डॉ. शमशीर वयालिल ने की 6 करोड़ रुपये की मदद की घोषणा,आखिर कौन हैं डॉ. शमशीर वयालिल?
डॉ. शमशीर ने कहा कि दुर्घटना की तस्वीरें और पीड़ितों की हालत ने उन्हें गहरा सदमा पहुंचाया.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः 12 जून को अहमदाबाद में हुए भयावह एयर इंडिया विमान हादसे से आहत होकर दुबई में बसे भारतीय मूल के उद्योगपति और चिकित्सक डॉ. शमशीर वयालिल ने पीड़ितों के लिए 6 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।वयालिल भारत के सबसे अमीर डॉक्टरों में गिने जाते हैं और उनकी यह मानवीय पहल व्यापक रूप से सराही जा रही है। विमान AI-171 में सवार 242 यात्रियों में से सिर्फ एक की जान बच सकी, जबकि बाकी यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे में कॉलेज परिसर में मौजूद पांच MBBS छात्रों सहित कुल 29 लोगों की जान भी गई.
डॉ. शमशीर ने बढ़ाया मदद का हाथ
UAE की राजधानी अबू धाबी से मदद की घोषणा करते हुए बुर्जील होल्डिंग्स के अध्यक्ष और वीपीएस हेल्थ के प्रबंध निदेशक डॉ. शमशीर ने कहा कि दुर्घटना की तस्वीरें और पीड़ितों की हालत ने उन्हें गहरा सदमा पहुंचाया.इस त्रासदी से प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाना बेहद जरूरी है और यही सोचकर उन्होंने यह कदम उठाया.
डॉ. शमशीर द्वारा घोषित राहत पैकेज के अनुसार, हादसे में मारे गए 4 मेडिकल छात्रों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा, गंभीर रूप से घायल हुए पांच छात्रों को 20-20 लाख रुपये की आर्थिक मदद मिलेगी. साथ ही, जिन चिकित्सकों ने अपने परिजनों को इस दुर्घटना में खोया, उनके परिवारों को भी 20-20 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी. यह संपूर्ण सहायता राशि बी जे मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के माध्यम से दी जाएगी. इससे पहले भी डॉ. शमशीर ने 2010 में मंगलुरु विमान हादसे के बाद पीड़ितों को मदद दी थी और अपने हेल्थकेयर ग्रुप में रोजगार भी दिया था.
कौन हैं डॉ. शमशीर वयालिल?
डॉ. शमशीर वयालिल भारत के सबसे अमीर डॉक्टरों में गिने जाते हैं और फोर्ब्स की भारत के 100 सबसे अमीर लोगों की सूची में भी उनका नाम शामिल है. केरल में जन्मे और पले-बढ़े डॉ. शमशीर ने कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल से रेडियोलॉजी में स्पेशल ट्रेनिंग ली और 2004 में अबू धाबी की शेख खलीफा मेडिकल सिटी में अपने डॉक्टरी करियर की शुरुआत की. एक रेडियोलॉजिस्ट के रूप में काम करते हुए उन्हें खुद का अस्पताल शुरू करने का विचार आया, और आज वह यूएई की सबसे बड़ी हेल्थकेयर कंपनी बुर्जील होल्डिंग्स के मालिक हैं. उनकी सफलता की यह प्रेरणादायक कहानी आज के युवाओं के लिए बड़ा सपना देखने और उसे साकार करने का उदाहरण है.



