सेम सेक्स मैरिज पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू
याचिकर्ता बोले हमें भी शादी का अधिकार मिले, केंद्र बोला- उत्तर से दक्षिण तक राय लेनी होगी
सेम सेक्स मैरिज के पक्ष में लगाई गई याचिकाओं की पैरवी कर रहे हैं मकुल रोहतगी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सेम सेक्स मैरिज को कानूनी मान्यता देने की मांग करने वाली 15 याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो चुकी है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस एसके कौल, जस्टिस एस रवींद्र भट, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस हिमा कोहली की पांच जजों की संवैधानिक बेंच सुनवाई कर रही है। केंद्र सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और सेम सेक्स मैरिज के पक्ष में लगाई गई याचिकाओं की पैरवी मुकुल रोहतगी कर रहे हैं।
सॉलिसिटर जनरल एसजी मेहता ने कहा कि सेम सेक्स मैरिज का मुद्दा ऐसा नहीं है, जिस पर एक पक्ष में बैठे 5 लोग, दूसरे पक्ष में बैठे 5 लोग और बेंच पर बैठे 5 विद्वान बहस कर सकें। इसमें दक्षिण भारत के किसान और उत्तर भारत के बिजनेसमैन का भी नजरिया जानना होगा। हम अभी भी इन याचिकाओं के आधार पर सवाल कर रहे हैं, क्योंकि हो सकता है कि इस मामले पर सभी राज्य एकराय न हों। हम अभी भी यही कह रहे हैं कि क्या इस मुद्दे पर कोर्ट खुद फैसला ले सकती है। उधर सुप्रीम कोर्ट ने कहा हम जानना चाहते हैं कि याचिकाकर्ता क्या दलीलें दे रहे हैं। देखते हैं कि याचिकाकर्ता और हमारे दिमाग में क्या चल रहा है।सॉलिसिटर जनरल हमें नहीं बता सकते कि यह फैसला कैसे करना है। हम सही वक्त पर आपको भी सुनेंगे।
वहीं वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि हम अपने घरों में प्राइवेसी चाहते हैं। साथ ही यह भी कि हमें सार्वजनिक जगहों पर कोई लांछन ना सहना पड़े। हम चाहते हैं कि 2 लोगों के लिए शादी और परिवार को लेकर वैसी ही व्यवस्था हो, जैसी अभी दूसरों के लिए चल रही है। शादी और परिवार की हमारे समाज में इज्जत होती है। कानून में से इस मामले पर आपराधिक और अप्राकृतिक हिस्सा हट गया है। ऐसे में हमारे अधिकार भी समान हैं। हम सेम सेक्स वाले लोग हैं। हमें भी समाज के हेट्रोसेक्शुअल ग्रुप के तौर पर संविधान के तहत समान अधिकार मिले हैं। आपने ही यह फैसला किया है। हमारे समान अधिकारों के रास्ते में केवल एक ही रुकावट थी 377। हम बूढ़े होते जा रहे हैं। हम भी चाहते हैं कि शादी की सम्मान हो। आज स्थिति क्या है? ये जो लोग हैं, इन्हें गे कहा जाता है, क्वीर कहा जाता है। अगर ये कहीं जाते हैं तो लोग इन्हें देखने लगते हैं। आर्टिकल- 21 के तहत यह अधिकारों पर प्रतिबंध और उनका उल्लंघन है। आपने ही अनुज गर्ग के केस में सेक्स की परिभाषा को माना है, जिसमें कहा गया था कि सेक्स के मायने यौन इच्छा से है ना कि किसी के पुरुष या महिला होने से।
कर्नाटक आरक्षण मामला सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई 25 अप्रैल तक टाला
सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक में मुसलमानों के लिए 4 प्रतिशत ओबीसी कोटा खत्म करने को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई 25 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दी है। कर्नाटक सरकार ने स्थगन की मांग करते हुए शीर्ष अदालत को आश्वासन दिया कि सुनवाई की अगली तारीख तक मुसलमानों के लिए 4 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण को रद्द करने के सरकार के आदेश के आधार पर कोई नई नियुक्तिया प्रवेश नहीं किया जाएगा।
विश्व धरोहर दिवस पर छात्रों को दी जानकारी
महाराजा बिजली पासी राजकीय महाविद्यालय में हुआ कार्यक्रम
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। महाराजा बिजली पासी राजकीय महाविद्यालय, आशियाना लखनऊ में विश्व धरोहर दिवस मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ सुमन गुप्ता के निर्देशन पर इतिहास विभाग की विभागध्यक्ष डॉ सनोबर हैदर के द्वारा महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को अपनी साझी विरासात को संजोने एवं रक्षा करने ही ओर उनमुख किया गया।
इस अवसर पर प्लेसेज आफ रिलिजियस एंड कल्चरल टूरिज्म इन द स्टेट आफ यूपी पर विशेष चर्चा की गई। इसमें वाराणसी, सारनाथ, मथुरा, अयोध्या एवं प्रयागराज जैसे जनपदों में स्थित विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थलों की रक्षा एवं सुरक्षा हेतु छात्र छात्रों को प्रेजेटेशन दिखा कर जागरूक किया।
सुप्रीम कोर्ट ने टीएमसी प्रवक्ता को दी जमानत
क्राउड फंडिंग से धन के दुरुपयोग का मामला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। सुप्रीम कोर्ट ने क्राउडफंडिंग (ऑनलाइन माध्यम के जरिये लोगों से धन जुटाना) के जरिए एकत्रित धन के कथित दुरुपयोग से जुड़े एक मामले में सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता साकेत गोखले को जमानत दे दी। न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति विक्रम नाथ की पीठ ने गोखले को राहत देते हुए कहा कि मामले में आरोप पत्र पहले ही दाखिल किया जा चुका है। पीठ ने कहा,अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस वी राजू ने याचिका का जोरदार विरोध किया।
हालांकि, आरोप की प्रकृति पर गौर करते हुए और चूंकि आरोपपत्र पहले ही दाखिल किए जा चुके हैं, हम जमानत प्रदान कर रहे हैं। पीठ ने कहा, याचिकाकर्ता को अहमदाबाद शहर, साइबर अपराध थाना में दर्ज प्राथमिकी के संबंध में निचली अदालत की ओर से तय जमानत राशि और मुचलका भरने के आधार पर जमानत पर रिहा करने का निर्देश दिया जाता है।
भीषण आग
गोमती नगर स्थित पत्रकारपुरम के एक कैफे में आज सुबह आग लग गयी। मौके पर पहुंची दमकल की गाडिय़ों ने आग पर काबू पाया।
जो चप्पल उठाने की औकात नहीं रखते वो गाडिय़ों के काफिले में घूम रहे: वरुण
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पीलीभीत। सांसद वरुण गांधी दो दिन पहले ही दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान ललौरीखेड़ा विकास खंड क्षेत्र में आयोजित जनसभा में दिए गए संबोधन का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है। जिसमें सांसद वरुण गांधी ने बगैर नाम लिए जनपद के एक माननीय पर निशाना साधा है।
सांसद ने कहा कि हमें 35 साल हो गए, हमारे पास कोई घर है? क्या कोई जमीन है? हमने कोई कालोनी काटी है? हम तो आज भी एक कमरे में रहते हैं। हमारी जगह कोई और होता तो बड़ा महल बना चुका होता। बगीचा बना देता। वरुण ने कहा कि जो हमारी चप्पल उठाने की औकात नहीं रखते थे, वे पांच-पांच गाडिय़ों के काफिले में चल रहे हैं। जो पहले कहते थे, भईया हमें एक मौका दे दो। हमारे सामने बोलने की औकात नहीं रखते थे। इन लोगों ने पीलीभीत शहर का आधा हिस्सा घेर लिया है। सांसद अपने संबोधन में तीखे हमले करते हुए बार बार उपस्थित लोगों से भी सवाल कर रहे हैं कि क्या वे सही कह रहे हैं? जिसके जबाव में उपस्थित लोग हां कह रहे हैं। सांसद वरुण गांधी ने संबोधन में किसी का नाम तो नहीं लिया है। लेकिन जिले के एक माननीय से इसे सीधे तौर पर जोडक़र देखा जा रहा है।
हस्ताक्षर
मेगा टेक्सटाइल पार्क के लिये केंद्र और राज्य सरकार में करार हुआ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये।