लखनऊ में किसानों की महापंचायत शुरू, टिकैट बोले: जब तक सरकार नहीं मानेगी शर्तें, तब तक करेंगे आंदोलन
ईको गार्डन में आयोजित महापंचायत में कई मुद्ïदों पर सरकार व भाजपा को घेरा
मो. शारिक
लखनऊ। राजधानी के ईको गार्डेन में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों की महापंचायत शुरू हो गर्ई है। कृषि कानूनों को लेकर दो साल पहले 26 नवंबर को ही दिल्ली में किसानों ने आंदोलन शुरू किया था। उसी की याद और विभिन्न मुद्दों को लेकर किसान लखनऊ में महापंचायत कर रहे हैं। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत लखनऊ पहुंच चुके हैं। महापंचायत में शामिल किसानों से वे बात कर रहे हैं। इससे पहले टिकैत ने मीडिया से कहा कि किसानों पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है।
उनकी जमीन कब्जाने की साजिशें हो रही हैं। सरकार कभी खेतों में कटीले तार लगाने पर प्रतिबंध लगाती है तो कभी ट्रैक्टर ट्राली को लेकर ऐसे आदेश जारी होते हैं। किसान इसका विरोध कर रहे हैं। टिकैत ने कहा जब तक सरकार हमारी शर्तें नहीं मानेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। आगे कहा कि किसान पराली नहीं जलाएगा, उसके खेतों से पराली खरीदी जाए। एमएसपी के हिसाब से किसानों की फसल का भुगतान खेतों पर ही किया जाए। महापंचायत में किसानों को सिंचाई के लिए फ्री बिजली, गरीबों को 300 यूनिट फ्री बिजली, गन्ना का बकाया भुगतान, आवारा पशुओं का बंदोबस्त, डीएपी खाद की समुचित उपलब्धता, सूखा और अतिवृष्टि का बकाया मुआवजा जैसी तमाम मुद्ïदों पर बातचीत जारी है। महापंचायत में भाकियू, किसान सभा, जय किसान आंदोलन, क्रांतिकारी किसान यूनियन, भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन आदि प्रमुख किसान संगठनों भाग ले रहे हैं। इस अवसर पर किसान संगठनों ने राकेश टिकैत को माला पहनाकर स्वागत किया। इससे पहले 19 नवंबर को किसान संगठन विजय दिवस मना चुके हैं।
आरोप- महापंचायत में किसानों को आने नहीं दे रही भाजपा
राकेश टिकैत ने आरोप लगाया कि महापंचायत में किसानों को आने से भाजपा रोक रही है। पुलिस बल का इस्तेमाल किया जा रहा है। पुलिस जिलों-जिलों में किसानों को रोक रही है। कहा जा रहा है कि ऊपर से किसानों को रोकने को कहा गया है ताकि वे लखनऊ न पहुंच सकें। टिकैत ने कहा कि खास तौर पर ललितपुर, रामपुर, उन्नाव, सीतापुर, रायबरेली, फर्रुखाबाद में किसानों को रोका जा रहा है। यदि किसानों को रोका तो उन्हीं जिलों में किसान प्रदर्शन करेंगे।
अहम मुद्दों का नहीं हो रहा समाधान
टिकैत बोले कि जीएम सरसों को मंजूरी जैसे निर्णय भी किसान विरोधी हैं। गन्ने का बकाया भुगतान, बिजली आपूर्ति, एमएसपी पर गारंटी, कर्जा माफी, किसान पेंशन, आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमों की वापसी जैसे तमाम मुद्दे हैं जो हल नहीं हो पा रहे हैं। पंचायत के बाद हम सभी किसान भाई राजभवन पर मार्च निकालेंगे।
गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी अब चुनावी चिंता नहीं : मायावती
बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट कर भाजपा पर साधा निशाना
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज ट्वीट कर कहा कि देश में महंगाई, बेरोगजारी और गरीबी अब चुनावी और राजनीतिक चिंता नहीं रहे लेकिन फिर भी सरकारों का इन मुद्दों के प्रति उदार बने रहना उचित नहीं है। सरकार को इन समस्याओं के समाधान के लिए जीजान से जुटना चाहिए।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि देश में व्याप्त गरीबी व पिछड़ेपन से लाचारी व महंगाई की मार तथा बेरोजगारी से त्रस्त मेहनतकश लोग हर दिन आटा, दाल-चावल व नमक-तेल आदि के महंगे दाम को लेकर सरकार को कोसते रहते हैं। किन्तु वह इसका जवाब देने व उपाय ढूंढने के बजाय ज्यादातर खामोश बनी रहती है, ऐसा क्यों? अब आटा का दाम भी लगभग 37 रुपए प्रति किलो तक पहुंच जाने से लोगों में बेचैनी, हताशा व निराशा है। भारत जैसे विशाल आबादी वाले देश में यहां वर्षों से व्याप्त विचलित करने वाली गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई आदि अब असली राजनीतिक एवं चुनावी चिंता नहीं रही है तब भी सभी सरकारों को इनके प्रति उदासीन बने रहकर देश की प्रगति व जनता की उन्नति में रोड़ा बने रहना दु:खद है।
संविधान को समझें युवा: पीएम मोदी
संविधान के चलते ही आज देश की महिलाएं सशक्त
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुप्रीम कोर्ट में संविधान दिवस समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। इस मौके पर पीएम ने कहा कि संविधान के चलते ही आज देश के गरीब और महिलाएं सशक्त हैं। उन्होंने कहा कि भारत आज तमाम मुश्किलों को पीछे छोड़ आगे बढ़ रहा है। पीएम ने कहा कि युवाओं को देश के संविधान की जानकारी होना जरूरी है, जब वो इसे जानेंगे तो उन्हें कई सवालों के जवाब खुद मिलेंगे।
पीएम ने कहा कि आज के वैश्विक हालात में पूरे विश्व की निगाहें भारत पर टिकी हैं। भारत के तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और इसकी मजबूत वैश्विक छवि के चलते दुनिया हमें बड़ी उम्मीदों के साथ देख रही है। पीएम ने कहा कि इसके पीछे सबसे बड़ी ताकत हमारा संविधान ही है। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने सबसे पहले ई-कोर्ट परियोजना की शुरुआत की। इस परियोजना के तहत वर्चुअल जस्टिस क्लॉक, डिजिटल कोर्ट और जस्टिस मोबाइल एप 2.0 शुरू की जाएगी। पीएम ने लांचिंग के बाद कहा कि 1949 में आज ही के दिन स्वतंत्र भारत ने अपने लिए एक नई भविष्य की नीव डाली थी।
26/11 आतंकी हमले में जान गंवाने वालों को दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज ही के दिन मुंबई में 26/11 आतंकी हमला हुआ था। पीएम ने कहा कि 14 साल पहले जब भारत अपने संविधान और नागरिकों के अधिकारों का जश्न मना रहा था, तब मानवता के दुश्मनों ने भारत पर सबसे बड़ा आतंकी हमला किया था। हमले में जान गंवाने वालों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं।