न्यूयॉर्क में लगी भीषण आग, भारतीय छात्रा सहाजा रेड्डी की मौत
अमेरिका के न्यूयॉर्क राज्य के अल्बानी शहर में एक भारतीय छात्रा सहाजा रेड्डी उडुमाला की घर में लगी भीषण आग में दर्दनाक मौत हो गई। 24 वर्षीय सहाजा अपनी मास्टर डिग्री के लिए अल्बानी में पढ़ाई कर रही थीं और हाल ही में उन्होंने अपनी डिग्री पूरी की थी।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: अमेरिका के न्यूयॉर्क राज्य के अल्बानी शहर में एक भारतीय छात्रा सहाजा रेड्डी उडुमाला की घर में लगी भीषण आग में दर्दनाक मौत हो गई।
24 वर्षीय सहाजा अपनी मास्टर डिग्री के लिए अल्बानी में पढ़ाई कर रही थीं और हाल ही में उन्होंने अपनी डिग्री पूरी की थी। घटना के दौरान घर में अचानक आग भड़क उठी, जिसमें सहाजा गंभीर रूप से झुलस गईं। रिपोर्ट के
अनुसार, वह करीब 90% तक जल गई थीं, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उनकी जान नहीं बचा सके।
अमेरिका में भारतीय मिशन ने छात्रा की मौत की पुष्टि करते हुए गहरा दुख व्यक्त किया है। भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा कि वे स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं और पूरा मामला देखा जा रहा है। छात्रा की पहचान सहाजा रेड्डी उडुमाला के रूप में हुई है, जो अल्बानी में मास्टर्स की छात्रा थीं और अपनी पढ़ाई पूरी कर चुकी थीं। उनकी अचानक हुई मौत से परिवार और भारतीय छात्र समुदाय में शोक की लहर है।
इस घटना के बाद अब अल्बानी पुलिस डिपार्टमेंट की तरफ से बयान सामने आया है. पुलिस ने कहा, जैसे ही उन्हें आग लगने की जानकारी मिली वैसे ही पुलिस और फायर डिपार्टमेंट फौरन घटनास्थल पर पहुंचे. जैसे ही वो घटनास्थल पर पहुंचे उन्होंने देखा कि पूरा घर आग की वजह से जल चुका है और कुछ छात्र अंदर फंसे हैं.
बुरी तरह झुलस गई छात्रा
उन्हें घर में 4 लोग मिले जिनको मौके पर ही मेडिकल ट्रीटमेंट दिया गया. इसी के बाद सभी को फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस हादसे में सहाजा गंभीर रूप से घायल हो गई. उनके शरीर पर गंभीर जलने की चोटें आईं, जिनके कारण उनकी मृत्यु हो गई. उनकी कजिन रत्ना गोपू के अनुसार, आग में उनके शरीर का 90% हिस्सा जल गया था.
गोपू ने कहा, वो जिंदगी और मौत के बीच लड़ती रही. लेकिन, तमाम कोशिशों के बाद भी वो बच नहीं पाई. सभी मेडिकल कोशिशों के बावजूद उनकी स्थिति लगातार बिगड़ती गई और फिर ऑर्गन ने पूरी तरह काम करना बंद कर दिया, जिससे उनकी मौत गई.
कैसे हुआ हादसा?
सहाजा के चाचा उडुमाला बाला, जो आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के आर्चबिशप में रहते हैं उन्होंने जानकारी दी कि वो काम से घर लौटी थीं और 4 दिसंबर (अमेरिकी समय) को सुबह करीब 11 बजे न्यूयॉर्क राज्य के अल्बानी स्थित अपने कमरे में सो रही थीं. इस घटना में उन्हें गंभीर चोट आई.
परिवार ने शुरू किया फंडरेजर
कजिन गोपू ने यह भी बताया कि उडुमाला अमेरिका पढ़ने के लिए गई थी. वो अपने दयालु नेचर के लिए जानी जाती थीं. गोपू ने सहाजा के अंतिम संस्कार के खर्च, पार्थिव शरीर को भारत भेजने और परिवहन की व्यवस्था, साथ ही इस दुखद हादसे से जुड़े बाकी खर्चों को पूरा करने के लिए एक फंडरेजर शुरू किया.
गोपू ने आगे कहा, सहाजा को ऐसे अचानक खो देना हमारे परिवार को पूरी तरह से तोड़ गया है और हम इमोशनल
और आर्थिक कठिनाइयों का इस समय सामना कर रहे हैं. अब तक कुल 1,20,000 अमेरिकी डॉलर में से 1,09,000
डॉलर से अधिक राशि दान के रूप में जुटाई जा चुकी है.
भारतीय वाणिज्य दूतावास ने जताया दुख
इस बीच, न्यूयॉर्क स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने शुक्रवार (स्थानीय समय) को एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि अल्बानी में घर में लगी आग की घटना में जान गंवाने वाली उडुमाला के असमय निधन से हम अत्यंत दुखी हैं. वाणिज्य दूतावास ने कहा, इस मुश्किल समय में हमारी संवेदनाएं और गहरी शोक-संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं, साथ ही यह भी बताया कि वो उडुमाला के परिवार के संपर्क में हैं और हर संभव सहायता दी जा रही है.
कौन थीं सहाजा
सहाजा ने हाल ही में अमेरिका में साइबर सिक्योरिटी में अपनी मास्टर की डिग्री पूरी की थी. इसी के बाद कुछ ही
महीने पहले वहां काम शुरू किया था. वो तीन साल पहले अमेरिका गई थीं. उनका परिवार तेलंगाना के जनगांव जिले से ताल्लुक रखता है. उनके पिता आईटी प्रोफेशनल हैं और मां टीचर हैं.



