कागासन से बनेगी सेहत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कागासन को अंग्रेजी में Crow Pose कहा जाता है। यह योग मुद्रा एक आसान लेकिन प्रभावशाली आसन है। यह आसन शरीर को स्थिरता और मन को एकाग्रता प्रदान करता है। काग का अर्थ होता है कौवा और आसन का मतलब है मुद्रा। शाब्दिक अर्थ से स्पष्ट है कि इस योग में व्यक्ति की स्थिति कौवे जैसी होती है, शरीर स्थिर और सीधा, ध्यान केंद्रित और मस्तिष्क शांत रहता है। कागासन उन लोगों के लिए भी बेहतरीन है जो कंप्यूटर पर लंबे समय तक बैठते हैं या पीठ और घुटनों की समस्याओं से जूझते हैं। यदि आप रोजाना 5 से 10 मिनट तक कागासन का अभ्यास करते हैं, तो यह आपकी पाचन शक्ति, मानसिक शांति और शरीर की संतुलन क्षमता को अद्भुत रूप से बढ़ा सकता है। यह योग मुद्रा सरल है, लेकिन प्रभाव गहरा है।

पाचन शक्ति बढ़ाए

ये आसन पाचन शक्ति को बढ़ाता है। कागासन का नियमित अभ्यास पेट की मांसपेशियों पर सीधा असर डालता है जिससे कब्ज और गैस जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। जिससे हमें अच्छी भूख लगती है। इससे मन प्रशन्नचित रहता है। इस लिए इस योगासन का हमें नियमित रूप से अभ्यास करना चाहिए।

मानसिक एकाग्रता बढ़ाए

कागासन मानसिक एकाग्रता बढ़ाता है। क्योंकि इस मुद्रा में ध्यान केंद्रित करनेसे या सीखने से मन शांत होता है और मानसिक थकान दूर होती है। जिससे हमें अच्छी नींद आती है। और मन प्रशन्न रहता है। इसके अलावाकागासन थायरॉइड और डायबिटीज रोगियों के लिए सहायक है। यह आसन पाचन और हार्मोन संतुलन में मदद करता है, जिससे इन रोगों पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

हड्डियों को करे मजबूत

कागासन एक ऐसा योगासन है जिससे हड्डियों में काफी फायदा मिलता है। क्योंकि इस क्रो पोज वाले आसन से हमारे शरीर की बोन्स को काफी मजबूती मिलती है। कागासन घुटनों और पैरों को मजबूत बनाता है। इसका अभ्यास घुटनों की नसों और मांसपेशियों को सशक्त करता है। खास कर यह बढ़ती उम्र में आसन बेहद फायदेमंद है। अगर आप रोजाना 10 मिनट इस आसन का अभ्यास करते है तो इससे रीढ़ की हड्डी का लचीलापन बढ़ता है। वहीं इस आसन में पीठ सीधी रखने से स्पाइन में मजबूती आती है और पोस्टर सुधरता है। इसके अलावायह आसन पेट, बाहों और कंधों की मांसपेशियों को मजबूत करता है। इसलिए इसका नियमित अभ्यास करने से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। इससे हमें शरीर में होने वाले जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है।

सावधानियां

यह आसान जहां काफी फायदेमंद होता है वीं यह शरीर में कुछ समस्या होने पर इसे करने से बचना चाहिए। जैसे यदि घुटनों में बहुत दर्द हो तो यह आसन न करें। स्लिप डिस्क या रीढ़ की गंभीर समस्याओं वाले व्यक्ति डॉक्टर से परामर्श के बाद ही करें। खाली पेट या भोजन के 3 घंटे बाद ही योग करें।

कैसे करें योग

समतल जमीन पर योगा मैट बिछाकर खड़े हो जाएं। पैरों को थोड़ा फैलाएं और धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ते हुए स्क्वाट की स्थिति में आ जाएं। दोनों घुटनों को खोलें और दोनों हथेलियों को घुटनों पर रखें। पीठ को सीधा रखें और गर्दन सीधी। आंखें बंद करके कुछ देर गहरी सांस लें और छोड़ें। 30 सेकंड से 1 मिनट तक इस स्थिति में बने रहें। फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट आएं। आप चाहें तो इस अभ्यास को दिन में 2-3 बार दोहरा सकते हैं।

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