चिंता दूर भगाने के लिए रोजाना करें ये योगासन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जब व्यक्ति किसी चुनौती या दबाव का सामना करता है तो उसके मस्तिष्क में जो प्रतिक्रिया होती है, वह तनाव होता है। तनाव शरीर और मन की एक प्राकृतिक प्रतिक्रिया है जो हमें खतरे या दबाव से निपटने में मदद करती है। हालांकि जब लंबे समय तक यह प्रतिक्रिया आपके मन मस्तिष्क में रहती है तो यह अवस्था स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। तनाव के कुछ सामान्य लक्षण हैं, जिस में सिरदर्द, पेट दर्द, थकान, नींद की समस्या आम बात है। वहीं चिंता, डर, गुस्सा और अवसाद इसका भावनात्मक लक्षण है। तनावग्रस्त व्यक्ति में चिड़चिड़ापन, एकाग्रता की कमी होती है और उसमें काम करने की इच्छा नहीं होती। तनाव से छुटकारा पाने के लिए योग और ध्यान असरदार प्राकृतिक उपाय हैं। योग से मानसिक थकान दूर होती है, अनिद्रा की शिकायत कम हो सकती है और मन शांत रहता है।

बालासन

इस आसन का अभ्यास शरीर को आराम देता है और तनाव को कम करता है। इसके अभ्यास के लिए वज्रासन की स्थिति में बैठकर माथे को जमीन पर लगा लें। दोनों हाथों को जमीन पर रखकर जांघों से छाती पर दबाव डालें। इस अवस्था में कुछ देर रुकें। इस आसन से दिमाग और मन शांत रहता है। नींद अच्छी आती है और तनाव कम हो सकता है। इसके अलावा आनंद बालासन आपके जांघों, कमर और हिप्स में खींचव उत्पन्न करते हैं, जिससे इन क्षेत्रों में तनाव दूर करने और लचीलेपन को बढ़ाने में मदद मिलती है। इस मुद्रा को करने से पीठ के निचले हिस्से में दर्द से राहत मिलती है। यह मुद्रा पैरों में तंग मांसपेशियों को धीरे से खींचकर और पीठ के निचले हिस्से के दर्द को कम करने में मदद कर सकती है।

भ्रामरी प्राणायाम

भ्रामरी प्राणायाम के दौरान निकलने वाली हम्म की आवाज मस्तिष्क को गहराई से शांत करती है, जिससे चिंता, गुस्सा और बेचैनी से आराम मिलता है। इस प्राणायाम के अभ्यास के लिए आराम से बैठकर आंखें बंद कर लें। अब तर्जनी उंगलियों को दोनों कानों पर रखें। मुंह बंद रखते हुए नाक से सांस लें और छोड़ें। इस दौरान ऊँ का उच्चारण भी कर सकते हैं। इस प्रक्रिया को 5-7 बार दोहराएं। अगर आपको रात में ठीक से नींद नहीं आती या बार-बार नींद खुल जाती है, तो यह आसन करने से अच्छी और गहरी नींद आ सकती है। छात्रों और ऑफिस में काम करने वालों के लिए यह बहुत फायदेमंद है। इसे करने से ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है और काम में मन लगता है।

त्रिकोणासन

त्रिकोणासन के अभ्यास से शरीर संतुलित रहता है। ये आसन तनाव को कम करने में मदद करता है। इसके अभ्यास के दौरान शरीर के विभिन्न हिस्सों में खिंचाव आता है, जिससे तनाव और चिंता कम करने में मदद मिलती है। यह ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। त्रिकोणासन के अभ्यास के लिए सीधे खड़े होकर दाहिने पैर को 90 डिग्री बाहर की ओर और बाएं पैर को थोड़ा अंदर की ओर मोड़ें। अपने हाथों को कंधे के स्तर तक फैलाएं और श्वास लेते हुए दाहिनी ओर झुकें। दाहिने हाथ से दाहिने पैर को छूने की कोशिश करें और बाएं हाथ को ऊपर की ओर उठाएं।

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