तेज धूप और गर्मी में शरीर को ऐसे रखें हाइड्रेट

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
इन दिनों तेज धूप और गर्मी ने सभी को परेशान कर रखा है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जितना जरूरी है पौष्टिक आहार का सेवन करते रहना, उतना ही जरूरी है दिनभर में खूब पानी पीते रहना। पानी पीते रहने से न सिर्फ शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं, साथ ही शरीर ऊर्जावान रहता है और किडनी स्टोन जैसी समस्याओं का जोखिम कम होता है। हर व्यक्ति के शरीर में पानी की जरूरत उसके काम और गर्मी के संपर्क में रहने की अवधि पर निर्भर करती है। आमतौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति को प्रतिदिन 2.5 से 3 लीटर पानी या तरल पदार्थ पीने की सलाह दी जाती है। प्रति किलो वजन के हिसाब से 40 से 50 मिलीलीटर तरल पदार्थ का सेवन जरूरी है। अगर आप बहुत ज्यादा पसीना बहा रहे हैं, तो 500 मिलीलीटर से 1 लीटर अतिरिक्त तरल पदार्थ लेना चाहिए।
नारियल पानी
नारियल पानी शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए सबसे अच्छा उपाय है। इसमें सोडियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स प्राकृतिक रूप से मौजूद होते हैं। गर्मी में इसे पीने से शरीर को ताजगी मिलती है और यह डिहाइड्रेशन से बचाव होता है। इसके अलावा, नारियल पानी पेट की समस्याओं को भी ठीक करता है। बता दें एक गिलास (240 मिलीलीटर) छाछ में 98 कैलोरी होती है और यह सुरक्षित विकल्प है।
खीरा
खीरा भी पानी का अच्छा स्रोत है, जिसमें 95 प्रतिशत पानी होता है। इसे खाने से शरीर को भी फ्रेस महसूस होता है और ये शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद कर सकता है। खीरे में फाइबर और मिनरल्स होते हैं, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। आप इसे सलाद या सैंडविच में डालकर आसानी से खा सकते हैं। वहीं खीरे का डिटॉक्स वाटर बनाकर पीना भी काफी फायदेमंद माना जाता है, लेकिन अपने शरीर के जरूरत के मुताबिक और एक सीमित मात्रा में ही इसे पीना चाहिए।
नींबू पानी
गर्मी में नींबू पानी पीना तो बहुत लोग पसंद करते हैं। इसमें शरीर के लिए जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स और विटामिन सी होता है। नींबू पानी पीने से शरीर को ठंडक मिलती है और साथ ही यह शरीर को हाइड्रेट रखने में भी मदद करता है। इसे आप शहद या नमक के साथ भी पी सकते हैं। साथ ही ये डाइजेशन के लिए भी फायदेमंद होता है। एक गिलास (240 मिलीलीटर) में 23-25 कैलोरी होती है। एक गिलास नींबू पानी में सिर्फ 5 कैलोरी होती है और यह हाइड्रेशन के लिए बेहतरीन है। छाछ पीना भी अच्छी विकल्प है।
डिहाइड्रेशन का खतरा
डिहाइड्रेशन, जिसे निर्जलीकरण भी कहा जाता है, शरीर में पानी की कमी होने की स्थिति है। यह तब होता है जब शरीर से निकलने वाले तरल पदार्थों की मात्रा, शरीर में जाने वाले तरल पदार्थों की मात्रा से अधिक हो जाती है। इस स्थिति में दिल को ऑक्सीजन युक्त रक्त शरीर के अन्य अंगों तक पहुंचाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। डिहाइड्रेशन पसीने की क्षमता को सीमित करता है, जिससे शरीर का तापमान बढ़ सकता है और हीट स्ट्रोक का खतरा हो सकता है।
फल और हरी शब्जी
फलों और सब्जियों में भी पानी मौजूद होता है, ये भी हाइड्रेशन में योगदान देती हैं। आप उन्हें भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। गर्मी के दिनों मेंस्ट्रॉबेरी, खरबूजा, अनानास, संतरा, पपीता, ककड़ी और टमाटर जैसी चीजें बाजार में भारी मात्रा में उपलब्ध रहती हैं जिनमें पानी की मात्रा सही में ज्यादा पाई जाती है। आप इन्हें फ्रूट चाट या सलाद के तौर पर भी अलग-अलग तरीके से साथ में शामिल कर सकते हैं। इसके साथ ही दिन में पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। पसीने के साथ सोडियम और पोटैशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स भी तेजी से निकलते हैं, इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए।


