डाइट में शामिल करें ये ड्रिंक्स स्वस्थ रहेगा लिवर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लिवर हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने, भोजन को पचाने और मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य करता है। हालांकि हमारी अनहेल्दी जीवनशैली, खराब खान-पान और शराब के अत्यधिक सेवन से लिवर पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे फैटी लिवर और सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। अपने लिवर को स्वस्थ रखना एक लंबी और सेहतमंद जिंदगी जीने के लिए बहुत जरूरी है। अच्छी बात यह है कि हम अपने दिनचर्या में कुछ आसान से बदलाव करके अपने लिवर को स्वस्थ्य रख सकते हैं। जी हां, कुछ खास तरह के ड्रिक्स को अपनी दिनचर्या में शामिल करके न सिर्फ अपने लिवर को डिटॉक्स रख सकते हैं, बल्कि आपके समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाते हैं।
अनार का जूस
अनार का जूस पॉलीफेनोल और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। ये दोनों ही लिवर के लिए बेहद फायदेमंद हैं। ये शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं और लिवर को क्षति से बचाते हैं। अनार का जूस लिवर में सूजन को भी कम करने में मदद करता है, जिससे लिवर स्वस्थ और मजबूत बना रहता है। जिन लोगों में खून की कमी रहती है उन्हें अनार का जूस पीना चाहिए। यह आयरन का अच्छा सोर्स माना जाता है। इसमें विटामिन सी, ई और के जैसे पोषक तत्व होते हैं। जिससे शरीर की इम्यूनिटी बूस्ट होती है। अगर आप थका महसूस करते हैं तो रोजाना अनार का जूस पीएं। क्योंकि इससे नेचुरल एनर्जी बूस्ट होती है। जो लोग अक्सर अवसाद में रहते हैं उनके लिए भी अनार का जूस फायदेमंद होता है। क्योंकि अनार के जूस का सेवन करने से मानसिक तनाव कम होता है।
नींबू पानी
सुबह की शुरुआत एक गिलास गुनगुने नींबू पानी से करना लिवर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। नींबू में मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं। यह लिवर में एंजाइमों के उत्पादन को बढ़ाते हैं, जो शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं। यह एक सरल और प्रभावी तरीका है। ये कब्ज, एसिडिटी या अपच की समस्या में भी राहत देता है। नींबू में साइट्रस एसिड पाया जाता है, जो पेट के एसिड को बैलेंस करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। वहीं नींबू में मौजूद विटामिन ष्ट और एंटीऑक्सीडेंट मेटाबॉलिज्म को तेज करते हैं, जिससे शरीर तेजी से फैट बर्न करता है।
ग्रीन टी
ग्रीन टी अपने शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स, विशेष रूप से कैटेचिन्स के लिए जानी जाती है। ये एंटीऑक्सीडेंट्स लिवर में फैट जमा होने से रोकते हैं और लिवर में सूजन को कम करते हैं। नियमित रूप से ग्रीन टी का सेवन करने से लिवर की कार्यक्षमता बेहतर होती है और फैटी लिवर जैसी समस्याओं का जोखिम कम होता है। ग्रीन टी के कई प्रकार होते हैं और इसमें कई तरह के पोषक तत्व भी होते हैं। जैस्मीन, मोरक्को आदि ग्रीन टी के प्रकार हैं। बात करें इसमें मौजूद पोषक तत्वों की तो यह ग्रीन टी में प्रोटीन, आयरन, एनर्जी, मैग्नीशियम, पोटैशियम, मैंगनीज, सोडियम, नियासिन, कॉपर, जिंक, अमीनो एसिड आदि होते हैं।
माचा
माचा एक विशेष प्रकार की ग्रीन टी है, जिसमें कैटेचिन्स और क्लोरोफिल की मात्रा बहुत अधिक होती है। माचा का सेवन लिवर को डिटॉक्स करने में बहुत प्रभावी होता है। यह लिवर के एंजाइमों को सक्रिय करता है और शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। माचा लिवर के स्वास्थ्य के लिए एक बेहतरीन सुपरफूड है।


