बहन जी का फोन आया कि मैं आपको चुनाव लड़ाना चाहती हूं क्या आप तैयार हो? ये बहुत चांस की बात है। बहुजन समाज पार्टी को बीजेपी की बी टीम कहने पर उन्होंने कहा कि पिछली बार भी जौनपुर की जनता की बदौलत मैं जीता था। एक ज्योतिषी ने बहुत पहले ही इसकी भविष्यवाणी कर दी थी कि जौनपुर के अगले सांसद आप ही बनेंगे तो मैंने कहा कि मुझे तो टिकट नहीं मिला है. लेकिन अब उसकी बात सच होते दिख रही है।
सपा छोड़ जितेंद्र ने थामा कमल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी यादव वोटबैंक में लगातार सेंधमारी कर रही है। हरगांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंच पर सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र यादव ने तमाम सपाइयों के साथ भाजपा की सदस्यता ले ली। इसे सपा के लिए जबरदस्त झटका माना जा रहा है। जितेंद्र यादव के कमल थामने से सीतापुर के साथ ही धौरहरा, मिश्रिख, हरदोई, लखीमपुर खीरी सहित कई लोकसभा सीटों पर सीधे असर पड़ेगा।
भाजपा के वरिष्ठ नेता महेंद्र यादव ने पिछले दिनों पार्टी छोड़कर हाथी पर सवार हो गए। उन्हें बसपा ने सीतापुर से प्रत्याशी बना दिया है। ऐसे में भाजपा ने नई चाल चलते हुए सीतापुर के दिग्गज यादव नेता और पूर्व विधायक रामपाल यादव के परिवार पर निगाह गड़ाई। यह परिवार सीतापुर ही नहीं आसपास के जिलों के यादवों पर भी गहरी पकड़ रखता है। करीब छह माह पहले पूर्व विधायक के निधन के बाद सियासी विरासत उनके बेटे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र यादव संभाल रहे हैं। उनके साथ सहानुभूति की लहर भी है। माना जा रहा था कि सीतापुर से जितेंद्र यादव को सपा- कांग्रेस गठबंधन का उम्मीदवार बनाया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। ऐसे में भाजपा ने जितेंद्र यादव को अपने पाले में करने की रणनीति बनाई। रविवार को हरगांव में प्रधानमंत्री की जनसभा के दौरान जितेंद्र यादव ने अपने समर्थकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया। उनके साथ सीतापुर ही नहीं आसपास के अन्य जिलों के करीब सौ से ज्यादा यादव नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली है। इसे सपा के लिए जोरदार झटका माना जा रहा है। क्योंकि यह परिवार सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह यादव का काफी नजदीकी रहा है।