केंद्र सरकार को किसानों के मुद्दे पर धनखड़ ने सुनाई खरी-खरी, कांग्रेस ने की तारीफ
नई दिल्ली। किसानों के प्रदर्शन के बीच उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बयान के बाद से सियासी पारा हाई है. उप राष्ट्रपति धनखड़ ने मंगलवार को किसानों को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी निशाने पर लिया. एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि अगर किसानों को उचित मूल्य दे दिया जाएगा तो कोई पहाड़ तो नहीं टूट जाएगा. अब इस मामले पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने खुशी जताई है, उन्होंने कहा कि जिन मामलों पर उपराष्ट्रपति ने सवाल किए हैं, यही मामले हमारी पार्टी और राहुल गांधी पिछले 5 सालों से उठा रहे हैं.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हम उपराष्ट्रपति का सम्मान करते हैं, उन्होंने आगे कहा कि वे राज्यसभा के संरक्षक और संविधान के रक्षक हैं. उन्होंने कृषि मंत्री से जो सवाल पूछा, कांग्रेस पार्टी भी पिछले 4-5 साल से वही सवाल प्रधानमंत्री से पूछ रही है. हम इसी बात पर चर्चा चाहते हैं, और हमने इसके लिए नोटिस भी दिया है, हमें खुशी है कि उपराष्ट्रपति ने ये सवाल पूछा है.
जयराम रमेश ने कहा कि हम किसानों को लेकर पिछले 5 सालों से 3 सवाल पूछ रहे हैं, कि किसानों को रूस्क्क का कानूनी दर्जा कब दिया जाएगा? आपने वादा किया था पूरी खेती की लागत को डेढ़ गुना बढ़ाकर रूस्क्क उसी स्तर पर तय की जाए. आपने निजी कंपनियों का 16 लाख करोड़ रूपये का कर्ज आपने माफ कर दिया, किसानों का कर्जा कब माफ किया जाएगा.यही 3 सवाल किसान, कांग्रेस और जनता पूछ रही हैं. किसानों के लिए ये सरकार क्या कर रही है?
जगदीप धनखड़ ने कहा कि पिछले साल भी किसान आंदोलन कर रहे थे, इस साल भी आंदोलन चल रहा है. समय गुजरता जा रहा है और हम कुछ कर नहीं रहे हैं. इस दौरान धनखड़ ने कहा कि पहली बार मैंने भारत को बदलते हुए देखा है. पहली बार मैं महसूस कर रहा हूं कि विकसित भारत हमारा सपना नहीं लक्ष्य है. दुनिया में भारत कभी इतनी बुलंदी पर नहीं था. जब ऐसा हो रहा है तो मेरा किसान परेशान क्यों है? ये बहुत गहरा मुद्दा है. इसे हल्के में लेने का मतलब है कि हम प्रैक्टिकल नहीं हैं. हमारी पॉलिसी मेकिंग सही ट्रैक पर नहीं है.