फडणवीस ने बताया छगन भुजबल को ‘OBC की आवाज, कांग्रेस बोली-BJP की वॉशिंग मशीन में धुलकर अब निर्दोष हो गए
फडणवीस ने कहा कि भुजबल एक वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं, जो OBC समुदाय की मजबूती से आवाज उठाते रहे हैं. उन्होंने कहा कि NCP ने उन्हें नामित किया है और BJP इस फैसले का स्वागत करती है.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर गर्माहट आ गई है। एनसीपी नेता छगन भुजबल को राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के फैसले पर सियासी हलचल तेज हे गई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस फैसले का बचाव करते हुए छगन भुजबल को ओबीसी समाज की सश्क्त आवाज बताया है।
महाराष्ट्र की सियासत एक बार फिर गरमा गई है. एनसीपी नेता छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) को राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के फैसले पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने उन्हें ‘ओबीसी की आवाज’ बताते हुए बचाव किया, तो विपक्ष ने इसे भ्रष्टाचार पर बीजेपी की दोहरी नीति का उदाहरण बताया.
दरअसल, मंगलवार (20 मई) को भुजबल ने राजभवन में उपमुख्यमंत्री अजित पवार, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में मंत्री पद की शपथ ली. इसके तुरंत बाद विपक्षी नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं.
फडणवीस ने कहा कि भुजबल एक वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं, जो OBC समुदाय की मजबूती से आवाज उठाते रहे हैं. उन्होंने कहा कि NCP ने उन्हें नामित किया है और BJP इस फैसले का स्वागत करती है. वहीं, अंजलि दमानिया जैसे सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सरकार पर भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ सिर्फ ‘प्रतीकात्मक विरोध’ करने का आरोप लगाया. फडणवीस ने इस पर कहा कि लोगों की राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन भुजबल का योगदान और अनुभव महत्वपूर्ण है.
अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP ने भुजबल को ‘क्लीन चिट’ मिलने का हवाला देते हुए उनका बचाव किया. एनसीपी प्रवक्ता आनंद परांजपे ने कहा कि भुजबल को उनके निर्वाचन क्षेत्र येवला से भारी बहुमत मिला है और वे लंबे समय से ओबीसी समुदाय के हक की लड़ाई लड़ते आए हैं. हालांकि, उनके नासिक जिले से आने के कारण अब यह सवाल भी उठ रहा है कि उत्तर महाराष्ट्र के प्रभारी मंत्री की जिम्मेदारी किसे दी जाएगी, क्योंकि BJP और शिवसेना (शिंदे गुट) के बीच इसको लेकर पहले से मतभेद चल रहे हैं.
विपक्ष ने इस घटनाक्रम को लेकर BJP पर तीखा हमला बोला है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कटाक्ष करते हुए कहा, “भुजबल BJP की वॉशिंग मशीन में धुलकर अब निर्दोष हो गए हैं.” उन्होंने याद दिलाया कि ED की जांच में फंसे भुजबल को कभी जेल भी जाना पड़ा था, लेकिन अब सत्ता की राजनीति में सब कुछ माफ है. एनसीपी (शरद पवार गुट) के प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने भी BJP पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि पहले जिन्हें भ्रष्ट कहा गया, अब उन्हें ही मंत्री बनाया जा रहा है. उनके अनुसार, BJP का नया मंत्र बन गया है ‘पहले भ्रष्ट कहो, फिर साथ लाओ, फिर धो डालो और फिर सत्ता में जिताओ.’