सेहतमंद लिवर के लिए डाइट में शामिल करें ये जूस

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लिवर हमारे शरीर का सबसे अहम अंग है। यह प्रोटीन, कोलेस्ट्रॉल और बाइल के प्रोडक्शन से लेकर विटामिन, मिनरल और यहां तक कि कार्बोहाइड्रेट के स्टोरेज तक शरीर के कई जरूरी कामों में अहम भूमिका निभाता है। यह शराब, दवाओं और मेटाबॉलिज्म के बाईप्रोडक्ट्स जैसे विषाक्त पदार्थों को भी शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। यह शरीर की ब्लड सप्लाई(रक्त आपूर्ति) से टॉक्सिन्स को निकालता है, ब्लड शुगर का लेवल सही बनाये रखता है, ब्लड क्लॉट्स को नियंत्रित करता है साथ ही और भी बहुत से महत्वपूर्ण कार्य करता है। यह दाहिने तरफ ऊपरी पेट में रिब केज के नीचे स्थित होता है। बेहतर स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए लिवर का सेहतमंद होना बेहद जरूरी है। लीवर, बाइल का भी उत्पादन करता है। बाइल, एक तरल पदार्थ है जो फैट को पचाने और वेस्ट को दूर करने में मदद करता है।

अंगूर का रस

अंगूर एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी से भरपूर होता है, जो डिटॉक्सिफिकेशन में सहायता कर सकता है। इसमें ऐसे कंपाउंड भी होते हैं, जो लिवर एंजाइम एक्टिविटी को बढ़ाते हैं और लिवर के स्वास्थ्य को बेहतर करने में मदद करते हैं।

गाजर का रस

गाजर में बीटा-कैरोटीन उच्च मात्रा में होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो लिवर के कार्य को सपोर्ट करता है। गाजर का रस लिवर पर ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने और डिटॉक्सिफिकेशन में सहायता कर सकता है। गाजर में मौजूर विटामिन ए संक्रमण से बचाता है और ब्रेस्ट मिल्क की गुणवत्ता को बढ़ाता है।

नींबू का रस

नींबू का रस विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट का बहुत अच्छा स्रोत है। यह लिवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायता करता है। साथ ही बाइल प्रोडक्शन को बढ़ाकर लिवर के कार्य का समर्थन करता है।

ग्रीन टी

पारंपरिक जूस न होते हुए भी ग्रीन टी लिवर के स्वास्थ्य के लिए एक फायदेमंद पेय है। इसमें कैटेचिन, एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो लिवर को नुकसान से बचाने में मदद करता है और सूजन को कम करता है। अगर किसी शारीरिक स्थिति से नहीं गुजर रहे हैं तो व्यक्ति बेझिझक दिन में तीन से पांच कप ग्रीन टी पी सकते हैं।

चुकंदर का जूस

चुकंदर अपने लिवर क्लींजिंग गुण के जाना जाता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट, बीटाइन और नाइट्रेट जैसे पोषक तत्वों की भारी मात्रा पाई जाती है, जो लिवर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाकर डिटॉक्सिफिकेशन को बढ़ावा देते हैं। चुकंदर फाइबर से भरपूर होते हैं और आपके पेट में अच्छे बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देते हैं। पाचन तंत्र में बहुत सारे स्वस्थ बैक्टीरिया होने से बीमारी से लडऩे और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद मिलती है। फाइबर पाचन में भी सुधार करता है और कब्ज के खतरे को कम करता है।

हल्दी का रस

हल्दी में करक्यूमिन होता है, यह एक कंपाउंड है जो अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। यह लिवर को डैमेज से बचाने, सूजन को कम करने और लिवर के रीजनरेशन में सहायता सकता है। हल्दी में वात कफ दोषों को कम करने वाले गुण होते हैं और यह शरीर में खून बढ़ाने में मदद करती है।

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