सियासी हलचल के बीच केसीआर और अखिलेश की हुई मुलाकात
- सपा प्रमुख ने कहा- भाजपा को हराने के लिए पूरा विपक्ष है एकजुट
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। महाराष्ट्र में हुए सियासी उलटफेर के बाद देश की सियासत गरमा गई है। इस उठापटक से जहां एक तरफ विपक्षी दलों की एकजुटता को लेकर भी कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा को टक्कर देने की विपक्ष की रणनीति को भी जोरदार झटका लगता दिख रहा है। इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के बीच हुई मुलाकात ने देश की सियासत को और भी गरमा दिया है।
दोनों नेताओं के बीच राष्ट्रीय राजनीति और मुद्दों पर चर्चा हुई। राव ने अपने कैंप कार्यालय एवं आधिकारिक आवास, प्रगति भवन में दोपहर के भोजन पर अखिलेश की मेजबानी की। हालांकि, दोनों नेताओं के बीच चर्चा के ब्योरे को लेकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। बीआरएस प्रमुख के साथ मुलाकात से सपा नेता ने कहा कि सभी विपक्षी दलों का लक्ष्य यह है कि भाजपा को केंद्र की सत्ता से बेदखल किया जाए। राव और अखिलेश के बीच मुलाकात इसलिए भी अहम मानी जा रही है, क्योंकि यह हाल में पटना में विपक्षी नेताओं की बैठक की पृष्ठभूमि में हुई है। बता दें कि राव और उनकी पार्टी बीआरएस ने पिछले महीने पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक में हिस्सा नहीं लिया था। इससे पहले, तेलंगाना के पशुपालन मंत्री टी श्रीनिवास यादव और अन्य बीआरएस नेताओं ने अखिलेश का स्वागत किया।
भाजपा नेता ने बीआरएस में भी टूट का किया था दावा
इससे पूर्व केसीआर से मुलाकात को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि हमारा लक्ष्य एक है कि हम सबको मिलकर भाजपा को हटाना है। दरअसल महाराष्ट्र में शरद पवार की पार्टी में हुई टूट के बाद बीजेपी के एक मंत्री ने दावा किया है कि केसीआर की पार्टी बीआरएस और आरजेडी के कई नेता भी बीजेपी के संपर्क में हैं। ऐसे में ये मुलाकात और भी अहम हो जाती है। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव लगातार बीजेपी के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। जिसे लेकर वो कई बड़े विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात भी कर रहे हैं। सपा अध्यक्ष की केसीआर के साथ इस मुलाकात को भी विपक्षी एकता को मजबूत करने की कवायद के तौर पर ही देखा जा रहा है।
अखिलेश ने मुलाकात को दिया विपक्षी एकजुटता का नाम
इस मुलाकात की तस्वीरें सपा प्रमुख ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट से शेयर की। अखिलेश यादव ने तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा कि एक मुलाकात भाजपा को हराने के स्पष्ट लक्ष्य के लिए एकजुटता के नाम। सूत्रों की मानें तो दोनों नेताओं के बीच विपक्षी गठबंधन के तमाम पहलुओं पर भी चर्चा हुई है। दरअसल, अखिलेश यादव ने बीते दिनों मांग रखी थी कि जिस राज्य में जो पार्टी मजबूत है, उसे वहां ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीटों पर चुनाव लडऩे दिया जाए।