‘जूते मार-मारकर उतार देंगे बाल’, BKU नेता की बिजली विभाग के अफसरों को चेतावनी

बागपत में BKU नेता का मंच से बड़ा बयान... अधिकारियों को जूतों से मारने की दी धमकी... बिजली विभाग को चेतावनी देकर बोले...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः उत्तर प्रदेश का बागपत बीते दिन किसानों के गुस्से का गढ़ बन गया.. जहां ‘तिरंगा यात्रा’ के नाम पर जुटा जनसैलाब अचानक बिजली विभाग और स्मार्ट मीटर के खिलाफ बड़े आंदोलन में बदल गया.. कलेक्ट्रेट का लोकमंच जब किसानों से भर गया.. तब वहां एक किसान नेता ने अधिकारियों को जूते मारकर बाल उतारने की धमकी दे दी.. दरअसल बागपत जिले में भारतीय किसान यूनियन में इस उबाल के पीछे वजह थी स्मार्ट मीटर लगाने.. और बिजली विभाग की छापेमारी की कार्रवाई… किसानों का कहना है कि सरकार ने खुद वादा किया था कि किसानों को फ्री बिजली मिलेगी.. लेकिन अब उल्टा बिजली महंगी हो रही है.. और छापे मारकर किसानों को डराया जा रहा है..

बता दें कि बिजली मंत्री ने कई बार अधिकारियों की क्लास भी लगाई है.. प्रदेश बिजली की समस्या से जूझ रहा है.. लेकिन अधिकारी बिजली मंत्री की भी बात नहीं मान रहे हैं… चेतावनी के बाद भी अधिकारी मनमानी कर रहे हैं.. और कभी छापा मारकर तो कभी स्मार्ट मीटर को लेकर आम जनता को परेशान कर रहे हैं.. जिसका बड़ा असर किसानों पर पड़ रहा है.. इस समय योगी सरकार पूरे प्रदेश में तिरंगा यात्रा निकाल रही है.. इसी तिरंगा यात्रा के दौरान किसानों का उबाल बाहर आ गया और अधिकारियों और बिजली विभाग को खुले मंच से चेतावनी दे डाली.. बता दें कि योगी सरकार दावा करती है कि किसानों के लिए बिजली पूरी तरह से फ्री है.. उसके बाद भी अधिकारी मनमानी कर रहे है.. और किसानों को परेशान कर रहे है. जिसको लेकर किसानों ने बड़ी चेतावनी दे दी है… जिससे यूपी से लेकर दिल्ली दरबार तक हलचल मच गई है..

आपको बता दें कि बिजली की समस्या और अधिकारियों की मनमानी को लेकर बुधवार को एक सभा बुलाई गई.. जिसमें भाकियू के नेता हरेंद्र दांगी ने माइक संभालते ही माहौल को और गर्म कर दिया.. खुले मंच से उन्होंने चेतावनी के तेवर में कहा कि हमें चाहे कुछ भी करना पड़े, करेंगे… अगर कहीं छापेमारी हुई या स्मार्ट मीटर लगाए गए तो जूतों से मार-मारकर अधिकारियों के बाल उखाड़ देंगे… मुख्यमंत्री ने कहा है बिजली फ्री है, फिर ये छापेमारी क्यों.. भाकियू नेताओं ने साफ कर दिया कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो यह तो सिर्फ चेतावनी है. आगे का आंदोलन इतना तेज होगा कि सरकार और विभाग दोनों को पीछे हटना पड़ेगा.. कलेक्ट्रेट का लोकमंच उस वक्त किसी किसानी रणभूमि जैसा नजर आ रहा था. जहां एक तरफ तिरंगा शान से लहरा रहा था.. तो दूसरी तरफ बिजली विभाग के खिलाफ किसानों का गुस्सा तेज धार की तलवार बनकर चमक रहा था..

पंचायत में तमाम किसान नेताओं ने भी अपनी बात रखी.. प्रताप गुर्जर ने कहा कि सरकार लगातार किसानों की मांगों को नजरअंदाज कर रही है.. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हालात नहीं सुधरे, तो दिल्ली में बड़ा आंदोलन किया जाएगा. बता दें कि लोकमंच एक तरफ तिरंगे से सजा था.. तो दूसरी तरफ किसानों का गुस्सा बिजली विभाग के खिलाफ तलवार की तरह चमक रहा था.. घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने कोई बड़ा कदम नहीं उठाया.. लेकिन पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी.. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मार्च 2024 में कैबिनेट बैठक में किसानों के लिए बड़ा ऐलान किया था. और उन्होंने कहा कि प्राइवेट ट्यूबवेल वाले किसानों के बिजली बिल माफ किए जाएंगे. जो 1 अप्रैल 2024 से लागू होगा.. इसके लिए 2024-25 के बजट में 1,800 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया.. यह फैसला किसानों की सिंचाई जरूरतों को ध्यान में रखकर लिया गया.. ताकि उन्हें 10 घंटे फ्री बिजली मिल सके..

यह वादा 2022 के विधानसभा चुनाव से जुड़ा है.. जब भाजपा ने अपने मेनिफेस्टो में किसानों को सिंचाई के लिए फ्री बिजली देने का वादा किया था.. मुख्यमंत्री ने इसे होली का तोहफा कहा था.. लेकिन किसानों का आरोप है कि जमीन पर यह लागू नहीं हो रहा. कई जगहों पर बिजली विभाग छापेमारी कर रहा है.. और स्मार्ट मीटर लगाने से बिल बढ़ रहे हैं.. बागपत के किसानों ने इसी वादे का हवाला देकर विरोध किया.. किसानों का कहना है कि यह मीटर बिजली महंगी कर देगा.. पुराने मीटर में कम बिल आता था.. लेकिन स्मार्ट मीटर में हर यूनिट का सटीक हिसाब लगेगा.. जिससे गरीब किसान प्रभावित होंगे..

वहीं यह मामला किसानों की निराशा को दिखा रहा है. जहां किसानों ने एक तरफ तिरंगा लहराकर देशभक्ति दिखाई.. तो दूसरी तरफ अपनी समस्याओं के लिए संघर्ष किया.. अगर सरकार ने समय रहते मांगें नहीं मानीं.. तो यह आंदोलन बड़ा रूप ले सकता है.. किसान ही देश का अन्नदाता हैं.. इसलिए उनकी आवाज सुनना जरूरी है.. लेकिन बीजेपी सरकार जबसे सत्ता में आई है.. तभी से मनमानी कर रही है.. आम जनता, किसान, युवा सभी परेशान है.. लेकिन योगी सरकार वर्तमान की मूलभूत समस्याओं को छोड़कर 2047 के विजन को बता रही है.. पिछले आठ सालों में योगी बाबा ने कोई काम नहीं किया है.. सरकार के द्वारा जो भी वादे किए जाते हैं. वे धरातल पर लागू ही नहीं होते है.. जिससे आम जनता परेशान है..

 

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