अभी और गहराएगा चुनावी रंग

राजनैतिक दलों के चुनावी बयान आने शुरू

  • मुद्दे भी उछलने लगे, विवाद से भी चुनावी जंग की तैयारी
  • उत्तर से दक्षिण तक के नेताओं ने कसी कमर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। जैसे-जैसे विधान सभा व लोक चुनावों की तारीखें नजदीक आएंगी वैसे-वैसे राजनैतिक दल अपनी-अपनी सियासी बातों में पैनापन लाते जाएंगे। चारों ओर चुनावी रंग दिखाई देने लगेगा। यह रंग आने वाले समय में और चटक व गहराएगा। अब कोई छोटा हो या बड़ा नेता सब चुनाव को नजर में रखकर ही बोलेगा। भाषणों में तो चुनावी मसाला होगा अब जो भी आयोजन होंगे उस पर भी चुनाव का असर दिखेगा। इसी चुनावी जंग में राहुल गाँधी भारत जोड़ो यात्रा के बाद हाथ से हाथ जोड़ों यात्रा शुरू करने वाले है। वहीं अमित शाह कर्नाटक के दौरे पर निकल गए है।
सपा नेता अखिलेश यूपी में खाक छान रहे है। मायवती ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। दक्षिण से लेकर पूरब तक की पार्टियां व नेता घर में कम सडक़ या सभाओं में ज्यादा नजर आ रहे हे। जो बड़े नेता है वो तो संभल कर बोल रहे हैं पर उन्हीं के पार्टी कुछ नेता ऐसी बात कर रहे जिससे विवाद बढ़ रहा। विवाद ऐसा कि सत्ता पक्ष से विपक्ष भी उसको लपक कर अपने-अपने तरीके से इस्तेमाल कर रही है।

अब धार्मिक मुद्दों पर वोट नहीं करेंगे लोग : पवार

कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीतियों पर काम शुरू कर दिया है। इसी बीच राष्ट्रवादी  कांग्रेस पार्टी (एनयीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने दावा किया कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सत्ता बरकरार नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि हम विपक्षी दलों को एकजुट करने और एक संयुक्त मोर्चा तैयार करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं, लेकिन सभी राज्यों में अलग-अलग स्थानीय मुद्दे हैं। पवार ने एक जनमत सर्वे का हवाला देते हुए बताया कि भाजपा के खिलाफ जनता ने अपना मन बना लिया है। ऐसे में अगले चुनाव में उन्हें (भाजपा) बड़ा झटका लग सकता है। लोग अब धार्मिक मुद्दों पर मतदान नहीं करेंगे। जनता को धर्म के आधार पर बांटा जा रहा है, जो अब नहीं चलेगा। इसी बीच पवार ने भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि इस यात्रा ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया है और इसे मिल रही प्रतिक्रियाओं से देखा जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देशव्यापी यात्रा के दम पर पार्टी नेता (राहुल गांधी) की भ्रामक छवि को सुधारा है। वंचित बहुजन अगाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश अम्बेडकर के सीबीआई, ईडी वाले बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही है और लोगों के अधिकारों को कुचला जा रहा है। महाविकास अघाड़ी से जुड़े सवाल पर पवार ने कहा कि आगामी चुनाव में एमवीए एकजुट होकर चुनाव लड़ेगा। अगले सप्ताह से नई दिल्ली में शुरू होने वाले संसद सत्र के साथ ही सभी नेताओं के साथ मिलकर विपक्षी मोर्चा बनाने की कोशिश फिर से शुरू की जाएगी। मैं व्यक्तिगत रूप से कई विपक्षी नेताओं के संपर्क में हूं।

शाह के दौरे से विधानसभा चुनाव में लाभ : बोम्मई

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की चुनावी यात्रा राज्य में भाजपा की चुनावी तैयारियों को गति देगी। सीएम ने कहा कि जब भी कोई चुनाव होता है तो शाह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इससे पहले, उन्होंने दक्षिण कर्नाटक में मांड्या का दौरा किया था और अब कल्याण कर्नाटक क्षेत्र में हैं। मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर भाजपा अपने विस्तार के लिए वरिष्ठ राष्ट्रीय नेताओं के राज्य के दौरे का लाभ उठाना ही चाहेगी। बोम्मई ने कहा कि हम राज्य की भलाई के लिए उनके प्रभाव का इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने कहा कि नेताओं को अपना सोचने की जगह यह सोचना चाहिए कि पार्टी का विकास सबसे महत्वपूर्ण है और सभी को इसके लिए प्रयास करना चाहिए। अपनी एक दिवसीय यात्रा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह धारवाड़ और बेलागवी शहरों में एक मेगा रोड शो और सार्वजनिक रैलियों सहित विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया। अमित शाह अगले महीने हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र का दौरा करेंगे और केंद्र सरकार की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। बता दें कि भाजपा कर्नाटक के आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए अपनी रणनीति बनाने में जुटी है। शाह का यह दौरा भी उसी सिलसिले में माना जा रहा है। पार्टी ने जनता को जोडऩे के लिए शाह के लिए डेढ़ किलोमीटर तक एक मेगा रोड शो आयोजित किया है।

कांग्रेस को गठबंधन का आधार बनना होगा : जयराम रमेश

वरिष्ठ नेता जयराम नरेश ने कहा कि 2024 के आम चुनावों में भाजपा का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस को किसी भी विपक्षी गठबंधन का आधार बनना होगा। कांग्रेस महासचिव ने यह भी कहा कि उनके विचार से कांग्रेस को 2029 के आम चुनाव में हर राज्य में अपने दम पर लडऩे की तैयारी करनी चाहिए। वह निश्चित रूप से इस साल गुजरात के पोरबंदर से अरुणाचल प्रदेश के परशुराम कुंड तक एक और यात्रा करने के लिए अपनी बात रखेंगे, लेकिन पार्टी को अंतत: इस पर फैसला करना होगा। जयराम नरेश ने कहा कि हालांकि मैंने इसके बारे में सोचा है, लेकिन मैं यह नहीं कह सकता कि पार्टी इस तरह की यात्रा करेगी या नहीं। जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह को ही कन्याकुमारी से कश्मीर भारत जोड़ो यात्रा के पीछे का मास्टरमाइन्ड माना जाता है जो 30 जनवरी को श्रीनगर में समाप्त होगी। उदयपुर में जब भारत जोड़ो यात्रा की योजना बनाई गई थी तो आदर्श रूप से पश्चिम से पूर्व की ओर जाने का भी विचार था। रमेश ने दावा किया कि भाजपा सत्ता में हो सकती है लेकिन उपस्थिति के मामले में कांग्रेस एकमात्र राष्ट्रीय राजनीतिक ताकत है। हो सकता है कि हम एक के बाद एक राज्य में सत्ता में न हों, लेकिन अगर आप हर गांव, मुहल्ले, ब्लॉक, कस्बे, शहर में उपस्थिति देखेंगे, तो आपको कांग्रेस कार्यकर्ता व परिवार मिल जाएंगे।

Related Articles

Back to top button