कम पानी पीने से हो सकता है किडनी स्टोन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
किडनी स्टोन, दैनिक आहार में गड़बड़ी के कारण होने वाली समस्या है, साल 2019 के आंकड़ों के अनुसार करीब 115 मिलियन लोगों में इस साल समस्या का निदान किया गया। किडनी स्टोन, किडनी में मिनरल्स और सॉल्ट एकत्रित होने के कारण होने वाली समस्या है, जो काफी दर्दकारक और असहज स्थिति हो सकती है। किडनी में स्टोन होने के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें आहार में गड़बड़ी, शरीर का वजन बढऩा, कुछ चिकित्सीय स्थितियां और कम पानी पीना प्रमुख कारण माना जाता रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, किडनी की पथरी आपके मूत्र पथ के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है। हमारी किडनी स्वाभाविक रूप से तरल पदार्थों को फिल्टर करती रहती है हालांकि कुछ तत्वों की अधिकता के कारण क्रिस्टल निर्मित होने लगते हैं जिसके कारण आपको किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है।

पाचन रोग और सर्जरी

पाचन तंत्र हमारे शरीर का एक ऐसा हिस्सा है जो हमारे द्वारा ग्रहण किए गए सभी खाद्य पदार्थों को पचाने का काम करता है। पाचन संबंधी एक गंभीर रोग है। यह ऐसी स्थिति है जिसमें पेट का एसिड वापस आपकी फ़ूड पाइप (एसोफेगस) में प्रवाहित हो जाता है। यह एसिड फ़ूड पाइप की लाइनिंग को नुकसान पहुंचा सकता है और पाचन तंत्र के रोग का कारण बन सकता है। विभिन्न लोगों को एसिड के उल्टा प्रवाह और सीने में जलन जैसी पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जब ऐसे लक्षण सप्ताह में दो बार दिखाई दें या आपकी फ़ूड पाइप को नुकसान पहुंचे तो आपको पाचन तंत्र के रोग हो सकता है। गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी, आंतों में सूजन की समस्या या क्रोनिक डायरिया जैसी बीमारियों के कारण भी किडनी की सामान्य प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। ऐसी स्थिति में किडनी ठीक तरीके से अपशिष्टों को फिल्टर नहीं कर पाती है। अगर इस तरह की बीमारियों के शिकार हैं तो किडनी की सेहत का ख्याल रखना आवश्यक हो जाता है।

गुर्दे की पथरी का खतरा

किडनी में स्टोन बनना सीधे तौर पर तरल पदार्थों या शरीर में पानी की कमी से जुड़ा हुआ है। यह गुर्दे की पथरी बनने के सबसे आम कारणों में से एक है। कम तरल पदार्थों के सेवन से मूत्र का निर्माण कम होता है जिसके कारण मूत्र गाढ़ा होने लगता है। इससे किडनी में स्टोन बनाने वाले पदार्थों की अधिकता हो सकती है। यदि किडनी की पथरी आपके मूत्रमार्ग में फंस जाती है, तो यह मूत्र के प्रवाह को अवरुद्ध कर सकती है जिससे किडनी में सूजन और कई गंभीर प्रकार की समस्याओं का भी खतरा रहता है।

बचाव

पहली और बड़ी सावधानियों में से एक है पर्याप्त पानी पीना। क्योंकि पथरी के पेशाब के रास्ते निकल जाने की संभावना रहती है। तब तक पियें जब तक आपका मूत्र पीला या भूरा न हो जाये। यह आवश्यक है कि आप अपनी आहार संबंधी आवश्यकताओं को बदलें ताकि इसका आपके गुर्दे के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़े। सही प्रकार की आहार संबंधी आदतें खाने से पथरी बनने का खतरा कम हो जाता है। बेहतरीन प्रभाव के लिए आपको ये सब्जियां और फल खाने चाहिए- अजवाइन, तुलसी, सेब, अंगूर, अनार।

इन चीजों के सेवन में बरतें सावधानी

आहार में कुछ प्रकार की चीजें या फिर प्रोटीन, सोडियम (नमक) और चीनी से भरपूर चीजों का अधिक मात्रा में सेवन करना भी किडनी की पथरी का खतरा बढ़ा सकता है। अधिक मात्रा में सोडियम वाले आहार के कारण जोखिम अधिक हो सकता है। पालक, बैंगन जैसे ऑक्सालेट से भरपूर अधिकांश खाद्य पदार्थों के अलावा कुछ प्रकार के सप्लीमेंट्स के कारण भी किडनी में स्टोन की समस्या होने का जोखिम बढ़ सकता है। ऑक्सालेट युक्त भोजन से बचना चाहिए, जैसे शकरकंद, नट्स, चाय, चॉकलेट, सोया उत्पाद आदि। गंभीर चिकित्सा आपात स्थिति के मामलों में, तत्काल नैदानिक सहायता के लिए डॉक्टर के पास जाना चाहिए।

मोटापे के शिकार

अधिक वजन को पहले भी कई प्रकार की समस्याओं जैसे हृदय रोग, डायबिटीज और अन्य क्रोनिक बीमारियों से जोडक़र देखा जाता रहा है, ये किडनी में स्टोन की समस्या को भी बढ़ाने वाली स्थिति हो सकती है। शोधकर्ताओं ने पाया कि हाई बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई), कमर पर अधिक चर्बी होने की समस्या भी किडनी में स्टोन बनने का कारण हो सकती है। वजन कंट्रोल करना आपको कई तरह की बीमारियों से बचाने में सहायक हो सकती है।

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