गुजरात लॉबी के पतन की हो गई शुरुआत, राजीव प्रताप रूडी ने जीता कांस्टीट्यूशन क्लब का चुनाव
राजीव प्रताप रूडी ने संजीव बालियान को हराकर कांस्टीट्यूशन क्लब का चुनाव जीत लिया है... ये सिर्फ बालियान की हार नही है गुजरात लॉबी के पतन की शुरुआत है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों आज हम बात करेंगे एक ऐसी खबर की जो दिल्ली की राजनीति में हलचल मचा रही है…… यह खबर है कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के चुनाव की….. यहां पर 12 अगस्त को चुनाव हुआ था…. और नतीजे 13 अगस्त को आए….. भाजपा के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने अपनी ही पार्टी के पूर्व सांसद संजीव बालियान को हराकर सेक्रेटरी (एडमिनिस्ट्रेशन) का पद जीत लिया….. यह चुनाव सिर्फ एक क्लब का नहीं था….. बल्कि इसमें बड़े-बड़े नेता शामिल थे…… अमित शाह, जेपी नड्डा जैसे भाजपा के दिग्गज बालियान के साथ थे…… जबकि सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे कांग्रेस नेता रूडी के पक्ष में दिखे…… लोग इसे गुजरात लॉबी के कमजोर होने की शुरुआत बता रहे हैं……
आपको बता दें कि कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया दिल्ली में है…… इसे 1947 में बनाया गया था…… जब भारत आजाद हुआ….. शुरू में यह संविधान बनाने वाले लोगों के लिए था…… जहां वे मिलकर बातें करें…… अब यह मौजूदा और पूर्व सांसदों का क्लब है……. यहां कॉन्फ्रेंस रूम, कैफे, जिम, स्विमिंग पूल, बिलियर्ड्स रूम और सैलून जैसी सुविधाएं हैं…… लोकसभा स्पीकर इसका अध्यक्ष होता है……. लेकिन असली काम सेक्रेटरी (एडमिनिस्ट्रेशन) चलाता है……. यह क्लब राजनीति का केंद्र है….. जहां सांसद मिलते हैं….. विचार साझा करते हैं और रिश्ते बनाते हैं…… चुनाव हर कुछ सालों में होता है….. लेकिन इस बार इतना जोरदार था कि अमित शाह से लेकर सोनिया गांधी तक वोट डालने आए…..
कुल 1295 सदस्य थे….. जिनमें से 707 ने वोट डाला…… यह बहुत ज्यादा टर्नआउट था….. यानी लोग इसमें रुचि ले रहे थे…… चुनाव में सेक्रेटरी (एडमिनिस्ट्रेशन), सेक्रेटरी (स्पोर्ट्स), सेक्रेटरी (कल्चर), ट्रेजरर और 11 एक्जीक्यूटिव मेंबर्स चुने जाते हैं…… लेकिन मुख्य लड़ाई सेक्रेटरी (एडमिनिस्ट्रेशन) की थी……. वहीं चुनावी लड़ाई में एक तरफ राजीव प्रताप रूडी थे…… वे बिहार के सारण से भाजपा के सांसद हैं……. पेशे से पायलट हैं और पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं…… रूडी 1999 से इस क्लब के सेक्रेटरी हैं…… उन्होंने क्लब को पुराना और जीर्ण-शीर्ण हालत से निकालकर आधुनिक बनाया…… नई सुविधाएं जोड़ीं लोग कहते हैं कि उनके कारण क्लब अब चमकदार और उपयोगी हो गया….. लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि वे बहुत लंबे समय से हैं…… रूडी थाकुर समुदाय से हैं और बिहार की राजनीति में मजबूत हैं…… वे लोकसभा चुनाव में राबड़ी देवी और उनकी बेटी रोहिणी आचार्य को हरा चुके हैं……
दूसरी तरफ संजीव बालियान थे….. वे भी भाजपा के हैं, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से पूर्व सांसद…… पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं…… बालियान जाट समुदाय से हैं और पश्चिमी यूपी में मजबूत आधार रखते हैं…… वे कहते थे कि क्लब अब सांसदों के बजाय आईएएस, आईपीएस और बिजनेसमैन का हो गया है….. बदलाव चाहिए क्लब को फिर से सांसदों के लिए बनाना है…… बालियान को अमित शाह, जेपी नड्डा और निशिकांत दुबे जैसे नेताओं का समर्थन था…… दुबे ने तो खुलकर कहा कि बालियान जीतेंगे क्योंकि क्लब को वापस सांसदों के हाथ में लाना है…… वहीं यह चुनाव BJP बनाम BJP था…… लेकिन इसमें जाति का एंगल भी आ गया……. रूडी थाकुर थे…… बालियान जाट….. कुछ लोग इसे दिल्ली बनाम यूपी-बिहार की लड़ाई कह रहे थे…..
चुनाव की तैयारी महीनों से चल रही थी…… दोनों उम्मीदवारों ने जोरदार कैंपेन किया…… रूडी ने कहा कि उन्होंने क्लब को बेहतर बनाया….. नई सुविधाएं जोड़ीं…… बालियान ने कहा कि क्लब अब कमर्शियल हो गया……. सांसदों को फायदा नहीं मिल रहा…… वे बदलाव की बात करते थे…… वहीं समर्थन की बात करें तो बालियान के साथ भाजपा का टॉप लीडरशिप था……. अमित शाह, जेपी नड्डा, पीयूष गोयल, किरेन रिजिजू जैसे मंत्री वोट डालने आए……. कुछ गवर्नर भी थे…. लोग कहते हैं कि यह गुजरात लॉबी का प्रभाव था……. क्योंकि शाह गुजरात से हैं…….. निशिकांत दुबे ने कहा कि बालियान की वजह से क्लब फिर से चर्चा में आया….. और उन्होंने यह भी कहा कि 2005 और 2010 में जब कांग्रेस के जयप्रकाश अग्रवाल, रूडी के खिलाफ लड़े थे…… तो सोनिया गांधी वोट नहीं डालने आई थीं…… लेकिन अब आईं…..
बता दें कि रूडी के साथ विपक्ष था……. कांग्रेस की सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, दीपेंद्र हुडा जैसे नेता उनके पक्ष में थे……. कुछ लोग कहते हैं कि विपक्ष नहीं चाहता था कि शाह का उम्मीदवार जीते……. राहुल गांधी का रूडी से हाथ मिलाने का वीडियो वायरल हुआ….. जो पुराना था लेकिन अब चर्चा में आया……. रूडी को थाकुर और बिहार-यूपी के सांसदों का समर्थन मिला…….. कुछ NDA पार्टियों के सदस्य भी उनके साथ थे…… बता दें कि चुनाव 12 अगस्त को हुआ…… वोटिंग दिन भर चली, रात को 26 राउंड की काउंटिंग हुई…. पोस्टल बैलट भी थे……. लोग एक्स पर लाइव अपडेट दे रहे थे……. एक यूजर ने कहा कि रूडी की जीत तय हो गई क्योंकि विपक्ष उनके साथ था……
आपको बता दें कि 13 अगस्त की सुबह नतीजे आए….. रूडी को 391 वोट मिले, बालियान को 291 मिले…… मार्जिन लगभग 100 वोट का था…… कुल 707 वोट पड़े…… रूडी की पैनल से ज्यादातर सदस्य भी जीते……. जैसे प्रदीप गांधी, नवीन जिंदल, दीपेंद्र हुडा…. सेक्रेटरी (स्पोर्ट्स) राजीव शुक्ला, सेक्रेटरी (कल्चर) तिरुचि सिवा और ट्रेजरर जितेंद्र रेड्डी निर्विरोध चुने गए…… वहीं रूडी ने जीत के बाद कहा कि यह सभी सांसदों की जीत है…… पिछले 20 सालों की मेहनत का नतीजा है……. बालियान ने कहा कि क्लब की गरिमा बनी रहे….. चुनाव से क्लब फिर चर्चा में आया……
वहीं यह चुनाव छोटा लगता है, लेकिन बड़ा संदेश देता है……. लोग कहते हैं कि यह गुजरात लॉबी के पतन की शुरुआत है……. अमित शाह गुजरात से हैं, उनकी पसंद का उम्मीदवार हारा…… वहीं रूडी बिहार से हैं, बालियान यूपी से…… दोनों उम्मीदवार BJP के थे…… लेकिन समर्थन अलग-अलग……. विपक्ष ने रूडी को सपोर्ट किया……. जिससे BJP की इंटरनल फाइट में विपक्ष फायदा उठा रहा है…… कुछ लोग कहते हैं कि यह BJP के लिए सबक है…… निशिकांत दुबे ने बालियान की तारीफ की…… लेकिन रूडी को भी बधाई दी…..
यह जीत रूडी के लिए बड़ी है…… वे क्लब को और बेहतर बनाएंगे……. लेकिन BJP के लिए चिंता है……. क्या इंटरनल फाइट बढ़ेगी…… क्या गुजरात लॉबी कमजोर होगी……. बिहार चुनाव 2025 में इसका असर पड़ेगा…… लोग कहते हैं कि यह शुरुआत है…….. क्लब अब ज्यादा सक्रिय होगा जो सांसदों के लिए बेहतर होगा….



