आंदोलन को लेकर किसान मोर्चा ने दी केंद्र को चेतावनी
- कुछ हुआ तो स्थिति नहीं संभाल पाएंगे
- जगजीत डल्लेवाल की हालत नाजुक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटियाला (पंजाब)। खनौरी बॉर्डर पर 44 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की बिगड़ती स्थिति को लेकर किसान मोर्चा के सब्र का बांध टूटने लगा है। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी। कोहाड़ ने कहा कि अगर डल्लेवाल को कुछ हो गया तो केंद्र स्थिति को संभाल नहीं पाएगा। बेहतर है कि समय रहते केंद्र सरकार किसानों की बातों को गंभीरता से सुने और उनकी मांगों को पूरा करे। वहीं डल्लेवाल की हालत नाजुक बनी हुई है।
मीडिया बुलेटिन जारी करते हुए डॉ. अवतार सिंह ने बताया कि डल्लेवाल बात तक नहीं कर पा रहे हैं। ब्लड प्रेशर ऊपर-नीचे हो रहा है। मंगलवार को कमजोरी की वजह से वो करीब एक घंटा तक बेहोश रहे। डॉक्टरों ने उन्हें पानी पिलाया, तब जाकर कुछ राहत मिली। बीती रात भी उनका बीपी 77/45 और पल्स रेट 38 से भी नीचे गिर गया था। रात ढाई बजे जाकर बीपी कुछ स्थिर हुआ। उन्होंने बताया कि अगर यही हालात रहे तो उन्हें कभी भी कुछ भी हो सकता है। मंगलवार को सरकारी राजिंदरा अस्पताल के डाक्टरों की टीम भी डल्लेवाल के चेकअप के लिए बॉर्डर पहुंची।
26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च
किसान नेताओं ने कहा कि 10 जनवरी को पूरे देश में ग्रामीण स्तर पर मोदी सरकार के पुतले जलाए जाएंगे, ताकि केंद्र सरकार को पता लग जाए कि गांवों के लोग एमएसपी गारंटी कानून के मुद्दे पर डल्लेवाल के संघर्ष के साथ ख?े हैं। 13 जनवरी को नई खेती नीति के ड्राफ्ट की कॉपियां देशभर में जलाई जाएंगी। 26 जनवरी को देशभर में ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि संघर्ष की अगली रणनीति की घोषणा दोनों मोर्चों से जल्द ही की जाएगी।