सियासी तीरों के निशाने पर आए फिल्मी कलाकार

  • सनी देओल, रजनीकंात व प्रकाश राज पर राजनीतिक घमासान
  • विपक्षने बीजेपी सरकार को घेरा
  • कांग्रेस से लेकर कई संगठनों ने खोला मोर्चा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भारत में कोई बात हो जाए और सियासत न हो ऐसा हो ही नहीं सकता है। राजनीतिक बहस के दायरे में केवल नेता ही नहीं आते हैं फिल्मी कलाकर भी आते रहते हैं। इस समय देश के तीन लोकप्रिय कलाकार रजनीकांत, सनी देओल व प्रकाश राज अपने-अपने बयानों को लेकर मीडिया की सुखिर्यों में तो बने ही हुए है राजनीतिक लोगों के निशाने पर आ गए हैं। इन मामलों में विपक्ष ने भाजपा को भी घेरा है।
सनी देओल जहां बैंक ऑफ बड़ौदा के ऋण न चुकाने को लेकर सियासी निशाने पर हैं तो दक्षिण के सुपर स्टार रजनीकांत यूपी के सीएम योगी कै पैर छूने को लेकर विवादों में घिर गए हैं वहीं सिंघम फिल्म में विलेन की भूमिका निभाने वाले प्रकाश राज चंद्रयान मिशन के खिलाफ ट्विट कर हिंदु संगठनों के विरोध में फंस गए हैं। दरअसल अभिनेता रजनीकांत ने रविवार को अयोध्या में राम मंदिर और हनुमानगढ़ी में पूजा-अर्चना की। रजनीकांत ने मंदिर में विशेष पूजा की और भव्य राम मंदिर के निर्माण कार्य का अवलोकन भी किया। वहीं रजनीकांत ने कहा, अगर भगवान ने चाहा तो मंदिर का निर्माण पूरा होने के बाद मैं दोबारा आऊंगा। अभिनेता के प्रकाशराज खिलाफ हिंदू संगठनों के नेताओं ने उनके खिलाफ बागलकोट जिले के बनहट्टी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग की है। वहीं भाजपा के सांसद और अभिनेता सनी देओल ने मंगलवार को बैंक ऑफ बड़ौदा के संपत्ति नीलामी नोटिस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा ये मेरा निजी मामला है ।

अच्छे अभिनेता हैं रजनीकांत : केशव

यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मुझे भी जेलर नाम की फिल्म देखने का मौका मिला। मैंने रजनीकांत की कई फिल्में देखी हैं और वह इतने प्रतिभाशाली अभिनेता हैं कि भले ही फिल्म में ज्यादा कॉन्टेंट न हो, फिर भी वह अपने परफॉर्मेंस से उसे ऊंचा उठा देते हैं।

योगियों या संन्यासियों के पैर छूना मेरी आदत: रजनीकांत

रजनीकांत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आलोचना का जवाब देते हुए कहा, योगियों या संन्यासियों के पैर छूना और उनका आशीर्वाद लेना मेरी आदत है, भले ही वे मुझसे छोटे हों, मैंने यही किया है। पिछले हफ्ते अपनी मुलाकात के दौरान रजनीकांत ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का नमस्ते करके स्वागत किया और फिर उनके पैर छुए। इस भाव-भंगिमा की सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से आलोचना की गई, कई लोगों ने पूछा कि क्या 72 वर्षीय अभिनेता के लिए बहुत छोटे यूपी सीएम के पैर छूना ठीक था?

योगी को पीएम के रूप में देखकर पैर छुए : उदित राज

कांग्रेस नेता उदित राज ने मंगलवार को दावा किया कि रजनीकांत ने योगी आदित्यनाथ के पैर इसलिए छुए क्योंकि अभिनेता यूपी के मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखते थे। कांग्रेस नेता ने कहा, सीएम योगी आदित्यनाथ को भविष्य में प्रधानमंत्री के रूप में देखे जाने पर बहस हो रही है। अन्यथा, अभिनेता रजनीकांत ने प्रधान मंत्री मोदी के लिए यह शिष्टाचार नहीं दिखाया था।

चंद्रयान की तय समय पर होगी लैंडिंग : इसरो

  • चांद की नई तस्वीरें भेजी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। चंद्रयान 3 की चांद पर लैंडिंग का हर कोई बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहा है। इस बीच इसरो ने मिशन चंद्रयान 3 को लेकर नया अपडेट दिया है। इसरो ने इसी के साथ लैंडर द्वारा ली गई चांद की नई तस्वीरें भी जारी की है। इसरो ने आज एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि चंद्रयान 3 मिशन तय समय पर है। स्पेस एजेंसी ने कहा सिस्टम की नियमित जांच चल रही है और काम सुचारू रूप से चल रहा है।
इसी के साथ इसरो ने विक्रम लैंडर द्वारा बनाया गया वीडियो भी जारी किया। इसरो ने कहा कि ये 19 अगस्त को लगभग 70 किमी की ऊंचाई से लैंडर पोजिशन डिटेक्शन कैमरा (एलपीडीसी) द्वारा ली गई चंद्रमा की फोटो हैं। एलपीडीसी तस्वीरें ऑनबोर्ड चंद्रमा संदर्भ मानचित्र के साथ मिलान करके लैंडर मॉड्यूल को उसकी स्थिति (अक्षांश और देशांतर) निर्धारित करने में सहायता करती हैं। इसरो ने इसी के साथ विक्रम लैंडर की चांद पर लैंडिंग का लाइव प्रसारण कैसे देखा जा सकता है, ये भी बताया है।

पहाड़ों पर मच रही तबाही की चर्चा ‘सुप्रीम’ चौखट पर पहुंची

  • जांच के लिए कमेटी बनाने पर विचार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। इस बार का मानसून सीजन पहाड़ी इलाकों के लिए मुसीबत का सबब बनकर आया। अब मानसून के दौरान लोकप्रिय पर्यटन स्थलों वाले हिल स्टेशनों में भारी तबाही पर सुप्रीम कोर्ट ने चिंता जाहिर की है। साथ ही तबाही के कारणों की जांच करने पर भी सुप्रीम कोर्ट सहमत हो गया है। अध्ययन के लिए कमेटी बनाने पर विचार किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय हिमालयी क्षेत्र में स्थित सभी 13 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में पारिस्थितिक रूप से नाजुक क्षेत्रों, हिल स्टेशनों, उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों, बड़े टूरिस्ट क्षेत्रों और पर्यटन स्थलों की वहन क्षमता का पता लगाने के लिए एक विशेषज्ञ पैनल बनाने का संकेत दिया है। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ इस ममाले को सुन रही है।

28 अगस्त को सुझावों के साथ आएं याचिकाकर्ता

याचिकाकर्ता को सुनवाई की अगली तारीख 28 अगस्त को सुझावों के साथ वापस आने का निर्देश दिया गया कि पैनल में कौन-कौन विशेषज्ञ हो सकते हैं और संदर्भ की शर्तें क्या हो सकती हैं। यह मुद्दा पूर्व आईपीएस अधिकारी अशोक कुमार राघव ने उठाया था, जिन्होंने पहाड़ी क्षेत्रों और उसके आसपास अनियोजित बुनियादी ढांचे के विकास की शिकायत की थी। जनहित याचिका में कहा गया है कि मसूरी, नैनीताल, रानीखेत, चार धाम, जिम कॉर्बेट, बिनसर आदि जैसे गंतव्यों में चरम पर्यटन सीजन के दौरान अत्यधिक भीड़ होती है।

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