इसुदान गढ़वी का बड़ा दावा, 2027 में गुजरात से BJP OUT!

आप के गुजरात के अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि राज्य में बीजेपी को हराना कांग्रेस के बस की बात नहीं है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः गुजरात की विसावदर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे 23 जून 2025 को घोषित किए गए……. इस उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार गोपाल इटालिया ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार किरीट पटेल को 17,554 वोटों के बड़े अंतर से हराकर शानदार जीत हासिल की……. यह जीत न केवल आप के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक उपलब्धि है……. बल्कि बीजेपी के गढ़

गुजरात में एक मजबूत विपक्ष के उदय का संकेत भी है……. इस जीत से उत्साहित आप के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने दावा किया कि 2027 में गुजरात में आप की सरकार बनेगी……. और उन्होंने बीजेपी पर सत्ता और पैसे के दम पर खरीद-फरोख्त करने का गंभीर आरोप लगाया……. जिसने इस जीत को और भी चर्चा का विषय बना दिया…….

आपको बता दें कि विसावदर विधानसभा सीट गुजरात के जूनागढ़ जिले में स्थित है……. जो लंबे समय तक बीजेपी का गढ़ रही थी…… हालांकि 2022 के विधानसभा चुनाव में आप ने इस सीट पर जीत हासिल की थी…….. जब उनके उम्मीदवार भूपेंद्र भयानी ने बीजेपी के हर्षद रिबड़िया को 7,063 वोटों से हराया था……. दिसंबर 2023 में भयानी ने आप से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया……. जिसके कारण यह सीट खाली हो गई….. और उपचुनाव की नौबत आई……

वहीं उपचुनाव की घोषणा के बाद आप ने अपने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के प्रमुख चेहरों में से एक गोपाल इटालिया को उम्मीदवार बनाया…… दूसरी ओर बीजेपी ने किरीट पटेल को मैदान में उतारा…….. जिन्हें भूपेंद्र भयानी का समर्थन प्राप्त था……. कांग्रेस ने नितिन रणपरिया को अपना उम्मीदवार बनाया…….. लेकिन इस त्रिकोणीय मुकाबले में आप और बीजेपी के बीच मुख्य टक्कर थी…….

आपको बता दें कि आप की जीत के पीछे उनकी सुनियोजित रणनीति और गोपाल इटालिया के प्रभावी प्रचार अभियान की बड़ी भूमिका रही…….. आप ने चुनाव आयोग की आधिकारिक घोषणा से पहले ही गोपाल इटालिया को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया था…… इससे पार्टी को प्रचार के लिए अतिरिक्त समय मिला……. जबकि बीजेपी उम्मीदवार चयन में देरी करती रही……

गोपाल इटालिया ने किसानों, मजदूरों और बेरोजगार युवाओं के मुद्दों को प्रचार का केंद्र बनाया…… और उन्होंने बीजेपी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए……. विशेष रूप से जूनागढ़ के सहकारी बैंक से जुड़े मुद्दों को उठाकर किरीट पटेल को निशाना बनाया…… गोपाल इटालिया ने विसावदर विधानसभा क्षेत्र के लगभग हर गांव का दो से तीन बार दौरा किया……. इससे उन्होंने स्थानीय लोगों के बीच अपनी पैठ बनाई……. और उनके मुद्दों को समझने का विश्वास दिलाया…….

आप के प्रदेश अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत किया……. और उन्होंने 11 नेताओं की एक कोर टीम बनाई…… जिसने हर बूथ पर ध्यान केंद्रित किया……. तकनीकी खराबी के कारण दो मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराने में भी आप सफल रही…… जो उनकी संगठनात्मक ताकत को दिखाता है……. वहीं आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गोपाल इटालिया की जीत को “काम की राजनीति” की जीत बताया…….. दिल्ली में हार के बाद यह जीत आप के लिए एक बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला कारक थी…….

चुनाव आयोग के अनुसार गोपाल इटालिया को 75,942 वोट मिले……. जबकि बीजेपी के किरीट पटेल को 58,388 वोट मिले…… इस तरह इटालिया ने 17,554 वोटों के अंतर से जीत हासिल की…….. यह अंतर 2022 के चुनाव की तुलना में काफी बड़ा है…… जो आप की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है……. कांग्रेस उम्मीदवार नितिन रणपरिया की जमानत जब्त हो गई……. जिससे यह स्पष्ट हुआ कि विसावदर में मुकाबला मुख्य रूप से आप और बीजेपी के बीच था……..

बता दें कि बीजेपी ने किरीट पटेल को उम्मीदवार बनाने में देरी की……. जिसके कारण उनका प्रचार अभियान कमजोर रहा……. गोपाल इटालिया ने किरीट पटेल पर जूनागढ़ सहकारी बैंक से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोप लगाए…… जिसने बीजेपी को बैकफुट पर ला दिया…… विसावदर एक पटेल बहुल सीट है……. जहां पटेल आरक्षण आंदोलन के कारण बीजेपी के प्रति असंतोष रहा…… 2022 में भी इस असंतोष ने आप को जीत दिलाई थी…….. इसुदान गढ़वी ने बीजेपी पर सत्ता के अहंकार और पैसे के दम पर खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगाया…….. विसावदर की जनता ने बीजेपी के खिलाफ मतदान कर सत्ता विरोधी भावना व्यक्त की…….

वहीं भयानी के आप छोड़कर बीजेपी में शामिल होने से विसावदर की जनता में नाराजगी थी…….. इसे “बागी” रवैये के रूप में देखा गया……. जिसने बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाया……. इसुदान गढ़वी ने बीजेपी पर पैसे और सत्ता के दम पर खरीद-फरोख्त करने का गंभीर आरोप लगाया…….. और उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हमारे एक नेता (भूपेंद्र भयानी) को अपने पाले में कर लिया……. लेकिन हमने सीट वापस ले ली…… यह आरोप गुजरात की राजनीति में पहले भी लगते रहे हैं……. उदाहरण के लिए 2017 में कांग्रेस के कई विधायकों के बीजेपी में शामिल होने की घटनाएं चर्चा में थीं…….

बता दें कि दिल्ली और पंजाब के बाद आप अब गुजरात में एक मजबूत विपक्ष के रूप में उभर रही है……. 2022 के चुनाव में आप ने 5 सीटें जीती थीं…… और इस जीत ने उनकी स्थिति को और मजबूत किया…… इसुदान गढ़वी का दावा कि “2027 में AAP की सरकार बनेगी” भले ही महत्वाकांक्षी हो……. लेकिन यह पार्टी की दीर्घकालिक रणनीति को दर्शाता है……. विसावदर की जीत ने आप को गुजरात में एक विश्वसनीय विकल्प के रूप में स्थापित किया……

गुजरात में बीजेपी की सत्ता 1995 से निर्विरोध रही है……. विसावदर की हार बीजेपी के लिए एक चेतावनी है कि उनकी लोकप्रियता में कमी आ सकती है…… खासकर यदि सत्ता विरोधी भावना बढ़ती है…… कांग्रेस उम्मीदवार की जमानत जब्त होने से यह स्पष्ट हुआ कि गुजरात में विपक्ष के रूप में आप ने कांग्रेस को पीछे छोड़ दिया है….. बता दें कि इसुदान गढ़वी ने इस जीत को “54 लाख किसानों, मजदूरों और बेरोजगार युवाओं की जीत” बताया……… विसावदर एक ग्रामीण क्षेत्र है…… जहां कृषि और मजदूरी मुख्य आजीविका हैं……. गोपाल इटालिया ने अपने प्रचार में किसानों की समस्याओं……. जैसे फसल बीमा, न्यूनतम समर्थन मूल्य और बिजली आपूर्ति, को प्रमुखता दी……. साथ ही उन्होंने युवाओं में बेरोजगारी और शिक्षा की कमी जैसे मुद्दों को भी उठाया………

वहीं यह जीत दर्शाती है कि आप की “काम की राजनीति” का नारा जनता के बीच लोकप्रिय हो रहा है…….. दिल्ली और पंजाब में मुफ्त बिजली, पानी और शिक्षा जैसी योजनाओं का प्रचार आप ने गुजरात में भी किया……. जिसने मतदाताओं को आकर्षित किया…….

आपको बता दें कि बीजेपी ने इस हार को हल्के में लेने की कोशिश की है……. गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि हमें विश्वास है कि गुजरात की जनता बीजेपी के साथ है……. कड़ी सीट पर हमारी जीत इसका सबूत है……. हालांकि विसावदर की हार ने बीजेपी के आंतरिक नेतृत्व में चर्चा को जन्म दिया है…….. कुछ विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी को अब अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा….. विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में……

आप को अब अपने संगठन को पूरे गुजरात में मजबूत करना होगा……. इसुदान गढ़वी की बूथ-स्तरीय रणनीति को अन्य क्षेत्रों में लागू करना होगा……. बीजेपी को ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए नए कार्यक्रम……. और योजनाएं लानी होंगी…… साथ ही, दलबदल जैसे विवादों से बचना होगा……. कांग्रेस को गुजरात में अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए कठिन मेहनत करनी होगी…… आप के उभरने से कांग्रेस का वोट बैंक और कमजोर हो सकता है…… दिल्ली आप अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने इस जीत को “अरविंद केजरीवाल की शानदार वापसी” बताया…….. यह जीत आप को राष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत विपक्षी दल के रूप में पेश करने का अवसर देती है…….

विसावदर उपचुनाव में गोपाल इटालिया की जीत आप के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है…… यह जीत न केवल बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाती है…….. बल्कि गुजरात की राजनीति में एक नए युग की शुरुआत का संकेत भी देती है……. इसुदान गढ़वी का दावा कि “2027 में आप की सरकार बनेगी” भले ही अभी दूर की कौड़ी लगे…….. लेकिन यह जीत निश्चित रूप से उस दिशा में एक मजबूत कदम है…….

 

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