अगर आप भी एनर्जी ड्रिंक का सेवन करते हैं तो सावधान हो जाएं, ये सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती है

नई दिल्ली। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक अमेरिकी शख्स को 10 मिनट में 12 कैन एनर्जी ड्रिंक पीने के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. बताया गया कि ड्रिंक में चीनी, कैफीन और केमिकल्स की मात्रा अधिक होने के कारण 36 वर्षीय व्यक्ति का अग्न्याशय खुद ही पचने लगा। हालत बिगडऩे पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि कभी-कभी एनर्जी ड्रिंक्स को स्पोट्र्स बेवरेज भी माना जाता है, जबकि ये उनसे अलग होते हैं।

इन पेय, जिन्हें बढ़ती सतर्कता और ऊर्जा के स्तर के रूप में प्रचारित किया जाता है, में महत्वपूर्ण मात्रा में कैफीन और सोडा जितनी अधिक या उतनी ही चीनी होती है। कई एनर्जी ड्रिंक्स में लगभग 200 मिलीग्राम कैफीन होता है, जो दो कप कॉफी में होता है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि इन ड्रिंक्स की सुरक्षा को लेकर नियमन का अभाव है, साथ ही युवाओं को लुभाने के लिए इनकी जमकर मार्केटिंग भी की जाती है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने बताया कि 2007 में, ऊर्जा पेय के कारण 12 से 17 वर्ष की आयु के 1,145 बच्चों को आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था। 2011 में यह संख्या बढक़र 1,499 हो गई थी। क्यूआरजी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के डायटेटिक्स के एचओडी डॉ निशांत तंवर ने कहा, कैफीन की उच्च खुराक उच्च रक्तचाप, धडक़न, कैल्शियम की कमी और कई अन्य समस्याएं पैदा कर सकती है। विशेषज्ञ ने बताया कि एनर्जी ड्रिंक में अक्सर चीनी भरी होती है, जो खिलाड़ी के दांतों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है। उन्होंने कहा, इन ड्रिंक्स में मौजूद चीनी दांतों के इनेमल को खराब कर सकती है, जिससे कैविटी और अतिसंवेदनशीलता जैसी समस्याएं हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक इनका इस्तेमाल शरीर के मेटाबॉलिज्म को भी प्रभावित कर सकता है जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को असंतुलित कर सकता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे सबूत मिले हैं जो यह साबित करते हैं कि एनर्जी ड्रिंक्स का सेहत पर नकारात्मक असर पड़ता है। इससे मानसिक स्वास्थ्य खराब हो सकता है, हृदय और चयापचय पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है या दांतों की समस्या हो सकती है। उच्च मात्रा में कैफीन, उच्च फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप, कम कैलोरी वाले मिठास और हर्बल उत्तेजक के साथ-साथ अतिरिक्त चीनी बच्चों को उनके छोटे शरीर के आकार के कारण अधिक प्रभावित कर सकती है। चूंकि कैफीन एनर्जी ड्रिंक्स में मौजूद सबसे आम अवयवों में से एक है, इसलिए इसके दुष्प्रभावों को समझना महत्वपूर्ण है। पेय में निहित कैफीन एकाग्रता और सतर्कता बढ़ाने के लिए है। लेकिन कुछ मामलों में यह बेचैनी, दिल की धडक़न का बढऩा और नींद न आना जैसे कुछ शुरुआती लक्षण पैदा कर सकता है।
हार्वर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक खुराक में 1.2 ग्राम या इससे ज्यादा कैफीन लेने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। एक बार में 10-14 ग्राम कैफीन का सेवन करना घातक माना जाता है। 10 ग्राम तक कैफीन का सेवन करने से ऐंठन और उल्टी होती है, लेकिन लगभग 6 घंटे में ठीक होना संभव है। 1 ग्राम की खुराक से होने वाले दुष्प्रभावों में बेचैनी, चिड़चिड़ापन, घबराहट, उल्टी, तेज़ दिल की धडक़न और कंपकंपी शामिल हैं।
नेशनल सेंटर फॉर कॉम्प्लिमेंटरी एंड इंटीग्रेटिव हेल्थ (एनसीसीआईएच) के अनुसार, यह आपके दिल की धडक़न और रक्तचाप को कितनी तेजी से बढ़ा सकता है, यह कैफीन के प्रभावों के प्रति आपकी संवेदनशीलता और आप कितनी कैफीन का सेवन करते हैं, इस पर निर्भर करता है। अतालता (कार्डियक अतालता) और निर्जलीकरण, मतली, कंपकंपी और सोने में परेशानी जैसे लक्षण पैदा कर सकते हैं।

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