सोनिया से ईडी की पूछताछ, संसद से सडक़ तक कांग्रेस का प्रदर्शन
नेशनल हेराल्ड मनी लॉड्रिंग मामले में एजेंसी के सामने पेश हुईं कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष
- ईडी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन, नारेबाजी, कई कांग्रेसी नेताओं को लिया गया हिरासत में
- डॉक्टर भी साथ, तबीयत बिगड़ी तो जा सकेंगी वापस
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड केस से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ की। पूछताछ के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने संसद से सडक़ तक प्रदर्शन किया। इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट समेत कई कांग्रेसी नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। यूपी की राजधानी लखनऊ समेत देश भर में कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया है।
नेशनल हेराल्ड केस से जुड़़े मनी लांड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए आज कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ईडी कार्यालय पहुंचीं। इस दौरान उनके साथ राहुल और प्रियंका गांधी भी थीं। एजेंसी की वरिष्ठï महिला अधिकारी सोनिया गांधी से पूछताछ कर रही हैं। वहीं पार्टी सोनिया के साथ एकजुटता दिखाने के लिए देशभर में प्रदर्शन कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि सरकार बदले की भावना से सोनिया गांधी को फंसा रही है। इसके विरोध में पार्टी मुख्यालय से संसद तक कांग्रेस नेताओं और सांसदों ने मार्च निकाला। कांग्रेस सांसदों ने केंद्र सरकार के खिलाफ संसद में भी विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि सत्तारूढ़ दल दिखाना चाहता है कि वे कितने शक्तिशाली हैं। हमने संसद में महंगाई का मुद्दा उठाया है लेकिन वे चर्चा के लिए तैयार नहीं हैं। अब हम केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा उठा रहे हैं। ईडी अधिकारियों ने बताया है कि अगर पूछताछ के दौरान सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ती है तो उन्हें वापस जाने दिया जाएगा। सोनिया के साथ प्रियंका गांधी और डॉक्टरों की टीम मौजूद हैं। इससे पहले ईडी ने राहुल गांधी से पूछताछ की थी।
हंगामे पर बोली सरकार, सोनिया कांग्रेस अध्यक्ष, महामानव नहीं
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस सांसदों द्वारा संसद में हंगामा करने पर सरकार ने पलटवार किया। लोक सभा में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बेवजह का हंगामा कर रही है। कानून के सामने सब बराबर हैं। सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष हैं महामानव नहीं। कांग्रेस के लोग सोचते हैं कि वे कानून से ऊपर हैं। इसके पहले कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने लोक सभा में केंद्र सरकार द्वारा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जैसी जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया था।
भाजपा ने साधा निशाना, कहा यह सत्याग्रह नहीं दुराग्रह
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का ये सत्याग्रह नहीं बल्कि देश और देश के कानून के खिलाफ दुराग्रह है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी इस मामले में आरोपी हैं और वे दोनों जमानत पर हैं। उन पर धोखाधड़ी का आरोप है। रविशंकर ने कहा कि वे हाईकोर्ट गए वहां याचिका खारिज हुई, वे सुप्रीम कोर्ट गए वहां भी याचिका खारिज हुई। वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि अगर गांधी परिवार बेदाग है तो अब बेहाल क्यों? अगर गांधी परिवार ने भ्रष्टाचार नहीं किया तो हंगामा क्यों? आखिरकार भारत के नागरिकों से अगर किसी ने भ्रष्टाचार किया है तो उससे पूछताछ करना एजेंसियों का काम है। तो क्या गांधी परिवार के लिए कानून अलग से बनेगा? अगर कांग्रेस के पास छिपाने के लिए कुछ न हो तो हंगामा करने की जरूरत नहीं है। ये तिलमिलाहट क्यों है, घबराहट क्यों है, छटपटाहट क्यों है? ये कहीं न कहीं दिखाता है कि दाल में कुछ काला है या तो पूरी दाल ही काली है।
क्या है मामला
नेशनल हेराल्ड अखबार और इसे प्रकाशित करने वाली कंपनी एजेएल और यंग इंडियन कंपनी में वित्तीय गड़बड़ी को लेकर ईडी जांच कर रही है। सोनिया और राहुल के पास यंग इडिया के 36 प्रतिशत शेयर थे।
कौन बनेगा राष्टï्रपति
वोटों की गिनती शुरू द्रौपदी मुर्मू रेस में आगे
- विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार हैं यशवंत सिन्हा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश को आज पता चल जाएगा कि देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा। आज 11 बजे से संसद भवन में मतगणना शुरू हुई। एनडीए की ओर से द्रौपदी मुर्मू जबकि विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा उम्मीदवार हैं। मुर्मू की जीत की काफी संभावना जताई जा रही है। यदि वह जीत हासिल करती हैं तो देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन जाएंगी।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए संसद भवन में मतगणना जारी है। संसद भवन के कमरा नंबर 63 में मतगणना चल रही है और मतगणना के तुरंत बाद परिणाम घोषित किया जाएगा। बताया जा रहा है कि द्रौपदी मुर्मू रेस में आगे चल रही हैं।
सीएम ने दी राज्यकर्मियों को कैशलेस इलाज की सौगात, कहा
कर्मचारी हित में काम कर रही सरकार
- दिया हेल्थ कार्ड, यूपी बना देश का पहला राज्य
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लोक भवन में पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने दस कर्मियों और सेवानिवृत्त कर्मियों को राज्य हेल्थ कार्ड वितरित किए। इस योजना से 22 लाख राज्य कर्मचारी, रिटायर कर्मचारी और उनके आश्रितों सहित 75 लाख लोगों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा है कि कैशलेस चिकित्सा कार्ड की मांग लंबे समय से थी। आयुष्मान भारत योजना में अन्त्योदय कार्ड धारकों को पांच लाख तक का चिकित्सा बीमा कवर दिया जा रहा है। राज्य सरकार के कर्मचारियों को भी सरकारी और इम्पैनल्ड अस्पतालों में कैशलेस चिकित्सा के लिए स्टेट हेल्थ कार्ड देने का निर्णय किया गया है।
उन्होंने कहा कि यूपी देश का पहला राज्य जिसने कर्मचारियों को यह सुविधा दी। राज्य कर्मचारियों को हम परिवार का अंग मानते हैं। कर्मचारियों को भी चाहिए कि वह जनता के हित के कार्य पूरे मनोयोग से करें। राज्य सरकार कर्मचारियों के हितों के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। कोरोना काल में भी कर्मचारियों के हितों को प्रभावित नहीं होने दिया। समय से वेतन -पेंशन दिया गया। हम सब मिलकर राज्य की व्यवस्था को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाएंगे ताकि यूपी देश का नंबर वन अर्थव्यवस्था का राज्य बने। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि अब उपचार कराने में धन की कमी आड़े नहीं आएगी। सरकारी चिकित्सा संस्थानों में असीमित मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाएगी और आयुष्मान भारत योजना से संबद्ध निजी अस्पतालों में पांच लाख रुपए तक के इलाज की प्रति वर्ष मुफ्त सुविधा दी जाएगी। कार्यक्रम में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह और मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा भी मौजूद रहे।