ट्रंप के ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ का विरोध तेज, ओबामा बोले- 16 मिलियन अमेरिकियों की स्वास्थ्य सेवा खतरे में
.ओबामा का मानना है कि इससे 16 मिलियन से अधिक अमेरिकियों को अपनी स्वास्थ्य सेवा गंवानी पड़ सकती है.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः ट्रंप के ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ का विरोध बढ़ता जा रहा है. ओबामा और एलन मस्क ने इस बिल की कड़ी आलोचना की है, जिसमें स्वास्थ्य सेवा में भारी कटौती और करों में वृद्धि का प्रस्ताव है.ओबामा का मानना है कि इससे 16 मिलियन से अधिक अमेरिकियों को अपनी स्वास्थ्य सेवा गंवानी पड़ सकती है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लाए गए बिग ब्यूटीफुल बिल पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. पहले एलन मस्क और अब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी इस बिल के खिलाफ हो गए हैं. ओबामा ने बिग ब्यूटीफुल बिल के बारे में एक्स पर लिखा, “16 मिलियन से ज़्यादा अमेरिकियों को अपनी स्वास्थ्य सेवा खोने का खतरा है, क्योंकि कांग्रेस में रिपब्लिकन एक बिल पारित करने की जल्दी में हैं, जो मेडिकेड के लिए संघीय निधि में कटौती करेगा और अफोर्डेबल केयर एक्ट को कमजोर करेगा.”
उन्होंने आगे कहा, “अगर सदन इस बिल को पारित करता है, तो इससे लागत बढ़ेगी और आने वाली पीढ़ियों के लिए कामकाजी वर्ग के परिवारों को नुकसान होगा. आज ही अपने प्रतिनिधि को कॉल करें और उन्हें इस बिल पर ‘नहीं’ के पक्ष में वोट करने के लिए कहें.”
क्या है बिग ब्यूटिफुल बिल?
‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ (One Big Beautiful Bill Act) डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लाया गया एक महत्वाकांक्षी बिल है. इसमें टैक्स कटौती को 4.5 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ाने का प्रावधान, जिसमें आयकर और संपत्ति कर में छूट शामिल है. इसमें रक्षा और सीमा सुरक्षा के लिए 150 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी और अवैध प्रवासियों के बड़े पैमाने पर वापस भेजने के लिए खर्च बढ़ाने का प्रावधान है. साथ ही में सामाजिक कल्याण प्रोग्राम, जैसे स्वाथ्य सुविधा में भी कटौती के साथ इलेक्ट्रिक वाहनों पर टैक्स क्रेडिट भी खत्म करने किया जाएगा.
एलन मस्क पहले ही कर चुके हैं विरोध
एलन मस्क का कहना है कि ट्रंप जिस बिल को पारित करने की बात कर रहे हैं, उससे नौकरियां खत्म हो जाएंगी और उभरते उद्योग ठप पड़ जाएंगे. मस्क का मानना है कि इससे आर्थिक नुकसान होगा, साथ ही इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग पर भी असर पड़ेगा, जो मस्क की कंपनी टेस्ला के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है. मस्क ने इसका विरोध ही नहीं किया है, बल्कि अपनी अलग पार्टी बनाने की भी धमकी दी है.



