कम उम्र में ही ऐसे बढ़ाएं बच्चों का नॉलेज
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
एक माता-पिता के तौर पर अपने बच्चे को सही परवरिश देना काफी मुश्किल भरा कार्य होता है। तकनीक के इस दौर में बच्चों को गलत चीजों से बचाकर सही चीजों की तरफ ले जाना भी कठिन होता है। ऐसे मे जरूरी है कि आप बचपन से ही उनके दिमाग में सही नॉलेज भरे ताकि भविष्य में वह आसानी से सही और गलत की पहचान कर सकें। वैसे देखा जाए तो बचपन से ही बच्चे कुछ न कुछ नया सीखते रहते हैं। हर उम्र के पढ़ाव के साथ उनके जीवन में नए दौर आते हैं और नई चीजों को सीखने की होड़ उनमें बढ़ती जाती है। स्कूल में एक्टिव रहने से बच्चों को आगे बढऩे का मौका काफी जल्दी मिलता है। आज कल के कॉम्पटीशन के दौर उनपर हर तरह से प्रेशर रहता है। ऐसे में माता-पिता के लिए भी बच्चों की जनरल नॉलेज को बढ़ाने का एक चुनौतीपूर्ण काम रहता है। बच्चे में जानकारी की कमी उसे कई तरह से पीछे कर देती है। ऐसे में बेहद जरूरी है कि माता-पिता बच्चे की नॉलेज स्किल्स पर बचपन से ही ध्यान दें।
नॉलेज बेस्ड गेम्स खेलें
आजकल इंटरनेट पर कई नॉलेज बेस्ड गेम्स भी मौजूद हैं। आप मोबाइल या टैब पर बच्चों को उस तरह के गेम्स खेलने को कहें या फिर आप भी उनका इसमें साथ दें। मगर कुछ गेम्स खेलने से बच्चों की मेंटल ग्रोथ में भी तेजी आने लगती है। जिसके चलते खेल-खेल में बच्चों की पढ़ाई के प्रति दिलचस्पी भी आसानी से बढ़ाई जा सकती है। बच्चों के लिए कुछ बेस्ट गेम्स हैं जिनकी मदद से आप बच्चों को स्टडीज में भी परफेक्ट बना सकते हैं।
क्विज शो देखना और उनमें भाग लेना
आजकल कल के बच्चों को पेरेंट्स आसानी से मोबाइल हाथ में दे देते हैं, लेकिन आप इस वक्त का उपयोग और अच्छे तरीके से कर सकते हैं। बच्चों के साथ टीवी और इंटरनेट पर क्विज शो देखें। इससे उनकी नॉलजे बढ़ेगी। साथ ही, आप बच्चों को नॉलेज बेस्ड चैनल्स देखने के लिए कहें, जिससे उनकी पसंद इस ओर अपने आप बढऩे लगे। इन दिनों किसी भी परीक्षा में प्रतियोगिता का स्तर काफी बढ़ गया है। बात चाहे कॉलेज में एडमिशन लेने की हो या सरकारी नौकरी, इनके लिए होने वाली परीक्षा में लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं। ऐसे में उन्हें अलग-अलग स्तरों पर परखने के लिए एग्जाम पैटर्न में भी कई तरह के बदलाव किए जाते हैं।
हेल्दी डिस्कशन
बच्चों को घर में किसी भी हेल्दी डिस्कशन का हिस्सा बनाएं और उनके विचार जानने की कोशिश करें। जब पूरी फैमिली एक साथ बैठी हो तो, किसी भी चर्चा में बच्चों का नजरिया जानना और उनकी बात सुनने से बच्चे में पॉजिटिविटी आएगी और उसका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा।
पढ़ने की आदत
बच्चों को बचपन से ही मैग्जीन, अखबार, जनरल नॉलेज की बुक्स और नई बुक्स पढऩे की आदत डालना बहुत जरूरी है। अन्य नवीन सामग्री पढऩा बच्चों के बीच सामान्य ज्ञान बढ़ाने का एक और बेहतरीन तरीका है। हम मान सकते हैं कि आजकल के मोबाइल के दौर में बच्चों को न्यूजपेपर पढ़ाने की आदत डालना आसान तो नहीं है, लेकिन नामुमकिन भी नहीं। पढऩे को मजेदार और मनोरंजक बनाने की प्रमुख सामग्रियों में से एक है बच्चों को किताबों की विभिन्न शैलियों और प्रारूपों तक पहुंच प्रदान करना ताकि वे खोज सकें और उनमें से चुन सकें। बच्चों को विभिन्न प्रारूपों और शैलियों का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे न केवल एकरसता दूर होगी बल्कि बच्चे को उस शैली/प्रारूप को सीखने में भी मदद मिलेगी।