लद्दाख के नेता बोले, हम कश्मीर के साथ ही अच्छे थे

  • सरकार की समिति से बाहर रहने का लिया फैसला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। लद्दाख के नेताओं ने केंद्र सरकार को बड़ा झटका देते हुए उनकी उच्चस्तरीय समिति से बाहर होने का फैसला किया है, इन नेताओं का कहना है कि केंद्र्र शासित प्रदेश बनाए जाने से पहले लद्दाख जम्मू-कश्मीर के साथ ही बेहतर था। लेह के शीर्ष निकाय के नेता और लद्दाख बौद्ध संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चेरिंग दोरजे ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए, हमें लगता है कि जब हम जम्मू-कश्मीर का हिस्सा थे तब ही बेहतर थे, दोरजे ने आगे कहा कि वे (केंद्र्र) हमें मूर्ख बनाने की कोशिश कर रहे हैं, हम समझते हैं कि केंद्र हमारी राज्य की मांग और छठी अनुसूची के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि लद्दाख में एक साल से अधिक समय से लोग संविधान की छठी अनुसूची के तहत राज्य का दर्जा और विशेष दर्जे की मांग को लेकर आंदोलित हैं, लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लंबे समय से जारी सैन्य गतिरोध के बीच यह कदम केंद्र सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है। इन नेताओं का फैसला गृह मंत्रालय द्वारा क्षेत्र में असंतोष को समाप्त करने के लिए गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की अध्यक्षता में एक समिति गठित करने के कुछ दिनों बाद लिया है।

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