कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना समेत 13 प्रस्तावों पर मुहर
अयोध्या में भी मिलेंगी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर जैसी सुविधाएं
राममंदिर के मुख्य मार्ग पर मिलेंगी नगरीय सुविधाएं विकसित होगा मॉडल सिटी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लोकभवन में आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक हुई। इस दौरान 13 प्रस्ताव पर मुहर लगी। 11 नगर पंचायत और नगर पालिका परिषद का सीमा विस्तार संबंधी नगर विकास विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। वहीं अयोध्या राममंदिर के आस-पास सड़क मार्ग का निर्माण व सौंदर्यकरण होगा। राममंदिर के मुख्यमार्ग पर सारी नगरीय सुविधाओं के साथ मॉडल सिटी के तौर विकसित होगा। यह काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर बनेगा। वहीं नव सृजित नगर निकायों के विकास के लिये मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना शुरू होगी।
कैबिनेट में नगर पंचायतों के गठन व विस्तारीकरण के प्रस्ताव को पास किया गया। वाराणसी नगर निगम की सीमा का विस्तार होगा। रामनगर नगरपालिका परिषद को इसमें समाहित किया गया। मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना के अंतर्गत मास्टरप्लान बनाये जाएंगे। जनप्रतिनिधियों की सलाह ली जाएगी। रोड, ड्रेनेज, स्ट्रीट लाइट्स, कम्युनिटी हॉल निर्माण, बाजार में जनसुविधाओं के कार्य,चौराहों पर जन कार्य, ओपन पार्क आदि के लिए इस योजना के अंतर्गत कार्य किये जायेंगे।
भारत के संविधान के अनुच्छेद 243 तथा उ. प्र. नगर पालिका अधिनियम, 1916 की धारा 3 के अन्तर्गत प्रदत्त अधिकारों के अन्तर्गत इन संक्रमणशील क्षेत्रों को नगर पंचायत के रूप में गठित करने तथा पूर्व से गठित नगर पंचायतों के सीमा विस्तार के प्रकरणों पर सम्यक रूप से विचार करते हुए जनपद प्रतापगढ़ में डेरवा बाजार नई नगर पंचायत का गठन करने का निर्णय लिया गया है। वाराणसी की नगर पंचायत सूजाबाद तथा नगर पालिका परिषद रामनगर की सीमाएं नगर निगम वाराणसी की सीमा से सटी होने के कारण उक्त नगर निकायों को नगर निगम वाराणसी में सम्मिलित करते हुए नगर निगम वाराणसी का सीमा विस्तार किये जाने का निर्णय लिया गया है। इसके फलस्वरूप नगर पालिका परिषद रामनगर तथा नगर पंचायत सूजाबाद का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
मारा गया अल-जवाहिरी
अमेरिका ने बिना धमाका किया ढेर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
वाशिंगटन। आतंकवादी संगठन अल कायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी को मार गिराया गया है। अमेरिका ने काबुल में ड्रोन स्ट्राइक के जरिए इस खतरनाक मिशन को अंजाम दिया। अल-जवाहिरी की मौत की पुष्टि खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने की है। इस मिशन की सबसे खास बात यह है कि अमेरिका ने बिना किसी धमाके या किसी को नुकसान पहुंचाए अल-जवाहिरी को मौत की नींद सुला दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आया है कि इस हमले के लिए अमेरिका ने अपनी खतरनाक निंजा मिसाइल के नाम से पहचाने जाने वाले हेलफायर आर9एक्स हथियार का इस्तेमाल किया। यह वही हथियार है, जिससे अल-कायदा के वरिष्ठ नेता अबू अल-खैर अल-मसरी को मार दिया गया था।
सीएम से रामगोपाल की भेंट पर अरुन राजभर ने कसा तंज, कहा
यह थी प्राण बचाओ मुलाकात
कीर्ति का नामांकन रद्द होने पर सपा प्रमख पर भी साधा निशाना
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा के साथ तलाक होने के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का हमला लगातार तेज होता जा रहा है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर के बाद अब उनके बेटे और पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता अरुन राजभर भी सपा प्रमुख अखिलेश यादव को घेर रहे हैं।
कीर्ति कोल के नामांकन पत्र के निरस्त होने पर अरुन राजभर ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव किसी भी चुनाव को लेकर कभी की गंभीर नहीं रहते हैं। वे अपने सहयोगी दल पर सवाल उठाने में लगे रहते हैं। राजभर ने कहा कि कीर्ति कोल का नामांकन पत्र निरस्त होने से पता चल गया कि सपा मुखिया कोई तो चुनाव गंभीरता से लड़ लेते। एमएलसी उपचुनाव में उनकी राजनीतिक अपरिपक्वता फिर सामने आ गई है। आदिवासी हितैषी होने का ढोंग रचने की जल्दबाजी में अपने प्रत्याशी की आयु देख नहीं पाए। सब जान गए हैं कि यह आदिवासियों को अपमानित करने की साजिश थी जो अब उजागर हो गई। वहीं अरुन राजभर ने सोमवार रात को लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर मुख्यमंत्री तथा सपा के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर राम गोपाल यादव की भेंट पर भी तंज कसा है। अरुन राजभर ने कहा कि राम गोपाल यादव रात के अंधेरे में सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने गए थे। अगर कार्यकर्ताओं के खिलाफ किसी मामले की बात करने गए थे तो फिर अंधेरे में क्यों गए। अब सपा सुप्रीमो बताएं कि भाजपा की आत्मा ओम प्रकाश राजभर से निकलकर प्रोफेसर रामगोपाल यादव में घुस गयी है क्या। यह शिष्टाचार मुलाकात नहीं बल्कि प्राण बचाओ मुलाकात है।
जलकल विभाग में भ्रष्टाचार, नियम को दरकिनार कर एक्सईएन ने दे दिया चहेती कंपनी को काम
मेसर्स सर्वेस बिल्डर्स को दिया गया नियम विरुद्ध टेंडर, जारी है जांच पर निरस्त नहीं हुआ टेंडर
कठौता झील के फिल्टर प्लांट के रखरखाव में अधिक पैसे पर काम देकर पहुंचाया लाभ
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। जलकल विभाग में भ्रष्टïाचार का मामला सामने आया है। कठौता झील के मेंटेंनेस और इसके फिल्टर प्लांट के रखरखाव के लिए एक्सईएन ने अपनी चहेती कंपनी को दे दिया। हैरानी की बात यह है कि इस मामले में नगर आयुक्त ने जांच तो बैठा दी लेकिन टेंडर को अभी तक निरस्त नहीं किया गया है।
कठौता झील से नगर को 80 एमएलडी पानी सप्लाई होता है। इसके मेंटेनेंस काम होना था। पिछले 6 वर्षों से दिल्ली की एक कंपनी इसके मेंटेनेंस का काम देख रही थी। वहीं रिटायरमेंट के एक दिन पहले अधिशासी अभियंता ने 14 लाख के बढ़े खर्च पर मेसर्स सर्वेस बिल्डर्स को फिल्टर प्लांट का काम सौंप दिया। अधिशासी अभियंता ब्रजेश श्रीवास्तव ने अपने चहेते बिल्डर को फायदा पहुंचाने के लिए 30 जुलाई को रिटायरमेंट से पहले कर खेल किया। इसमें टेंडर नियमावली का पालन नहीं किया गया। इस फिल्टर प्लांट को बिल्डर को सौंपने से जलकल विभाग को बड़ी चपत लगी है। हैरानी की बात यह है कि जलकल के जीएम ने टेंडर को रद्द कर दिया था लेकिन एक्सईएन ने रातों-रात कंपनी को इसकी जिम्मेदारी दे दी। मेसर्स सर्वेस बिल्डर्स को नियम विरुद्ध टेंडर दिया गया। बिल्डर को 14 लाख से ज्यादा में एक्सईएन ने काम दे दिया जबकि पिछले 6 वर्षों से काम कर रही कंपनी इससे कम में काम करने को तैयार थी। जब पूरे खेल की जानकारी नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह को हुई तो आनन-फानन में जांच बिठा दी लेकिन लेकिन अभी तक टेंडर निरस्त नहीं किया गया है।
पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी पर महिला ने फेंकी चप्पल
बोली, ये जनता का धन लूट रहे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी पर आज एक महिला का गुस्सा फूट पड़ा। जांच कराने के लिए कोलकाता के ईएसआई अस्पताल लाए जाने पर वहां मौजूद एक महिला ने चटर्जी पर चप्पल फेंकी। चटर्जी व उनकी महिला सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को ईडी ने राज्य के बहुचर्चित एसएससी शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया है।
यह घटना उस वक्तहुई जब ईडी की एक टीम चटर्जी को जांच के लिए ईएसआई अस्पताल लेकर पहुंची। वहां मौजूद एक महिला चटर्जी को देख भड़क गई और उन पर अपनी चप्पल उतार कर फेंक दी। गुस्से में महिला चिल्ला रही थी कि ये नेता जनता का धन लूट रहे हैं। चटर्जी पर चप्पल फेंकनी वाली महिला ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि मैं उसे चप्पल मारने ही आई थी। उसने गरीबों का पैसा लूटा है। मुझे खुशी होती यदि चप्पल उसके सिर पर पड़ती। बताया गया है कि घटना के वक्त ईएसआई अस्पताल में चेकअप के बाद चटर्जी को पुन: ईडी के दफ्तर ले जाया गया।