ईरान ने अपने इस कारनामे से दुनिया को हिलाया, अमेरिका का बी 2 बॉम्बर लापता!

नई दिल्ली। एक खबर ने पूरी दुनिया में तहलना मचाकर रख दिया है। जिस बी2 बॉम्बर का इस्तेमाल अमेरिका ने ईरान के परमाणु फैसिलिटी को ध्वस्त करने के लिए किया था। उसमें से एक गायब हो गया है और अभी तक वापस अपने बेस में नहीं लौटा है। ये मिस्ट्री और भी ज्यादा गहरा गई जब अमेरिकन एयरफोर्स के अधिकारी ने इस पर किसी भी किस्म की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। खबरों में कहा जा रहा है कि ईरान के परमाणु अड्डो को टारगेट करने के ऑपरेशन मिडनाइट हैमर पर निकले बी 2 स्टील्थ बॉम्बर प्लेन में से एक का कोई पता ही नहीं है। जिसके बाद से ही वहां के मीडिया जगत में इसको लेकर सवाल उठाया जा रहा है।
ये सवाल इसलिए भी गहराता जा रहा है कि जब ये हमला हुआ था तो ईरान की तरफ से सोशल मीडिया पर दावा किया गया था कि एक को हमने अपने मिसाइल से मार गिराया। बी 2 बॉम्बर अमेरिका का एक बहुत बड़ा एसेट माना जाता है। 1 लाख 75 हजार करोड़ रुपए इसकी कीमत है। इसलिए मामला अपने आप में काफी गंभीर हो जाता है। यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार मसोरी से दो ग्रुप्स में बी 2 बॉम्बर्स रवाना होते हैं। कुछ पैसेफिक ओसियन और कुछ एटलांटिक ओसियन की तरफ उड़ान भरते हैं। यानी एक पूर्व की तरफ और एक पश्चिम की तरफ गया। जो पूर्व की तरफ गया था उसी पर लोगों की नजर थी। लेकिन असली काम पश्चिम की तरफ रवानगी भरने वाले विमान ने किया। जिसके बारे में किसी को मालूम नहीं चला।
जिस बी 2 बॉम्बर्स ने अटैक किया उसने 37 घंटे तक अपने ऑपरेशन को पूरा करके अपनी जगह पर आया। लेकिन जो डिकॉय मिशन पर था, उसके बारे में दावा किया जा रहा है कि एक उसमें से गायब है। इस खबर को लेकर इसलिए भी बवाल मचा है क्योंकि ईरान ये दावा कर रहा है कि उसने अपने मिसाइलों से उसे मार गिराया है। लेकिन इसके बाद अचानक से एक वीडियो सामने आता है और होनूलूलू के एक एयरपोर्ट पर उसे खड़ा पाया जाता है। अब रिपोट्र्स बताती हैं कि कम से कम एक बी-2 ने होनोलुलु के डैनियल के इनौये इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आपातकालीन लैंडिंग की, जो हवाई में हिकम एयर फ़ोर्स बेस के साथ रनवे साझा करता है। कॉलसाइन का उपयोग करने वाले स्टील्थ बॉम्बर ने कथित तौर पर एक अज्ञात आपातकाल के कारण अपना मार्ग बदल लिया है और उसे वापस भेज दिया गया है।



