मोदी और ईडी के चेहरे से हटा नकाब: केजरीवाल

  • संजय सिंह व सौरभ भारद्वाज का गलत नाम डालने का मामला
  • देश की सबसे ईमानदार पार्टी को बदनाम कर रही केंद्र सरकार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि आबकारी नीति मामले में केंद्र सरकार और ईडी पूरी तरह एक्सपोज हो गई। आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को बदनाम करने के लिए उनका नाम एक फर्जी घोटाले की चार्जशीट में डालने पर ईडी को पूरे देश के सामने माफी मांगनी पड़ी है।
एक ट्वीट में मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि क्या किसी का नाम चार्जशीट में गलती से भी डाला जाता है? इससे साफ है कि पूरा केस फर्जी है। यह केवल गंदी राजनीति के तहत सबसे ईमानदार पार्टी को बदनाम करने और सबसे तेजी से बढऩे वाली पार्टी को रोकने के लिए प्रधानमंत्री ऐसा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री को यह शोभा नहीं देता है। आप के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि ईडी ने कोर्ट में आवेदन देकर माफी मांगी है कि गलती से चार्जशीट में सांसद संजय सिंह का नाम आ गया है। मीडिया से बातचीत में भारद्वाज ने यह भी कहा कि हमारे देश में दो एजेंसियां ईडी और सीबीआई का उपयोग डराने-धमकाने, किसी को परेशान करने, टॉर्चर व उत्पीडि़त करने के लिए किया जा रहा है। कुछ दिन पहले संजय सिंह ने घोषणा की थी कि वे केंद्र सरकार की एजेंसी ईडी के निदेशक संजय कुमार मिश्रा और सहायक निदेशक जोगेंद्र सिंह के खिलाफ क्रिमिनल डिफेमेशन का मुकदमा दायर करेंगे। क्योंकि ईडी ने गलत व झूठे तरीके से बदनाम करने के लिए चार्जशीट में नाम डाला है। भारद्वाज ने कहा कि देश में पहली बार हो रहा है कि ईडी ने सांसद संजय सिंह से माफी मांगी है। ईडी के वकील जोएब हुसैन ने अपने अधिकारियों की तरफ से संजय सिंह को इस बाबत पत्र लिखा है।

झूठ की राजनीति करती है आप : सचदेवा

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि सांसद संजय सिंह सहित आप नेताओं झूठ और भ्रम फैलाने की मशीन हैंं। आप नेता सौरभ भारद्वाज ने एक कागज दिखाकर झूठे दावे कर रहे है कि ईडी ने सांसद संजय सिंह से पत्र लिखकर माफी मांगी है और कहा है कि उनका नाम चार्जशीट में गलती से लिखा गया है। ईडी की तरफ से जब पत्र सार्वजनिक हुआ तो पूरी पार्टी का झूठ जगजाहिर हो गया। ईडी के वकील ने अपने पत्र में केवल एक जगह संजय सिंह का नाम टाइप गलती से आने की बात स्वीकारी है और वो गलती संजय सिंह के नोटिस से पहले सुधार दी गई थी।

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