सदन में दुश्मन विधायक क्रिकेट मैदान में बने दोस्त

  •  मैत्री मैच में बैटिंग-बॉलिंग में हाथ अजमाकर दिखाया अपना दमखम
  •  सपा और भाजपा विधायकों ने मिलकर खेला मैच, विधायकों ने बिना टीम के नाम रखें खेला मैच

लखनऊ। विधानसभा में कभी महंगाई, बेरोजगारी तो कभी अपराध के मुद्ïदे पर अपनी-अपनी आस्तीनें खींचने वाले सपा भाजपा विधायक क्रिकेट मैदान में दोस्त के रूप में नजर आए। मौका था लखनऊ के प्रसिद्ध इकाना स्टेडियम में विधायकों के बीच मैत्री क्रिकेट मैच का। इस दौरान सपा और भाजपा विधायक मिलकर खेले और टीम का नाम बिना रखे ही आपसी एकता का परिचय दिया। टॉस टीम बी ने जीता और पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। बल्लेबाजी करने उतरी टीम बी ने 16 ओवर में 9 विकेट खोकर 81 रन बनाए। जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम ए ने चार विकेट व 1 ओवर शेष रहते जीत हासिल की। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सभी विधायकों के साथ हाथ मिलाकर उनका हौसला अफजाई की और अंत में विजेता टीम ए को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। इस दौरान सपा विधायक मोहम्मद फहीम इरफान के जन्मदिन के मौके पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने क्रिकेट बैट देकर जन्मदिन की शुभकामनाएं भी दी।

इस दौरान क्रिकेट मैच के दौरान टीम ए में कप्तान भाजपा विधायक डॉ सामेंद्र, उपकप्तान भाजपा विधायक दानिश अंसारी, भाजपा विधायक अभिजीत सागर, भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथिनी, भाजपा विधायक पीएन पाठक, भाजपा विधायक राजेश शर्मा, भाजपा विधायक प्रकाश, सपा विधायक शोएब अंसारी, सपा विधायक उमर अली खान, सपा विधायक कमल कांत, सपा विधायक कवेंद्र चौधरी व टीम बी में कप्तान सपा विधायक राम सिंह, उप कप्तान सपा विधायक मोहम्मद फहीम इरफान, सपा एमएलसी शाहनवाज अंसारी, सपा विधायक शहजिल इस्लाम, सपा विधायक हिमांशु यादव, सपा विधायक इरफान सोलंकी, भाजपा विधायक पंकज, भाजपा विधायक वीर, भाजपा विधायक लक्ष्मी राज, भाजपा विधायक मनोज, भाजपा विधायक रमेश सिंहा मिश्रित टीम रही। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना में दोनों टीमों को बधाई दी और कहा कि आपने आज आपसी एकता का परिचय दिया है।

शराब से मौत के मामले में यूपी टॉप पर

लखनऊ। जहरीली शराब कांड का कलंक अलीगढ़ के नाम से छूट नहीं रहा है और 2021 में अलीगढ़ पूरे देश में शराब से हुईं मौतों में अव्वल रहा। 137 मौतों वाले अलीगढ़ के कांड के चलते उत्तर प्रदेश भी सबसे अधिक मौतों वाला राज्य रहा। वर्ष 2021 की एनसीआरबी रिपोर्ट से इसका खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक देशभर में कुल 782 मौत हुईं। 127 मौतों के साथ पंजाब दूसरे और 108 मौत के साथ मध्य प्रदेश तीसरे नंबर पर रहा। वर्ष 2021 में मई माह के अंत में जहरीली शराब कांड की शुरुआत हुई थी। मिलावटी शराब पीने से जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में 109 लोगों मौत हुई थी। इसमें बिहार के मजदूर भी शामिल थे। इस कांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। आबकारी अधिकारी सहित कई कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी थी। सबसे अधिक शराब खपत वाले प्रदेशों में शुमार महाराष्टï्र, गोवा में वर्ष 2021 में एक भी मौत जहरीली, मिलावटी शराब के कारण नहीं हुई। इसके अलावा आंध्र प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, लद्दाख, पंडुचेरी, लक्षद्वीप, दमन एंड दीप ऐसे राज्य हैं जहां एक भी मौत शराब के चलते नहीं हुई। वहीं, गुजरात और बिहार, जहां शराबबंदी लागू है। इसके बाद भी गुजरात में चार और बिहार में दो मौत शराब के चलते हुई। इन दिनों शराब घोटाले के कारण चर्चाओं में छाई देश की राजधानी दिल्ली में 2021 में 22 मौतें मिलावटी शराब के चलते हुईं। इनमें 21 पुरुष व एक महिला शामिल हैं। देशभर में 2021 में हुईं शराब के चलते मौतों के मामलों ने सरकार को चिंता में डाल दिया है। चिंता का विषय यह भी है कि देश में कुल 782 मौतें हुईं, इनमें से 29 महिलाएं भी मृतकों में शामिल रहीं। इसका साफ संकेत है कि महिलाओं में भी शराब की लत बढ़ी है।

लंपी बीमारी ने ग्रामीण भारत को नए संकट में डाला : मायावती

लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश से लेकर यूपी तक में लंपी बीमारी के कारण असंख्य पशुओं की मौत ने ग्रामीण भारत को नए संकट में डाल रखा है। पशुधन आत्मनिर्भर ग्रामीण जीवन की रीढ़ है इसलिए यूपी व अन्य राज्य सरकारें प्रभावित लोगों की समुचित आर्थिक मदद जरूर करें। उन्होंने कहा कि कृषि प्रधान होने के बावजूद खेती व किसान हित के प्रति सरकारों द्वारा काफी कम ध्यान देना बड़ी चिंता का कारण रहा है किंतु अब उनके उपज की वाजिब कीमत नहीं मिलना, गन्ना किसानों का भारी बकाया व पशुधन की हानि ग्रामीण भारत को त्रस्त कर रहे हैं। सरकार को इस पर तुरंत ध्यान देना चाहिए। उत्तर प्रदेश सरकार ने विधानसभा में स्वीकार किया है कि प्रदेश के गन्ना किसानों का भारी बकाया है। इसके संबंध में सरकार को अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से निभाते हुए बकाया की पूर्ति के लिए तुरंत बड़ा कदम उठाना चाहिए।

हेड कांस्टेबल की बहादुरी का सम्मान

लखनऊ। गोमतीनगर विस्तार थाना क्षेत्र स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क की झील में बुधवार को एक युवक का शव मिला था। वहां घूमने आने वालों ने शव पानी में उतराता देख सुरक्षा कर्मियों को सूचना दी। मृतक का शिनाख्त अब तक नहीं हो सकी है। वहीं युवक का शव निकालने पर गोमती नगर विस्तार थाने में तैनात हेड कॉन्स्टेबल के साहस को देख कर इंस्पेक्टर ने सम्मानित किया है। दरअसल, जान की परवाह न कर लाश निकालने के लिए झील में हेड कांस्टेबल राकेश यादव कूद पड़े और शव निकाला। इस पर इंस्पेक्टर गोमतीनगर विस्तार और जनेश्वर मिश्र पार्क चौकी इंचार्ज विवेक चौधरी ने नकद पुरस्कार देकर राकेश को सम्मानित किया। इंस्पेक्टर ने बताया कि जनेश्वर मिश्र पार्क की झील में उतराते शव को निकालने के लिए मौके पर कोई गोता खोर न मिलने पर हेड कॉन्स्टेबल राकेश यादव ने साहस का परिचय देते हुए शव को बाहर निकाला। इनकी बहादुरी को मेरा सलाम।

 

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