अरविंद केजरीवाल का बड़ा दावा, 2027 में आएगा बदलाव का चक्रवात, BJP की नीव हिलेगी!
अरविंद केजरीवाल ने गुजरात और पंजाब विधानसभा उपचुनाव रिजल्ट पर कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि यह 2027 का सेमीफाइनल है....

4पीएम न्यूज नेटवर्कः आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अज्रिंद केजरीवाल ने हाल ही में गुजरात…… और पंजाब के विधानसभा उपचुनावों के परिणामों पर एक बड़ा बयान दिया है…… और उन्होंने इन उपचुनावों को 2027 के विधानसभा और आम चुनावों का सेमीफाइनल बताया…… और दावा किया कि अगर 2022 में AAP की जीत एक तूफान थी…… तो 2027 में बदलाव का चक्रवात आएगा……. जो भारतीय जनता पार्टी की नींव हिला देगा……. यह बयान न केवल AAP के बढ़ते आत्मविश्वास को दर्शाता है…… बल्कि यह भी संकेत देता है कि केजरीवाल और उनकी पार्टी अब राष्ट्रीय स्तर पर BJP को सीधी चुनौती देने की तैयारी में हैं….. इस खबर में, हम BJP की उन नीतियों और कार्यशैली की पोल खोलेंगे…….. जो जनता के बीच असंतोष का कारण बन रही हैं……
23 जून 2025 को घोषित हुए चार राज्यों की पांच विधानसभा सीटों के उपचुनाव परिणामों ने AAP के लिए एक नई उम्मीद जगाई है…… AAP ने पंजाब की लुधियाना पश्चिम और गुजरात की विसावदर सीट पर शानदार जीत हासिल की……. पंजाब में AAP के संजीव अरोड़ा ने कांग्रेस के भारत भूषण आशु को 10,637 वोटों के अंतर से हराया……. जबकि गुजरात में गोपाल इटालिया ने BJP के किरीट पटेल को 17,554 वोटों के बड़े अंतर से पराजित किया…….
वहीं यह तथ्य इन जीतों को और महत्वपूर्ण बनाता है….. कि दोनों सीटों पर AAP ने 2022 के मुकाबले अपने जीत के अंतर को लगभग दोगुना कर लिया…… केजरीवाल ने इसे जनता का AAP के काम पर भरोसा….. और BJP के कुशासन के खिलाफ गुस्सा बताया…… और उन्होंने कहा कि गुजरात में BJP सत्ता, पैसा और प्रशासन के बल पर चुनाव लड़ती है…….. फिर भी जनता ने हमें चुना……. यह दिखाता है कि लोग BJP के 30 साल के शासन से तंग आ चुके हैं……
दूसरी ओर BJP को गुजरात की कडी सीट पर जीत मिली…….. लेकिन विसावदर में हार ने उनके अजेय होने के दावे को झटका दिया…… पंजाब में भी BJP के उम्मीदवार जीवन गुप्ता को केवल 20,323 वोट मिले……. जो AAP और कांग्रेस से काफी पीछे रहे…… यह परिणाम BJP के लिए एक चेतावनी है कि उनकी लोकप्रियता में कमी आ रही है…….. खासकर उन राज्यों में जहां वे लंबे समय से सत्ता में हैं……
आपको बता दें कि केजरीवाल ने उपचुनाव परिणामों को 2027 का सेमीफाइनल बताते हुए कहा कि 2022 में AAP की जीत एक तूफान थी…….. और 2027 में बदलाव का चक्रवात आएगा……. वहीं इस बयान के पीछे AAP की रणनीति और जनता के बीच बढ़ते समर्थन का आत्मविश्वास झलकता है……. AAP ने दिल्ली और पंजाब में अपनी सरकारों के कामकाज, जैसे मुफ्त बिजली, बेहतर स्कूल……. और स्वास्थ्य सुविधाओं को जनता के सामने एक मॉडल के रूप में पेश किया है…….
बता दें कि केजरीवाल का यह दावा केवल एक राजनीतिक नारा नहीं है…… बल्कि यह BJP की उन नीतियों और कार्यशैली पर सीधा हमला है……… जो जनता के बीच असंतोष पैदा कर रही हैं……. आइए, कुछ प्रमुख बिंदुओं के माध्यम से BJP की पोल खोलते हैं….. और देखते हैं कि क्यों केजरीवाल 2027 में चक्रवात आने का दावा कर रहे हैं……
गुजरात को BJP का गढ़ माना जाता है…… जहां पार्टी पिछले तीन दशकों से सत्ता में है……. लेकिन केजरीवाल ने दावा किया कि गुजरात की जनता BJP के 30 साल के कुशासन से तंग आ चुकी है…….. वहीं यह दावा खोखला नहीं है……… गुजरात में बुनियादी सुविधाओं जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की स्थिति कई क्षेत्रों में चिंताजनक है…….
वहीं गुजरात में सरकारी अस्पतालों की हालत खराब है…… 2023 की एक रिपोर्ट के अनुसार……. राज्य में प्रति 1,000 लोगों पर केवल 0.6 अस्पताल बेड उपलब्ध हैं…….. जो राष्ट्रीय औसत (0.9) से कम है…… गुजरात में बेरोजगारी दर 2024 में 6.7 फीसदी थी….. जो राष्ट्रीय औसत 6.1 फीसदी से अधिक है……. जिसको लेकर खासकर युवाओं में असंतोष बढ़ रहा है…. क्योंकि नौकरियां नहीं मिल रही हैं……
आपको बता दें कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी…….. और खराब बुनियादी ढांचा एक बड़ी समस्या है…….. AAP ने दिल्ली मॉडल के तहत सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने का वादा किया…….. जो गुजरात की जनता प्रभावित कर रही है…… वहीं विसावदर उपचुनाव में AAP की जीत इस बात का सबूत है कि गुजरात की जनता अब BJP के दावों से ऊब चुकी है……. और बदलाव चाहती है…… केजरीवाल ने कहा कि जनता ने BJP और कांग्रेस की सांठगांठ को नकार दिया और AAP को चुना……
वहीं केजरीवाल ने आरोप लगाया कि BJP “साम, दाम, दंड, भेद” की नीति अपनाकर चुनाव लड़ती है…… बता दें कि यह आरोप बीजेपी के लिए नया नहीं है…….. गुजरात में 2022 के चुनावों के बाद AAP के विधायक भूपेंद्र भयानी BJP में शामिल हो गए थे……. जिसके बाद विसावदर सीट पर उपचुनाव हुआ……. केजरीवाल ने इस बार गोपाल इटालिया के लिए प्रचार करते हुए कहा कि अगर BJP इटालिया को खरीद लेगी……. तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा…….. जनता ने इस विश्वास को सम्मान दिया…… और इटालिया को जिताया…….
BJP पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप अक्सर लगते रहे हैं……. 2017 से 2023 तक गुजरात में कांग्रेस और AAP के कई विधायक BJP में शामिल हुए…… जिससे विपक्ष कमजोर हुआ……… यह रणनीति अल्पकालिक जीत तो दिला सकती है…….. लेकिन जनता के बीच BJP की छवि को नुकसान पहुंचा रही है…….
पंजाब में BJP का प्रदर्शन लगातार कमजोर हो रहा है……. 2022 के विधानसभा चुनावों में BJP को केवल 3 सीटें मिली थीं…….. और उपचुनावों में भी उनके उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा……. केजरीवाल ने कहा कि पंजाब की जनता AAP के काम से खुश है……. मुफ्त बिजली, बेहतर स्कूल, और स्वास्थ्य सुविधाओं ने लोगों का भरोसा जीता है……
आपको बता दें कि पंजाब में बीजेपी में हारने के कई कारण है….. जिसमें किसान आंदोलन प्रमुख कारण है….. बता दें कि 2020-21 के किसान आंदोलन ने पंजाब में BJP के खिलाफ व्यापक नाराजगी पैदा की……. तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों का गुस्सा अभी भी कायम है……. वहीं शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन टूटने के बाद BJP पंजाब में अकेले कमजोर पड़ गई……. उपचुनाव में SAD के परोपकार सिंह घुम्मण को केवल 8,203 वोट मिले…….
पंजाब में भगवंत मान सरकार ने मुफ्त बिजली और भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई जैसे कदम उठाए…… जिन्हें जनता ने सराहा….. बता दें कि केजरीवाल ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस का एकमात्र लक्ष्य BJP को जिताना है…… और उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात और पंजाब में कांग्रेस और BJP ने मिलकर AAP को हराने की कोशिश की……. लेकिन जनता ने दोनों को खारिज कर दिया……
गुजरात में 2022 के चुनावों में कांग्रेस को 17 सीटें मिली थीं……. लेकिन बाद में उनके पांच विधायक BJP में शामिल हो गए……. यह घटनाक्रम कांग्रेस की कमजोरी और BJP की रणनीति को उजागर करता है……. केजरीवाल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से AAP में शामिल होने की अपील की…….. जिससे विपक्षी एकता पर भी सवाल उठ रहे हैं……
आपको बता दें कि BJP की केंद्र और राज्य सरकारों की कई नीतियां जनता के बीच विवादास्पद रही हैं….. जिसमें नोटबंदी (2016) और GST (2017) ने छोटे व्यापारियों और किसानों को नुकसान पहुंचाया……. 2024 की एक रिपोर्ट के अनुसार 60 फीसदी छोटे व्यापारी GST की कठिनाई से परेशान हैं…… 2025 में पेट्रोल-डीजल की कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर हैं……. और खाद्य महंगाई दर 8 फीसदी के आसपास है…… वहीं यह जनता के लिए बोझ बन रहा है,……
बता दें कि BJP पर बड़े कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के आरोप लगते रहे हैं……. 2023 में अडानी समूह को दी गई रियायतों ने विपक्ष के हमलों को हवा दी…… वहीं इन मुद्दों ने BJP के खिलाफ जनता का गुस्सा बढ़ाया है……. जिसका फायदा AAP जैसे विकल्पों को मिल रहा है……. वहीं केजरीवाल की “चक्रवात” की भविष्यवाणी केवल एक बयान नहीं……. बल्कि AAP की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है…… बता दें कि AAP ने मुफ्त बिजली, बेहतर स्कूल और स्वास्थ्य सुविधाओं को अपने अभियान का केंद्र बनाया……. गुजरात में भी वे इस मॉडल को लागू करने का वादा कर रहे हैं……
केजरीवाल ने BJP को “कुशासन” और “भ्रष्टाचार” का प्रतीक बताया…… जिससे जनता में वैकल्पिक नेतृत्व की मांग बढ़ रही है…… कांग्रेस को BJP की “कठपुतली” बताकर……. AAP विपक्षी वोटों को अपने पक्ष में लाने की कोशिश कर रही है…… गोपाल इटालिया जैसे स्थानीय नेताओं को आगे करके AAP गुजरात में अपनी जड़ें मजबूत कर रही है…….
केजरीवाल का दावा कि 2027 में AAP का चक्रवात BJP की नींव हिला देगा……. कई मायनों में तथ्यों पर आधारित है…… AAP की उपचुनाव जीत, पंजाब में मजबूत सरकार……. और गुजरात में बढ़ता समर्थन यह दर्शाता है कि पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर उभर रही है……. दूसरी ओर, BJP की नीतियों…… और रणनीतियों ने जनता के बीच असंतोष पैदा किया है…… जो AAP के लिए अवसर बन सकता है……..