स्मृति ईरानी की अमेठी में दलित बच्चों से भेदभाव, विपक्ष भड़का

  • परिषदीय स्कूल में बच्चों को अलग बैठाकर खिलाया जा रहा खाना, विरोध पर होती है पिटाई
  • पीड़ितों ने दर्ज करायी शिकायत, प्रधानाध्यापिका पर लगाए गंभीर आरोप
  • विपक्ष बोला, दलितों और पिछड़ों का अपमान करती रही है भाजपा, दोहरा चरित्र हुआ उजागर

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। भाजपा के सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की पोल एक बार फिर खुल गयी है। दलितों के हितों की वकालत करने वाली भाजपा सांसद स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में दलित बच्चों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। यहां के एक परिषदीय प्राथमिक स्कूल में दलित बच्चों को अन्य वर्ग के बच्चों से अलग बैठाकर भोजन कराया जा रहा है। यही नहीं विरोध करने पर बच्चों की पीटा जाता है। खुद पीड़ित परिवार ने इसकी शिकायत थाने में की है। इस खुलासे से विपक्ष आगबबूला हो गया है। विपक्ष ने भाजपा पर दलितों और पिछड़ों का अपमान करने का आरोप लगाया है। साथ ही कहा है कि इससे एक बार फिर भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर हो गया है। एक ओर भाजपा उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में दलितों को साधने में जुटी है वहीं दूसरी ओर भाजपा सांसद स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के परिषदीय प्राथमिक स्कूल वनपुरवा में दलित छात्रों के साथ भेदभाव बरता जा रहा है। इसका खुलासा तब हुआ जब संग्रामपुर थाना क्षेत्र के गड़ेरी गांव से दो परिवार ग्राम प्रधान विनय जायसवाल के साथ थाने पहुंचे और मामले की शिकायत की। ग्राम प्रधान के साथ थाने पहुंचे दलित जगनारायण व सोनू का कहना था कि उनके बच्चों के अलावा गांव के कई अन्य दलित परिवारों के बच्चे बनपुरवा में संचालित परिषदीय प्राथमिक स्कूल में पढ़ते हैं। दलित परिवारों का आरोप है कि विद्यालय की प्रधानाध्यापिका कुसुम सोनी दलित बच्चों के साथ भेदभाव करती हैं। दोपहर के भोजन के दौरान दलित बच्चों को सामाजिक व जातीय भेदभाव के तहत अलग पंक्ति में बैठाकर भोजन परोसा जाता है। बच्चों द्वारा इसका विरोध करने या शिकायत करने पर उनकी पिटाई की जाती है। ग्राम प्रधान का कहना था कि अभिभावकों की शिकायत पर वे सोमवार को विद्यालय गए तो प्रधानाध्यापक मौजूद नहीं थीं। इस खुलासे के बाद विपक्ष ने भाजपा सांसद और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है।

भाजपा हमेशा से दलितों और पिछड़ों का अपमान करती रही है। भाजपा की बुद्धि भ्रष्टï हो चुकी है। यही नहीं जाति आधारित भेदभाव को आरएसएस भी संरक्षण दे रहा है।

आईपी सिंह, राष्टï्रीय प्रवक्ता, सपा

यह घटना भाजपा की कथनी और करनी में अंतर बताी है। भाजपा जिन वादों को कर यूपी की सत्ता में आई थी, उनको आज तक पूरा नहीं किया। इसके मन में दलितों के प्रति कोई प्रेम नहीं है। भाजपा को दलित केवल चुनाव के समय याद आते हैं।

इंद्रजीत सिंह, वरिष्ठï नेता, आरएलडी

भाजपा सांसद के संसदीय क्षेत्र में राजनीतिक और सामाजिक भेदभाव अपनी पराकाष्ठïा पर पहुंच चुका है। महात्मा गांधी और डॉ. भीमराव आंबेडकर ने जिस छुआछूत का विरोध किया था, वह अमेठी ही नहीं बल्कि पूरे देश में बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस इसकी निंदा करती है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करती है।

सुरेंद्र राजपूत, प्रवक्ता, कांग्रेस

एक ओर पीएम मोदी दलितों का पैर धोते हैं तो दूसरी ओर भाजपा सांसद स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र में दलितों के साथ भेदभाव बरता जा रहा है। यह भाजपा के दोहरे चरित्र को उजागर करता है। जनता अब इनके सारे दांव-पेंच समझ चुकी है और इसका जवाब चुनाव में देगी।

नीलम यादव, प्रदेश अध्यक्ष महिला विंग, आप

मामला संज्ञान में आने के बाद पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। आरोप लगाने वाले बच्चों व उनके अभिभावकों के अलावा प्रधानाध्यापिका का बयान लिया गया है। जल्द ही पूरे मामले में कार्रवाई की जाएगी।

अरविंद कुमार पाठक, बेसिक शिक्षा अधिकारी, अमेठी

दलित परिवारों के थाने आने की सूचना उन्हें मिली है। तहरीर में की गई शिकायत के आधार पर पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

अंगद सिंह, थाना प्रभारी, संग्रामपुर, अमेठी

महंत नरेंद्र गिरि की मौत से पहले आयी थी बड़ी रकम, बलबीर हो सकते हैं उत्तराधिकारी

  • सीबीआई कर रही जांच, आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर करेगी पूछताछ

4पीएम न्यूज नेटवर्क. प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले में पता चला है कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत से एक दिन पहले मठ में बड़ी रकम आई थी। ये बड़ी रकम हरिद्वार से मठ बाघम्बरी गद्दी आई थी। जांच एजेंसी इसका पता कर रही है। सीबीआई आरोपियों से पूछताछ कर रही है। उन्हें मठ और मंदिर में लाया जा सकता है। वहीं बलबीर गिरि को मठ का उत्तराधिकारी बनाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक बड़ी रकम लाने वाले शख्स ने महंत से गेस्ट हाउस कक्ष में मुलाकात की थी। रकम कितनी थी? इसका खुलासा नहीं हुआ है। जांच टीमें पता कर रही हैं कि ये रकम किसने और किस सोर्स से लाई? वहीं महंत की मौत मामले में आरोपियों से सीबीआई पूछताछ जारी है। सीबीआई ने आनंद गिरी से पूछा था कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत की खबर हरिद्वार में किसने दी? मठ छोड़ने के बाद आखिरी बार कब महंत नरेंद्र गिरि से बात हुई? गुरु और शिष्य के बीच किन लोगों ने मध्यस्थता की थी? कथित वीडियो पर भी सवाल किए गए। जांच एजेंसी आज तीनों आरोपियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करेगी। हरिद्वार में आनंद गिरि के निर्माणाधीन और सील आश्रम में छानबीन हो सकती है। दूसरी ओर अखाड़ा परिषद के दिवंगत अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की षोडशी 5 अक्टूबर को बाघम्बरी मठ में होगी। वहीं निरंजनी अखाड़े के पंच परमेश्वरों ने अब महंत नरेंद्र गिरि की वसीयतनामे के आधार पर बलवीर गिरि को उनका उत्तराधिकारी घोषित किए जाने का मन बना लिया है। षोडशी के दिन बलबीर गिरि के नाम का औपचारिक तौर पर ऐलान किया जा सकता है।

समझौता कराने वालों पर भी नजर

सीबीआई गुरु और शिष्य के बीच लखनऊ में समझौता कराने वाले तीनों लोगों से भी बयान ले सकती है। आनंद गिरि से समझौता कराने वाले लोगों से आमना-सामना करा सकती है। समझौता कराने वाले तीन लोगों में दो सफेदपोश और एक पुलिस अफसर शामिल हैं।

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