कारगिल और लद्दाख में महसूस किए गए भूकंप के झटके

नई दिल्ली। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और कारगिल में आज सुबह (मंगलवार) भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.7 मापी गई। ये भूकंप सुबह करीब 7 बजकर 38 मिनट पर आया। जानकारी के मुताबिक, भूकंप के ये झटके लद्दाख और कारगिल से 401 किलोमीटर उत्तर में महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, मंगलवार सुबह लद्दाख के लेह और कारगिल से करीब 401 किलोमीटर उत्तर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 थी। इस भूकंप से अभी तक किसी भी तरह के जान या माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
दरअसल, हमारी पृथ्वी का निर्माण 7 प्लेट्स से हुआ है। जो जमीन के अंदर मौजूद है। ये प्लेट्स लगातार घूमती रहती हैं। जिनमें लगातार टकराव भी होता रहता है। लेकिन जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाती है। इन प्लेट्स के बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं। जब इन पर ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। उसके बाद जब नीचे की ऊर्जा बाहर आने लगती है और उसे बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिलता तो उससे डिस्टर्बेंस होता है, जो भूकंप आने का कारण बनता है।
दरअसल, भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहा जाता है जिसके ठीक नीचे प्लेट्स में हलचल होती है उसकी भूगर्भीय ऊर्जा बाहर निकलने के लिए रास्ता खोजती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है। जैसे-जैसे कंपन की आवृत्ति दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता चला जाता है। लेकिन यदि ये रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला होता है तो आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटके महसूस होते हैं। लेकिन ये इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या उसके आसपास के दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर की ओर होती है तो इससे कम क्षेत्र प्रभावित होता है।

 

Related Articles

Back to top button