मंत्री नब किशोर दास हत्याकांड की जांच की निगरानी करेगा हाईकोर्ट
भुवनेश्वर। विपक्षी पार्टी भाजपा और कांग्रेस ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास हत्याकांड की निष्पक्ष जांच की मांग की है। जिसके बाद राज्य की नवीन पटनायक सरकार ने हाईकोर्ट को पत्र लिखकर जांच की निगरानी करने की अपील की है। हत्याकांड की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है। बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की रविवार शाम में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड के आरोपी एएसआई गोपाल दास को गिरफ्तार कर लिया गया है।
कांग्रेस विधायक संतोष सिंह सलूजा ने जांच पर सवाल उठाते हुए कहा था कि राज्य पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच कैसे कर सकती है, जब उसके ही विभाग का एक सदस्य मामले का एकमात्र आरोपी है। ऐसे में कांग्रेस ने घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग की थी। वहीं भाजपा ने नब किशोर दास की हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। इसके बाद सोमवार रात ओडिशा के गृह विभाग ने हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर नबकिशोर दास हत्याकांड की जांच की निगरानी हाईकोर्ट के रिटायर जज या फिर जिला जज द्वारा कराने की अपील की है।
गृह विभाग ने पत्र में लिखा कि मंत्री की हत्या एक संवेदनशील मामला है और इसकी निष्पक्षता से जांच के लिए हाईकोर्ट द्वारा इसकी निगरानी की जानी चाहिए। बता दें कि पुलिस ने आरोपी एएसआई गोपाल दास को बर्खास्त कर दिया है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और आम्र्स एक्ट की धारा 21(1) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
क्राइम ब्रांच के एडिश्नल डायरेक्टर जनरल अरुण बोथरा ने कहा कि आरोपी ने अपना जुर्मू कबूल कर लिया है। अब आरोपी को एसडीजेएम झारसुगड़ा की कोर्ट में पेश किया जाएगा और आरोपी की न्यायिक हिरासत की मांग की जाएगी। क्राइम ब्रांच की दो टीमें मामले की जांच कर रही हैं। पुलिस ने आरोपी के पास से उसकी सर्विस रिवॉल्वर, तीन राउंड गोलियां और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। मृतक बीजद नेता के विसरा को भी सुरक्षित रख लिया गया है, ताकि आगे की जांच की जा सके। बता दें कि ब्रजराजनगर इलाके में मंत्री नबकिशोर दास की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मंत्री की सुरक्षा में तैनात एएसआई गोपाल दास ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि आरोपी मानसिक तौर पर बीमार है।