यूसीसी लागू करने से कहीं तूफान न आ जाए

  • अब्दुल्ला बोले-परिणामों पर पुनर्विचार करे सरकार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जम्मू। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष एवं सांसद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र को समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर जोर नहीं देना चाहिए और इसे लागू करने के परिणामों पर पुनर्विचार करना चाहिए। उन्हें इस सब पर विचार करना चाहिए और इसे आगे बढ़ाने के बजाय इसके परिणामों के बारे में सोचना चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि तूफान आ जाए। उनकी टिप्पणी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा यूसीसी के लिए कड़ी वकालत करने के दो दिन बाद आई है।
फारूक अब्दुल्ला ने हजरतबल में ईद-उल-अजहा की नमाज अदा करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान ये कहा। उन्होंने कहा, उन्हें (केंद्र सरकार) इस बारे में दोबारा सोचना चाहिए। यह एक विविधतापूर्ण देश है, यहां विभिन्न नस्लों और धर्मों के लोग रहते हैं और मुसलमानों का अपना शरिया कानून है। फारूक अब्दुल्ला ने वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू-कश्मीर आने वाले तीर्थयात्रियों का भी स्वागत किया। उन्होंने कहा, मैं यात्रा का स्वागत करता हूं। मैं अल्लाह से प्रार्थना करता हूं कि यह सफल हो और यात्री आशीर्वाद लेकर लौटें।

कुछ लोगों ने देशभक्ति का ठेका ले रखा है : रफीक

राजस्थान अल्पसंख्यक आयोग चेयरमैन और विधायक रफीक खान ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर जयपुर में मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी लोगों को अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है। इसलिए सभी को विचार व्यक्त कर अपनी बात कह सकते हैं। संविधान में कोई भी संशोधन होता है तो उसे लेकर बातचीत की जाती है। आज बहुत सारे लोग देश भक्ति के नाम पर ठेकेदार बनकर बैठ गए हैं। जिन लोगों ने आजादी में कुछ नहीं किया था वे लोग आज देश को बेचने का काम कर रहे हैं। हिंदू मुसलमान के नाम पर झगड़े करवा रहे हैं। देशभक्ति की खूब सारी बाते हो रही हैं।

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