जया बच्चन सपा से रास के लिए भरेंगी पर्चा
- भाजपा ने सुधांशु को फिर दिया टिकट
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा ने जया बच्चन को पांचवीं बार राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है। वह सोमवार या मंगलवार को पर्चा भर सकती हैं। वह वर्ष 2004 से सपा की राज्यसभा सदस्य हैं। इसके अलावा सपा दो और प्रत्याशियों को उतारेगी। इनमें सपा महासचिव रामजी लाल सुमन का नाम भी आगे बताया जा रहा है। वह पहली बार 1977 में फिरोजाबाद से लोकसभा का चुनाव जीते थे। केंद्र की चंद्रशेखर सरकार में मंत्री भी रहे हैं। उसके बाद वह सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के साथ आ गए।सपा को राज्यसभा की तीन सीटें जीतने के लिए 112 मत चाहिए। इस चुनाव में विधायक मतदान करेंगे।
सपा के पास वर्तमान में 108 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के दो विधायकों का समर्थन भी उसे मिलना तय है। सपा सूत्रों का कहना है कि रालोद और सुभासपा के टिकट पर उसके तीन-तीन नेता चुनाव जीते हैं। इसलिए आवश्यक मत जुटाने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। वहीं भाजपा ने सुधांशु त्रिवेदी को एक बार फिर उत्तर प्रदेश से राज्यसभा का टिकट दिया है। अक्टूबर 2019 में उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए त्रिवेदी की पहचान एक विश्लेषक, विचारक और राजनीतिक सलाहकार के तौर पर की जाती है। वर्तमान में वह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं। विभिन्न मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखने के लिए विख्यात सुधांशु त्रिवेदी पर भाजपा ने एक बार फिर भरोसा किया है।
बंगाल राज्यसभा चुनाव में सागरिक घोष और सुष्मिता देव होंगे टीएमसी के उम्मीदवार
कोलकाता। टीएमसी ने राज्य में आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए वरिष्ठ पत्रकार सागरिक घोष, पार्टी नेता सुष्मिता देव और दो अन्य लोगों के नामों की घोषणा की। पश्चिम बंगाल की पांच राज्यसभा सीट के लिए 27 फरवरी को चुनाव होंगे। टीएमसी ने क हा, हमें आगामी राज्यसभा चुनावों के लिए सागरिक घोष, सुष्मिता देव, मोहम्मद नदीमुल हक और ममता बाला ठाकुर की उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। टीएमसी ने कहा, हम उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं और आशा करते हैं कि वे हर भारतीय के अधिकारों की रक्षा के लिए अदम्य भावना और मुखर होने की तृणमूल की स्थाई विरासत को बनाए रखने की दिशा में काम करें। टीएमसी की ओर से दो बार राज्यसभा सांसद रह चुके नदीमुल हक को एक बार फिर से इसके लिए उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, तीन मौजूदा सांसदों – सुभाशीष चक्रवर्ती, अबीर विश्वास और शांतनु सेन को फि र से नामांकि त नहीं करने का निर्णय पार्टी की रणनीति में एक उल्लेखनीय बदलाव का प्रतीक है। सागरिक घोष अभी तक आधिक ारिक तौर पर टीएमसी में शामिल नहीं हुईं हैं।
वर्ष 2021 में कांग्रेस छोडक़र टीएमसी में शामिल होने वालीं सुष्मिता देव अक्टूबर 2021 से अगस्त 2023 तक पार्टी की राज्यसभा सांसद रही हैं। टीएमसी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुष्मिता देव असम में पार्टी के मामलों को देखती हैं। हालांकि, जिनके नामांकन ने सबसे अधिक ध्यान खींचा है वह पूर्व लोकसभा सांसद और मतुआ समुदाय की नेता ममता बाला ठाकुर का है। दो बार की लोकसभा सांसद ठाकुर को 2019 में मतुआ बहुल बोंगांव सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शांतनु ठाकुर से हार का सामना करना पड़ा था। दोनों रिश्तेदार हैं।